रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार भारत सहित पूरे विश्व में मनाया जाता है. इस त्यौहार को राखी के नाम से भी जाना वे मनाया जाता है. भाई-बहन के अटूट प्रेम को समर्पित इस त्यौहार का प्रचलन सदियों पुराना है.
हिंदी पंचांग के अनुसार श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन रक्षाबंधन का त्योहार मनाया जाता है. अंग्रेजी कैलेंडर अनुसार साल 2023 में रक्षाबंधन का पर्व 30 अगस्त के दिन मनाया जायेगा. नेपाल में रक्षाबंधन को जनाई पूर्णिमा के नाम से मनाया जाता है.
रक्षाबंधन भाई और बहनों के बीच स्नेह और मधुर संबंधों को दर्शाता है. इस दिन बहन अपने भाई की पूजा आरती करके कलाई पर रक्षा सूत्र बांधती है. बदले में भाई अपनी बहन की रक्षा करने का वचन देता है.
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रक्षाबंधन कैसे मनाया जाता है? How to Celebrate Rakhi
राखी भद्रा का समय टाल कर कभी भी बांध सकते हैं. इस दिन सबसे पहले सुबह उठ कर नित्य कर्म और स्नान के बाद नए वस्त्र धारण करें घर के सब लोग एक जगह इकट्ठे हो जाये. बहने एक पूजा की थाली में रोली, अक्षत, तिलक, कर्पूर, नारियल मिठाई, के साथ अपने भाई के बांधने लिए लाई हुए राखी खोल कर रख लें.
भाई को सामने बैठाकर तिलक लगाने बाद दाये हाथ की कलाई पर राखी बांधने के बाद आरती उतारें मिठाई खिलाएं. महिलओ के राखी बाये हाथ में बांधनी चाहिए. रक्षा सूत्र बांधने के बाद भाई अपनी बहन को यथा संभव उपहार देते है.
प्रसिद्ध कवियत्री सुभद्राकुमारी चौहान की “राखी” पर कविता
भैया कृष्ण ! भेजती हूँ मैं
राखी अपनी, यह लो आज।
कई बार जिसको भेजा है
सजा-सजाकर नूतन साज।।
लो आओ, भुजदण्ड उठाओ
इस राखी में बँध जाओ।
भरत – भूमि की रजभूमि को
एक बार फिर दिखलाओ।।
वीर चरित्र राजपूतों का
पढ़ती हूँ मैं राजस्थान।
पढ़ते – पढ़ते आँखों में
छा जाता राखी का आख्यान।।
मैंने पढ़ा, शत्रुओं को भी
जब-जब राखी भिजवाई।
रक्षा करने दौड़ पड़ा वह
राखी – बन्द – शत्रु – भाई।।
किन्तु देखना है, यह मेरी
राखी क्या दिखलाती है ।
क्या निस्तेज कलाई पर ही
बँधकर यह रह जाती है।।
देखो भैया, भेज रही हूँ
तुमको-तुमको राखी आज ।
साखी राजस्थान बनाकर
रख लेना राखी की लाज।।
हाथ काँपता, हृदय धड़कता
है मेरी भारी आवाज़।
अब भी चौक-चौक उठता है
जलियाँ का वह गोलन्दाज़।।
यम की सूरत उन पतितों का
पाप भूल जाऊँ कैसे?
अँकित आज हृदय में है
फिर मन को समझाऊँ कैसे?
बहिनें कई सिसकती हैं हा !
सिसक न उनकी मिट पाई ।
लाज गँवाई, ग़ाली पाई
तिस पर गोली भी खाई।।
डर है कहीं न मार्शल-ला का
फिर से पड़ जावे घेरा।
ऐसे समय द्रौपदी-जैसा
कृष्ण ! सहारा है तेरा।।
राशि के अनुकूल बाँधा गया रक्षा सूत्र होता है लाभ दायक
ज्योतिषियों के अनुसार राखी के दिन बहनें अपनी राशि के अनुकूल रंग वाली राखी यदि अपने भाई को बांधती हैं तो भाई के लिए अधिक शुभ और लाभदायक होता है.पंचांग के अनुसार इस साल रक्षाबंधन के दिन बहनों को भाई के इस रंग वाली राखी बांधनी चाहिए.
मेष राशि वाली बहने भाई को लाल रंग, वृषभ राशि वाली बहने भाई नीले रंग, मिथुन राशि वाली बहने पीले रंग, कर्क राशि वाली बहने पीले रंग, सिंह राशि वाली बहने गोल्डन और पीली रंग की, कन्या राशि वाली बहने हरे रंग, तुला राशि वाली बहने क्रीम रंग, मीन राशि वाली बहने सुनहरे पीले रंग की, वृश्चिक राशि वाली बहने लाल रंग, कुंभ राशि वाली बहने रुद्राक्ष की, धनु राशि वाली बहने चंदन की और मकर राशि वाली बहने भाई को गहरे रंग की राखी रंग की राखी अपने भाई की कलाई पर बांधे.
रक्षाबंधन पर निबंध और कहानी
सभी त्यौहारों की तरह, राखी (रक्षाबंधन) के त्योहार से भी कई कहानियां जुडी हैं.
कृष्ण और द्रौपदी की कहानी
महाभारत की एक कथा के अनुसार भगवान कृष्ण ने शिशुपाल का वध करने के लिए जब सुदर्शन चक्र का इस्तेमाल किया तब उनकी तर्जनी (छोटी) ऊँगली में चोट लग गई थी.
द्रौपदी ने तुरंत अपनी साड़ी के एक हिस्से को फाड़ कर इसे कृष्णा की उंगली के चारों ओर बांध दिया जिससे कृष्णा की अंगुली से निकलने वाले रक्त की धार रुक गई इसके बदले, कृष्ण ने संकट के समय हर बार द्रौपदी को बचाने का वादा किया था.
इंद्राणी की कहानी
भविष्य पुराण की एक कथा के अनुसार एक बार देव दानवों का युद्ध बारह वर्ष तक चलता रहा. देव गुरू बृहस्पति ने सम्मति दी की युद्ध रोक देना चाहिये. इंद्राणी ने कहा, नहीं मै रक्षा विधान करूंगी और इस पूर्णिमा को इन्द्र के रक्षा बांधी. जिससे इन्द्र सहित सारे देवताओं की विजय हुई थी. तभी से बहिन भाई के और गुरू शिष्य के रक्षा सूत्र बांधते हैं.
रक्षाबंधन पर निबंध – राखी पर गाये और बजाए जाने वाले गाने
1- 1959 में बनी छोटी बहन फिल्म का गाना – भैया मेरे राखी के बंधन को निभाना
2- सन् 1971 में रिलीज हुई ‘हरे रामा हरे कृष्णा’ फिल्म का गाना- फूलों का तारों का सबका कहना है, एक हजारों में मेरी बहना है…
3- सुमन कल्याणपुर द्वारा गाया गया सुपरहिट गाना – बहना ने भाई की कलाई पे प्यार बाँधा है, प्यार के दो तार से संसार बाँधा है…
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