Mithali Raj Biography in hindi-मिताली राज

नायाब भारतीय महिला क्रिकेटर: मिताली राज

मिताली राज को आज कौन नहीं जानता. उन्होंने अपनी प्रतिभा से पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है. भारत में ​क्रिकेट को धर्म माना जाता है और क्रिकेटर्स को उनका भगवान माना जाता है लेकिन इस धर्म की देवियों के बारे में कम ही लोग जानते है.

भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सदस्यों को कम ही लोग जानते है लेकिन महिला क्रिकेटर मिताली राज इसकी अपवाद हैं. वे अपनी बेहतरीन प्रदर्शन से हमेशा सुर्खियों में बनी रहती हैं.

Mithali Raj Profile hindi – कौन है मिताली राज? 

मिताली राज भारत की महिला क्रिकेट टीम की सदस्य और कप्तान हैं. उन्हें टेस्ट में दोहरा शतक बनाने वाली पहली भारतीय क्रिकेटर होने का गौरव भी प्राप्त है. वे भारतीय क्रिकेट की अग्रणी महिला खिलाड़ियों में एक मानी जाती है। सीधे हाथ की बल्लेबाज होने के साथ ही वे एक लेगब्रेक गेंदबाज भी हैं.

मिताली राज का जीवन परिचय Biography of Mithali raj

मिताली का पूरा नाम मिताली दोराई राज है. उनका जन्म राजस्थान के जोधपुर जिले में 3 दिसम्बर, 1982 को हुआ. मिताली की मां लीला राज एक सरकारी अधिकारी थी, उनके पिता ने भारतीय वायु सेना में अपनी सेवाएं देने के बाद बतौर बैंकर भी अपनी सेवाएं दी। 

मिताली राज का आरंभिक जीवन Mithali raj early life

मिताली ने क्रिकेट के साथ ही भरतनाट्यम में भी पारंगत है ओर उन्होंने इसकी विधिवत शिक्षा ली है और कई स्टेज शो भी किए है. क्रिकेट के कारण जब वे अपनी भरतनाट्यम की कक्षाओं पर ध्यान नहीं दे पा रही थी तो उनके गुरू ने क्रिकेट और नृत्य में से किसी एक को चुनने के लिए कहा और उन्होंने क्रिकेट को अपने भविष्य के तौर पर चुना.

उनका क्रिकेटर बनने की कहानी भी कम दिलचस्प नहीं है. उनके भाई को क्रिकेट का शौक था और वे बढ़िया क्रिकेट खेलते थे. इसी बीच जब कभी मिताली के पास गेंद आती तो वे भी अपना हाथ आजमाती. इसी हाथ आजमाने के दौरान क्रिकेटर ज्योति प्रसाद ने उन्हें देखा और उनकी क्रिकेट प्रतिभा को पहचाना और उन्हें क्रिकेट खेलने की सलाह दी.

आरंभिक करिअर Mithali Raj Cricket Career

मिताली राज ने अपना पहला अंतराष्ट्रीय क्रिकेट करिअर की शुरूआत 1999 में आयरलैण्ड के खिलाफ किया। आयरलैण्ड के कीनोस में खेले गए अपने इस पहले मैच में ही उन्होंने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए शानदार शतक जड़ा.

अपनी 114 रन की पारी में दर्शकों को मिताली के बल्ले से सभी दर्शनीय शॉट्स देखने के लिए मिले. मिताली ने अपने ​टेस्ट करिअर का पर्दापण 2001—02 में लखनऊ में इंग्लैण्ड के खिलाफ किया. इस मैच में किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और वे डक पर आउटर हो गई.

अपनी इस खराब शुरूआत के बाद भी उन्होंने टेस्ट में दोहरा शतक जमाने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर होने का खिताब प्राप्त किया. यह रिकॉर्ड भी उन्होंने इंग्लैण्ड के खिलाफ ही बनाया.

इस उपलब्धि के 4 साल बाद मिताली राज के नेतृत्व में भारतीय महिला क्रिकेट ​टीम ने इंग्लैण्ड की टीम को इंग्लैण्ड की जमीन पर ही टेस्ट सीरीज में 1—0 से मात दी और मिताली एक नायिक की तरह उभरी. 2005 में उन्होंने महिला क्रिकेट विश्व कप में भारतीय टीम की कप्तानी की और अपने बेहतरीन खेल के दम पर 2010, 2011 और 2012 में आईसीसी द्वारा जारी रैकिंग में पहला स्थान पर कब्जा जमाया.

नाम

मिथाली दोराई राज

उपनामलेडी सचिन
व्यवसायभारतीयमहिला क्रिकेटर (बल्लेबाज)
लंबाई5 ‘4 “
वजन (लगभग)54 किलो
आंखों का रंगकाला
बालों का रंगकाला
इंटरनेशनल डेब्यू टेस्ट14 जनवरी 2002 बनाम इंग्लैंड
ओडीआई डेब्यू26 जून 1999 बनाम आयरलैंड
टी 205 अगस्त 2006 बनाम इंग्लैंड
जर्सी नंबर# 3 (भारत)
घरेलू / राज्य टीमएयर इंडिया, एशिया, भारत
गेंदबाजी शैलीलेग ब्रेक
बल्लेबाजी शैलीदाएं हाथ की बल्लेबाज
विवाहअविवाहित

सम्मान-पुरस्कार

  • 2003 की क्रिकेट उपलब्धियों के लिए मिताली राज को 2004 में ‘अर्जुन पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया.
  • 2015 में मिताली राज को पद्म श्री अवार्ड से सम्मानित किया गया.
  • विज्डन इंडिया क्रिकेटर का सम्मान प्राप्त करने वाली पहली भारतीय महिला क्रिकेटर.
  • मिताली राज ने इंग्लैंड की शार्लेट एडवर्ड का 5992 रनों का रिकॉर्ड तोड़ कर ऐसी पहली महिला बल्लेबाज़ बनने का गौरव प्राप्त किया जिन्होंने वनडे मैचों में छह हज़ार रनों का आंकड़ा छुआ. 

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