Dilip Kumar Biography in Hindi दिलीप कुमार

दिलीप कुमार की जीवनी

दिलीप कुमार हिंदी सिनेमा के प्रख्यात अभिनेताओं में से एक है। अपनी अभिनय क्षमता की वजह से उन्होंने मुंबई फिल्म इंडस्ट्री में एक अलग पहचान बनाई। वे भारतीय सिनेमा के सफल व प्रसिद्ध अभिनेता हैं.

पद्म विभूषण एवं दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित दिलीप कुमार फिल्मों मे दुःखद भूमिकाओं में अपने यादगार अभिनय के कारण ट्रेजडी किंग के नाम से भी मशहूर हैं.

दिलीप कुमार की संक्षिप्त जीवनी Short Biography of Dilip Kumar

दिलीप कुमार का वास्तविक नाम युसूफ खान है. दिलीप ने फिल्म जगत में अपने करियर की शुरूआत 1944 में रिलीज हुई फिल्म ज्वार-भाटा से की थी. पांच दशक तक अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाले दिलीप कुमार को फिल्मों के सर्वोच्च भारतीय सम्मान दादा साहब फालके पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. उनको वर्ष 2015 में पद्म विभूषण सम्मान मिला. उन्हें पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज से भी सम्मानित किया गया.

दिलीप कुमार का शुरुआती जीवन Early Life of Dilip Kumar

दिलीप कुमार का जन्म 11 दिसम्बर 1922 के दिन अविभाजित भारत के पेशावर (अब पाकिस्तान) में हुआ था. दिलीप कुमार का वास्तविक नाम मोहम्मद युसूफ खांन था. यूसुफ खान के पिता का नाम लाला गुलाम सरवर व मां का नाम आयशा बेगम था. यूसुफ खान (दिलीप कुमार) 12 भाई बहन थे.

पारिवारिक कारणों के चलते यूसुफ खान के पिता अपने पूरे परिवार सहित साल 1930 में बम्बई में आकर बस गये. कुछ सालों बाद ही यूसुफ खान ने घर छोड़ दिया और पुणे जाकर रहने लगे. कुछ समय तक पुणे में छोटे-मोटे काम करके वे दो साल बाद ही वापस मुम्बई लौट गये.

दिलीप कुमार का फिल्मी करियर Film Career of Dilip Kumar

यूसुफ खान मुम्बई में काम की तलाश में घूम रहे थे तभी एक दिन उनकी मुलाकात बॉम्बे टॉकीज की मालकिन देविका रानी से हुई. देविका रानी से मिलने के बाद उन्होंने बॉम्बे टॉकीज में काम करना शुरू किया. उन्होंने देविका रानी के कहने पर यूसुफ खान से अपना नाम बदलकर दिलीप कुमार रख लिया.

काम के दौरान ही उनकी मुलाकात भारतीय फिल्म जगत के मशहूर अभिनेता अशोक कुमार से हुई. अभिनेता अशोक कुमार दिलीप कुमार के काम व अभिनय से काफी प्रभावित हुए. वर्ष 1944 में दिलीप ने ज्वार-भाटा फिल्म में बतौर मुख्य अभिनेता के रूप में अपने करियर की शुरूआत की.

दिलीप कुमार की पहली हिट फिल्म 1947 में रिलीज हुई ‘जुगनू’ थी. इस फिल्म की अपार सफलता के बाद दिलीप कुमार ने दीदार (1951), देवदास (1955) और मुगले आजम (1960) जैसी फिल्मों में सफल अभिनय से दर्शकों का खूब मन जीता.

1976 में उन्होंने कुछ समय के लिए फिल्मों से दूर होने का फैसला किया और करीब पांच साल बाद 1981 में क्रांति फिल्म में कैरेक्टर रोल में वापसी की. अनेकों फिल्मों में काम करने के बाद 1991 में रिलीज हुई सौदागर व 1998 में रिलीज फिल्म किला बतौर अभिनेता उनकी आखिरी फिल्म है.

दिलीप कुमार 65 से अधिक फिल्मों में अभिनय कर चुके हैं. उन्होंने राजकपूर, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, सहित फिल्म जगत के लगभग सभी हस्तियों के साथ फिल्मों में काम किया है.

दिलीप कुमार का निजी जीवन Personal Life of Dilip Kumar

dilip kumar and madhubala मुगले आजम फिल्म में मधुबाला के साथ अभिनय करने वाले दिलीप कुमार और मधुबाला के प्यार के चर्चे पूरे फिल्म जगत में हर जुबान पर थे. कहा जाता है कि दिलीप कुमार मधुबाला से शादी करना चाहते थे.

परन्तु मधुबाला के पिता को ये कतई मंजूर नही था जिसके चलते यह विवाह नहीं हो सका और न ही दोनों इसके बाद फिर कभी फिल्मों में साथ दिखाई दिए. 1969 में मधुबाला का दिल की बीमारी से निधन हो गया.

दिलीप ने 1966 में 44 वर्ष की उम्र में 22 साल की सायरा बानो dilip kumar wife से 1966 में विवाह कर लिया. 1981 में उन्होंने अस्मां साहिबा dilip kumar Second wife से दूसरा विवाह किया परन्तु यह रिश्ता ज्यादा दिन तक चल नहीं पाया. दिलीप कुमार की कोई संतान नहीं है और उनकी पत्नी सायरा बानो ही वृद्धावस्था में उनकी देखभाल कर रही हैं.

दिलीप कुमार की मृत्यु

वर्ष 2011 में दिलीप बीमारी की वजह से अस्पताल में भर्ती हुए. तब बिना पक्की जानकारी के ही यह अफवाह फैल गई कि हिन्दी सिनेमा के मशहूर ट्रेजडी किंग का निधन हो गया है. खबर पता चलते ही उनकी पत्नी शायरा बानो ने मीडिया के माध्यम से बताया कि वे अस्वस्थ हैं लेकिन उनकी मौत की खबर पूर्णतया असत्य है.

इसके बाद उम्र के इस पड़ाव में वे अनेकों बार शारीरिक बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती हुए और उनके प्रशंसकों के प्यार, दुआ और डॉक्टरों के सही इलाज की वजह से वे हर बार स्वस्थ होकर घर लौटे लेकिन 7 जुलाई 2021 को 98 साल की उम्र में dilip kumar age लंबी बीमारी के बाद उनका निधन हो गया।

दिलीप कुमार को मिले पुरस्कार एवं सम्मान Awards and Honours

फिल्मफेयर पुरस्कार- 1954 में दाग, 1956 आजाद, 1957 देवदास, 1958 नया दौर, 1961 कोहिनूर, 1965 लीडर, 1968 राम और श्याम एवं 1983 में शक्ति फिल्म में बेहतरीन अभिनय के लिए कुल 8 बार फिल्मफेयर पुरस्कार मिला. वर्ष 1993 में फिल्म फेयर लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया.

वर्ष 1991 में पद्म भूषण से सम्मानित किया गया.

साल 1994 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया.

साल 1998 में पाकिस्तान के सर्वोच्च नागरिक सम्मान निशान-ए-इम्तियाज से सम्मानित किया गया.

अन्य उपलब्धियां Other achievements

दिलीप कुमार की आत्मकथा 2014 में द सब्सटांस एंड द शेडो के नाम से आई, जो उन्होंने उदयतारा नायर के साथ मिलकर लिखी है.

वे वर्ष 2000 से 2006 तक राज्यसभा के मनोनीत सदस्य भी रहे.

विवाद Controversies

दिलीप को जब 1998 में पाकिस्तान सरकार ने निशान-ए-इम्तियाज से नवाजा तो महाराष्ट्र में शिवसेना ने इसका बहुत विरोध किया और उनकी देशभक्ति पर भी सवाल उठाते हुए अवार्ड वापस करने की मांग की. हालांकि, तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सलाह के बाद उन्होंने अवार्ड वापस नहीं करने का फैसला किया.

दिलीप कुमार फिल्मोग्राफी Dilip Kumar all movies list

  1. ज्वार भाटा (1944)
  2. प्रतिमा (1945)
  3. मिलन (1946)
  4. जुगनू (1947)
  5. घर की इज्जत (1948)
  6. शहीद (1948)
  7. मेला (1948)
  8. अनोखा प्यार (1948)
  9. नदिया के पार (1948)
  10. शबनम (1949)
  11. अंदाज (1949)
  12. जोगन (1950)
  13. आरजू (1950)
  14. बाबुल (1950)
  15. हलचल (1951)
  16. दीदार (1951)
  17. तराना (1951)
  18. दाग (1952)
  19. संगदिल (1952)
  20. आन (1952)
  21. शिकस्त (1953)
  22. फुटपाथ (1953)
  23. अमर (1954)
  24. देवदास (1955)
  25. आजाद (1955)
  26. उड़न खटोला (1955)
  27. इंसानियत (1955)
  28. मुसाफिर (1957)
  29. नया दौर (1957)
  30. यहूदी (1958)
  31. मधुमति (1958)
  32. पैगाम (1959)
  33. कोहीनूर (1960)
  34. मुगल ए आजम (1960)
  35. गंगा जमुना (1961)
  36. लीडर (1964)
  37. पारी (1966)
  38. दिल दिया दर्द लिया (1966)
  39. राम और श्याम (1967)
  40. आदमी (1968)
  41. संघर्ष (1968)
  42. साधु और शैतान (1968)
  43. सगीना महतो (1970)
  44. गोपी (1970)
  45. दास्तान (1972)
  46. अनोखा मिलन (1972)
  47. कोशिश (1972)
  48. सगीना (1974)
  49. फिर कब मिलोगी (1974)
  50. बैराग (1976)
  51. क्रांति (1981)
  52. शक्ति (1982)
  53. विधाता (1982)
  54. मजदूर (1983)
  55. मशाल (1984)
  56. दुनिया (1984)
  57. धर्म अधिकारी (1986)
  58. कर्मा (1986)
  59. कानून अपना अपना (1989)
  60. इज्जतदार (1990)
  61. आग का दरिया (1990)
  62. सौदागर (1991)
  63. किला (1998)

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