Alam Ara – भारतीय सिनेमा का इतिहास वैसे तो 100 साल से भी ज्यादा पुराना है। पहली भारतीय फिल्म 1913 में रिलीज़ हुई थी, जिसमे संवाद नहीं थे। सिर्फ अभिनय के माध्यम से कलाकार अपनी भावनाएं और संवाद अदा करते थे। यह सिलसिला कुछ वर्षों तक चला और 14 मार्च 1931 में पहली बार भारतीय फिल्म रिलीज़ हुई जिसमे आवाज थी और कलाकार संवाद अदायगी करते दिखे। आज की पोस्ट में हम जानेंगे उस ऐतिहासिक फिल्म आलम आरा के बारे में।
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फिल्म की स्टार कास्ट Alam Ara Cast
निर्माता – इम्पीरियर मूवी टोन
निर्देशक – अर्देशिर ईरानी (Ardeshir Irani)
लेखक – जोसेफ डेविड, मुंशी जहीर
संगीतकार – फिरोजशाह मिस्त्री, बहराम ईरानी
कलाकार – मास्टर विठ्ठल, जुबैदा और पृथ्वीराज कपूर (Master Vithal
Zubeida and Prithviraj kapoor)
फिल्म की कहानी Alam Ara Story
एक राजकुमार और बंजारन लड़की के जीवन पर आधारित यह फिल्म एक प्रेम कहानी पर फिल्माई गई थी। एक राजा अपने महल में दो रानिओं के साथ रहता था। रानिओं के नाम थे दिलबहार और नवबहार। दोनों अक्सर झगड़ा करती रहती थी।
एक दिन एक फ़कीर भविष्यवाणी करता है कि रानी नवबहार जल्दी ही राजा के उत्तराधिकारी को जन्म देगी। यह सुन कर दिलबहार और नवबहार के बीच झगड़ा और बढ़ जाता है। दिलबहार राजा से बदला लेने के लिए राज्य के मंत्री आदिल को प्रेम का प्रस्ताव भेजती है, जिसे आदिल ठुकरा देता है।
गुस्से के मारे आग बबूला रानी उसे कारगार में डाल देती है और उसकी गर्भवती बीबी को राज्य से बाहर निकल देती है। आदिल की बीबी एक लड़की को जन्म देती है, जिसका नाम आलमआरा रखा जाता है। आलमआरा को कुछ बंजारे पालने लगते हैं।
बड़ी होने पर आलमआरा वापस महल में आ जाती है, जहां राजा का बेटा उससे प्यार करने लगता है। फिल्म के अंत में रानी को उसके बुरे कर्मों की सजा मिल जाती है और आदिल को जेल से रिहा कर दिया जाता है। राजकुमार की आलमआरा से शादी हो जाती है।
साउंड रिकॉर्डिंग Alam Ara Sound Recording
जिस समय Alam Ara बनी, साउंड रिकॉर्डिंग स्टूडियो नहीं हुआ करते थे। इसलिए फिल्म के डायलॉग्स को सीधे फिल्म की रील पर रिकॉर्ड किया गया। फिल्म की पूरी शूटिंग रात में की गई, ताकि शोर शराबा फिल्म पर रिकॉर्ड नहीं हो जाये।
फिल्म देखने उमड़ी भीड़ Alam Ara First Show
फिल्म का पहला शो 14 मार्च 1931 को 3 बजे शुरू होना था लेकिन सुबह 9 से ही लोगो की भीड़ बम्बई के मैजस्टिक सिनेमा बाहर इकठ्ठी होने लगी। अंत में उन्हें नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल का प्रयोग करना पड़ा।
फिल्म का बजट Alam Ara Budget
आज के समय में फ़िल्में करोडों रूपये के प्रोजेक्ट्स में बदल गई हैं। बड़े एक्टर अपने मेहनताने के रूप में करोडों रूपये लेते हैं, वही Alam Ara सिर्फ 40 हजार रूपये यानी आज के 1 करोड़ रूपये में बन गई थी। उस समय के बिज़नेस टायकून सेठ बद्रीप्रसाद दुबे ने फिल्म को फायनेंस किया था। फिल्म की कहानी इस समय के प्रसिद्ध पारसी नाटक ‘आलमआरा’ से ली गई थी। इस नाटक को जोसेफ डेविड ने लिखा था। फिल्म के डायलॉग हिंदी और उर्दू में लिखे गए थे।
जिन्ना ने लड़ा मास्टर विट्ठल का मुकदमा Jinnah and Master Vithal
Alam Ara में राजकुमार का रोल मास्टर विठ्ठल ने किया था, जो मूक फिल्मों के सबसे सफल फिल्म निर्माता हुआ करते थे। इस फिल्म को करने पर सारधी स्टूडियो ने उन पर एग्रीमेंट तोड़ने का आरोप लगाते हुये मुकदमा दायर कर दिया था। दरअसल मास्टर विट्ठल का सारधी स्टूडियो के साथ यह कॉन्ट्रैक्ट था कि वे किसी दूसरे प्रोडक्शन हाउस की फिल्म में काम नहीं करेंगे। बाद में मोहम्मद अली जिन्ना ने उनके लिए यह केस लड़ा और उन्हें मुक़दमे में जीत दिलाई।
पृथ्वीराज कपूर आदिल के किरदार में Prithviraj Kapoor in Aalam Ara
मशहूर फिल्म कलाकार पृथ्वीराज कपूर ने Alam Ara में मंत्री आदिल की भूमिका निभाई थी। पृथ्वीराज कपूर भारतीय सिनेमा के सबसे सीनियर कलाकार और शोमैन राजकपूर के पिता थे।
लिस्ट ऑफ़ लॉस्ट फिल्म्स Alam Ara in List of Lost Films
आलमआरा की एक भी कॉपी कही पर उपलब्ध नहीं है। फिल्म के कुछ दृश्योँ के फोटोग्राफ्स ही उपलब्ध हैं, जो फिल्म के निर्देशक अर्देशिर ईरानी और उनके बेटे ने उपलब्ध करवाए थे। इसीलिए इस फिल्म को लिस्ट ऑफ़ लॉस्ट फिल्म्स की सूची में डाला गया है।
कुछ लोगों का मानना है कि Alam Ara की एक कॉपी नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ़ इंडिया के पास थी, लेकिन 2003 में लगी आग में जल कर नष्ट हो गई। बाद में इस बात का खंडन करते हुए नेशनल फिल्म आर्काइव ऑफ़ इंडिया के फाउंडर पी के नायर ने कहा कि फिल्म का कोई प्रिंट उनके पास नहीं था और सारे प्रिंट 1964 में आर्काइव की स्थापना के पहले ही खो गए थे।
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