Ayurved ke Gharelu Nuskhe in Hindi- धनिया के औषधीय गुण

धनिया के बीज का आयुर्वेदिक महत्व- Coriander Seeds Benefits in Hindi  

धनिया पत्ती, धनिये के बीज और पिसा धनिया हर भारतीय रसोई की शान है. चाहे वेज हो या नॉन वेज भोजन, दोनों में धनिये का इस्तेमाल जरूरी समझा जाता है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि धनिया आयुर्वेदिक रूप से भी  बहुत गुणकारी है. इस लेख के माध्यम से हम आपको बता रहे हैं कि किन छोटी-बड़ी बीमारियों में धनिये का सेवन फायदेमंद है और इसे खाने की क्या विधि है. 

home remedies for urine burning- मूत्राशय की जलन का उपचार

यदि आप पेशाब में जलन से परेशान हैं, तो खुश्क धनिये की गिरी और कूजा मिश्री दोनों करीब तीन-तीन सौ ग्राम मात्रा में लें. 

खुशक धनिया के बीज लेकर मोटा-मोटा कूट लें और इसका छिलका अलग करें. बीजों के अन्दर की गिरी ले लें. इस नुस्खे में यही गिरी तीन सौ ग्राम चाहिए. साधारण साढ़े चार सौ ग्राम धनिया में तीन सौ ग्राम गिरी निकल आती है. यदि कूजा मिश्री न मिले तो उसके स्थान पर तवी की मिश्री, देशी चीनी या दानेदार चीनी नुस्खे में शामिल कर लें, इससे दवा के प्रभाव में कोई अन्तर नहीं पड़ेगा.     
                 
इन दोनों वस्तुओं को अलग-अलग पीस कर आपस में मिला लें. 

लाभ- यह औषधि मूत्राशय की उत्तेजना को दूर करने के लिए अद्वितीय चिकित्सा है.  नजर की कमजोरी, धुंधलाहट, सिर-दर्द, चक्कर, नींद न आना आदि रोगों में यह औषधि अत्यन्त हितकारी है.

Nightfall treatment in Hindi स्वप्नदोष रोकने का आसान उपाय

स्वप्नदोष रोकने के लिए भी ऊपर बताई गई औषधि बहुत कारगर है.  प्राय: सख्त से सख्त स्वप्नदोष यानी Nightfall, यहां तक प्रतिदिन दो-चार बार होने वाला स्वप्नदोष भी इसकी पहले ही दिन की दो खुराक से रुक जाता है. Discharge यानी प्रमेह रोकने के लिए भी यह गुणकारी है. यह औषधि हाजमा तेज करने का भी गुण रखती है.

सेवन विधि- सुबह बिना कुछ खाए-पीये रात के बासे पानी से आठ ग्राम फांक लें और इसके बाद एक घंटे तक और कुछ न खाएं. इसी प्रकार आठ ग्राम शाम चार बजे के लगभग सुबह के रखे हुए पानी के साथ फांक लें, रात का भोजन इसके दो घंटे बाद करें.
सावधानी- शौच यदि अधिक पतले दस्त के रूप में होता हो तो दूसरी मात्रा सायं चार बजे लेने के बजाय रात्रि समय सोने के आधा घंटा पहले लें, परन्तु कब्ज की शिकायत अधिक रहती हो तो दूसरी मात्रा शाम चार बजे ही लें और रात्रि को सोते समय ईस्पगोल की भूसी (इस्पगोल का छिलका) चार पांच ग्राम लेकर दस-पन्द्रह ग्राम तक ताजा पानी से फाकिए, बिना किसी कष्ट के साफ शौच होगा.
ईसबगोल का उपयोग पहली रात्रि को थोड़ी मात्रा में करें यदि इससे लाभ न हो तो दूसरी रात्रि को इसकी मात्रा बढ़ा लें, यहां तक कि प्रातः साफ शौच होने लगे (चार-पांच ग्राम से लेकर पन्द्रह ग्राम तक का यही अर्थ है) ईस्पगोल में एक गुण यह भी है कि यह हानि रहित और कब्ज-नाशक होने के अतिरिक्त पतले वीर्य को गाढ़ा करने, स्वप्नदोष और मूत्राशय की उत्तेजना को दूर करने के लिये उपरोक्त औषधि की विशेष सहायता करता है. 
दूसरी औषधि – सफेद मूसली और मिश्री 50-50 ग्राम मिला कर चूर्ण बना लें.

सेवन विधि- चार से छः ग्राम जरूरत के मुताबिक उपयोग करें, इससे वीर्य की उत्तेजना दूर होती है, मूत्राशय की उत्तेजना ठीक हो जाती है और स्वप्नदोष रोकने में भी शर्तिया लाभ होता है. यह औषधि बलदायक है और अधिक वीर्य उत्पन्न करती है.

सिर दर्द का घरेलू इलाज

धनिया (खुशक दाना) आठ ग्राम, खुशक आंवले (गुठली रहित) चार ग्राम-दोनों को रात्रि समय मिट्टी के कूजे में 250 ग्राम पानी डालकर भिगों दें, प्रातः मलकर और मिश्री मिलाकर पिलाएं. इसका सेवन गर्मी के कारण होने वाले सिर दर्द में लाभदायक है.

कमजोर दिमाग की दवा

सवा-सौ ग्राम धनिया कूटकर आधा किलो पानी में उबालें, जब पानी जलकर केवल सवा-सौ ग्राम रह जाए तो छान कर सवा-सौ ग्राम मिश्री मिलाकर फिर पकाएं. जब पक कर गाढ़ा हो जाए तो उतार लें. यह मीठी औषधि प्रतिदिन आठ ग्राम चाटनी चाहिए. गर्मी और दिमाग की कमजोरी के कारण अकस्मात् आखों के सामने अंधेरा-सा छा जाता हो तो इसका यह अत्यन्त ही सरल इलाज है.

eye pain remedies in Hindi  आंख दर्द का उपचार

यदि आंखें गर्मी के कारण दुखती हों तो ताजा धनिया 15 ग्राम और कपूर एक ग्राम बारीक पीस कर मलमल के स्वच्छ कपडे़ में पोटली बांध कर आंखों पर इस प्रकार फिरा दें कि पानी की बूंदें आंख के अन्दर भी चली जाएं, तुरन्त चैन पड़ जाएगा. गर्मी के कारण आंख दुखने की पहचान यह है कि एक तो वे ग्रीष्म ऋतु में दुखेंगी, दूसरे आंखों से पानी नहीं निकलेगा बल्कि खुशक अवस्था मे ही दुखती हैं, तीसरे आंखों को गर्मी-सी अनुभव होगी या रोगी को जलती सी अनुभव होंगी. 

Nosebleed medicine in Hindi  नकसीर की दवा 

नकसीर का खून बन्द करने के लिए ताजा धनिया का रस रोगी को सुंघाएं. इसके अतिरिक्त हरे पत्ते पीस कर माथे पर लेप करें. गर्मी के कारण नाक से बहने वाला खून रुक जाता है.

Dry cough remedy in Hindi सूखी खांसी का घरेलू उपाय

धनिया (खुशक दाना) कूट कर उसके दाने अलग कर लीजिए, इन दानों को पीस कर आटा-सा बनाएं. गर्मी के कारण हुई खुशक खांसी में दो ग्राम यह चूर्ण आठ ग्राम शहद में मिला कर चटाएं, खांसी बिल्कुल दूर हो जाएगी.

भूख बढ़ाने का उपाय 

यदि भूख बहुत कम लगती हो तो ताजा धनिया का रस निकाल कर 30 ग्राम प्रतिदिन पिलाएं. तीन दिन में भूख चमक उठेगी.

कै रोकने का उपाय

कै यदि किसी प्रकार से भी बंद होने में न आ रही हो तो ताजा धनिया का रस थोड़े-थोड़े समय बाद एक-एक घूंट पिलाना चाहिए, कै तुरन्त बन्द हो जाती है.

दस्त का घरेलू इलाज 

दस्त आ रहे हो तो धनिया (दाना) बारीक पीस लें और छाछ या पानी के साथ आठ-आठ ग्राम दिन में तीन बार सेवन करें, चाहे कितने ही दस्त आ रहे हों बन्द हो जाते हैं.

यदि दस्तों में खून आता हो तो 15 ग्राम धनिया पानी में ठंडाई के रूप में घोंट-छानकर और मिश्री मिला कर पिलाएं, एक दिन में भरसक लाभ मिलेगा.

Indigestion home remedy बदहजमी कैसे दूर करें

जिस व्यक्ति के मेदे में आहार बहुत कम ठहरता हो अर्थात् जल्दी ही शौच के रूप में निकल जाता हो, उसके लिए नीचे बताया गया नुस्खा तैयार कीजिए.
धनिया 60 ग्राम, काली मिर्च 25 ग्राम, नमक 25 ग्राम बारीक पीस कर चूर्ण बनाएं. यद औषधि केवल तीन ग्राम भोजन के पश्चात लें, आराम मिलेगा. 

तेजी से दिल धड़कने का उपचार  

हृदय तेजी से धड़कता हो तो धनिया 60 ग्राम कूट-छान कर मिश्री 60 ग्राम मिला लें और प्रतिदिन सात ग्राम यह चूर्ण ठण्डे जल से सेवन करें. या

पन्द्रह ग्राम धनिया कूट कर रात्रि के समय मिट्टी के कोरे कूजे में आधा किलो पानी डालकर भिगों दें. प्रातः छान कर बराबर मात्रा में मिश्री मिला कर पी लें.

मूत्र जलन रोकने के उपाय 

यदि मूत्र जलन कर आता हो तो धनिया आठ ग्राम पानी में घोल कर छान लें. इसमें मिश्री तथा बकरी का दूध मिला कर पेट भर कर पिला दें. दिन में दो बार देना चाहिए. दो-तीन दिन में मूत्र की जलन दूर हो जाएगी.

मासिक धर्म की अधिकता

कई महिलाओं को मासिक धर्म बहुत अधिक मात्रा मे आने लगता है जिसके कारण कमजोरी अत्यधिक बढ़ जाती है. ऐसी हालत में आठ ग्राम धनिया आधा किलो पानी में उबालें. जब आधा पानी जल जाए तो उतार कर मिश्री मिलाकर गुनगुना ही पिलाएं. तीन-चार खुराक से आराम आ जाता है.

गर्भावस्था की कै

गर्भकाल में स्त्री को प्रायः सुबह के समय कै हुआ करती है जिसके कारण स्त्री बहुत कष्ट पाती है. इसका सरल इलाज यह है कि चावलों के पानी में आठ ग्राम खुशक धनिया कूट-छान कर और मिश्री मिलाकर पिलाएं.

खूनी बवासीर की अचूक दवा

यदि बवासीर का खून काले रंग का हो तो इसे बन्द करने का प्रयत्न न करें परन्तु जब खून निकलता हो और इसके कारण रोगी दिनोदिन कमजोर हो  रहा हो तो उस समय खून बंद करने का इलाज करना चाहिए, एक नुस्खा यह है आठ ग्राम चूर्ण धनिया पानी में घोंट-छान कर तथा पचास ग्राम मिश्री और सवा-सौ ग्राम बकरी का दूध मिला कर तथा बार-बार फेंट कर (ऊपर-नीचे करके) पिला दें. इसमें बवासीर का खून बन्द हो जाता है. 

तेज प्यास लगना 

खुशक धनिया तीस ग्राम कूट कर मिट्टी के कोरे कूचे में डालकर आधा किलो पानी में रातभर भिगो कर रखें. प्रातः मलमल के कपड़े से छान कर और मिश्री मिला कर पिलाएं. प्यास बन्द होगी, गर्मी के कारण हो या किसी दूसरे कारण से.

सूजन कम करना

शरीर के किसी भी भाग में सूजन हो गई हो तो इस पर सिर्के में धनिया पीस कर लेप करने से सूजन उतर जायेगी.

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नोट : ऊपर दिये गए नुस्खे अनुभव और पुरातन ज्ञान पर आधारित है. इनको उपयोग में लेने से पहले किसी अनुभवी वैद्य से परामर्श लें. हिन्दी हाट पर यह जानकारी केवल सूचनार्थ है. कृपया उपयोग में लेने से पहले अपने विवेक का उपयोग करें. 

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