Makar Sankranti Wishes –प्रति वर्ष 14 जनवरी को मकर संक्रांति का त्यौहार पूरे भारत में धूम धाम से मनाया जाता है। इस दिन सूर्य धनु राशि से निकल कर मकर राशि में प्रवेश करता है। इस पर्व को उत्तरायण भी कहा जाता है। मकर सक्रांति के दिन दान पुण्य का बहुत महत्त्व होता है।
इसके साथ ही यह त्यौहार पतंगबाजी के लिए सभी उम्र के लोगों में विशेष रूप से लोकप्रिय है। भारत में जयपुर और अहमदाबाद में पतंगबाजी का माहौल उत्तरायण के दिन देखने लायक होता है। इस दिन आप अपने प्रियजनों को हिंदी में मैसेज और व्हाट्स अप करके उन्हें शुभकामनाएं भेज सकते हैं।
Makar Sankranti Wishes in hindi
तन में मस्ती, मन में उमंग,
चलो आकाश में डाले रंग,
हो जाये सब संग संग,
उडाए पतंग।
हैप्पी मकर संक्रान्ति।
सपनों को लेकर मन में,
उड़ायेंगे पतंग आसमान में,
ऐसी भरेगी उड़ान मेरी पतंग,
जो भर देगी जीवन में खुशियों की तरंग।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी,
टूटे ना कभी डोर विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
तिल हम हैं और गुड़ आप,
मिठाई हम हैं और मिठास आप,
साल के पहले त्यौहार से हो रही है आज शुरुआत,
आपको हमारी तरफ से,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
मिठे मिठे गुड़ में मिल गया तिल,
उड़ी पतंग और खिल गया दिल,
चलो उड़ाये पतंग सबलोग मिल,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
गुड़ की मिठास,
पतंगों की आस,
संक्रांति में मनाओ जम कर उल्लास,
हैप्पी उत्तरायण !!
चिंटू मन्नू जल्दी आ जाओ,
तिल्ली के लड्डू गब-गब खा जाओ,
लुटेंगे खूब पतंगे मांजा इस बार,
आया है मकर संक्राति का त्यौहार।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
ख़ुशी का है यह मौसम,
गुड और तिल का है यह मौसम,
पतंग उड़ाने का है यह मौसम,
शांति और समृद्धि का है यह मौसम,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
पल पल सुनहरे फूल खिले,
कभी ना हो कांटों का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
संक्रांति पर हमारी यही शुभकामना
हैप्पी मकर संक्रांति !!
ऊँची पतंग से मेरी ऊँची उड़ान होंगी,
इस जहाँ में मेरे लिए मंजिले तमाम होंगी,
जब भी आसमान की और देखोगे तुम दोस्तों,
तुम्हारे ही हाथों मेरी डोर के साथ जान होंगी।
तिल्ली भी पीली और गुड़ में मिठास होंगी।
मकर सक्रांति पर्व पर मेरी तरफ से बधाइयाँ बार बार होंगी।
बासमती के चावल,
उड़द की दाल,
घी की खुशबू,
आम का अचार,
दही बड़े की महक और अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको संक्रांति का त्यौहार,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
बाजरे की रोटी, निम्बू का आचार,
सूरज की किरणें, चाँद की चांदनी और अपनों का प्यार,
हर जीवन हो खुशहाल।
मुबारक हो मकर संक्रांति का त्यौहार !!
नीले-नीले आसमां में,
उड़ती रंग-बिरंगी पतंगे,
जैसे नीले-नीले सागर में,
तैरती रंग-बिरंगी मछलियाँ,
मस्त मनेगा संक्रांति का त्यौहार,
जब साथ होंगे मौहल्ले के यार।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
ठंड की इस सुबह पड़ेगा हमें नहाना,
क्योंकि संक्रांति का पर्व कर देगा मौसम सुहाना,
कहीं जगह-जगह पतंग है उड़ना,
कहीं गुड़ कहीं तिल के लड्डू मिल कर है खाना,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
मुंगफली की खुशबु,
और गुड़ की मिठास,
दिलों में खुशी और
अपनो का प्यार,
मुबारक हो आपको,
मकर संक्रांति का त्यौहार !
त्यौहार नहीं होता अपना पराया,
त्यौहार है वही जिसे सबने मनाया,
तो मिला गुड में तिल,
पतंग संग उड़ जाने दो दिल,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
सुंदर कर्म, शुभ पर्व,
हर पल सुख और हर दिन शान्ति,
आप सब के लिए लाये मकर संक्रांति,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
दिल को धडकन से पहले,
दोस्तों को दोस्ती से पहले,
प्यार को मोहब्बत से पहले,
ख़ुशी को गम से पहले,
आपको कुछ दिन पहले,
मकर संक्रांति की शुभकामना सबसे पहले।
हर पतंग जानती है,
अंत में कचरे मे जाना है।
लेकिन उसके पहले हमें,
आसमान छूकर दिखाना है।
बस ज़िंदगी भी यही चाहती है।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
तुम क्या जानो गम क्या होता है।
तुने तो हमेशा भात से ही पतंग चिपकाया हैं।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
अपनी कमजोरियों का जिक्र,
कभी भी न करना जमाने से।
लोग कटी पतंगो को जमकर,
लूटा करती हैं।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
काट ना सके कभी कोई पतंग आपकी ,
टूटे ना कभी डोर विश्वास की,
छू लो आप ज़िन्दगी की सारी कामयाबी,
जैसे पतंग छूती है ऊँचाइयाँ आसमान की।
मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनायें।
तिल हम हैं और गुड़ हैं आप,
मिठाई हम हैं और मिठास हैं आप,
साल के पहले त्यौहार से हो रही है शुरूआत,
आपको हमारी तरफ से ढेर सारी मुबारकबाद।
सुंदर कर्म, शुभ पर्व हर पल,
सुख और हर दिन शान्ति,
आप सब के लिए लाये मकर संक्रांति !!
मीठे गुड़ में मिल गए तिल,
उड़ी पतंग और खिल गए दिल,
हर पल सुख और हर दिन शांति,
आप सबके लिए लाए मकर संक्रांति ।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
सूर्य का त्यौहार लाएगा आपके जीवन में ज्ञान और खुशियों का भंडार,
मुबारक हो आपको मकर संक्रांति का त्योहार।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
मन में मस्ती, मन में उमंग,
देकर सबको अपनापन,
गुड़ में जैसे मिठापन,
होकर साथ हम उड़ाए पतंग,
भर दे आकाश में अपने रंग।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
पल पल सुनहरे फूल खिले,
कभी ना हो कांटो का सामना,
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे,
संक्रांति पर हमारी यही शुभकामना।
हैप्पी मकर संक्रांति!!
ऊँची पतंग से मेरी ऊँची उड़ान होंगी,
इस जहाँ में मेरे लिए मंजिले तमाम होंगी,
जब भी आसमान की और देखोगे तुम दोस्तों,
तुम्हारे ही हाथों मेरी डोर के साथ जान होंगी,
तिल्ली भी पीली और गुड़ में मिठास होंगी।
मकर सक्रांति पर्व पर मेरी तरफ से बधाइयाँ बार बार होंगी।
पतंगों की तरह आकाश में बुलंदी पायें
और अपनी मेहनत की डोर से उस बुलंदी को संभाल कर रखें ।
सूरज की पहली किरण के साथआपको मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं !
खुले आसमान में जमीन से बात न करो,
ज़ी लो ज़िंदगी ख़ुशी का आस न करो,
हर त्यौहार में कम से कम हमे न भूला न करो,
फ़ोन से न सही, मैसेज से ही संक्रांति विश किया करो !!
हैप्पी मकर संक्रांति !!
इस वर्ष की मकर संक्रांति,
आपके लिए हो तिल लड्डू जैसी मीठी !
मिले कामयाबी पतंग जैसी उँची,
इसी कामना के साथ हैप्पी मकर संक्रांति !!
मूंगफली दी खुशबू ते गुड दी मिठास,
मक्के दी रोटी ते सरसों दा साग,
दिल दी खुशी ते अपने दा प्यार,
मुबारक हो आपको मकर संक्रांति दा त्यौहार।
उगता हुआ सूरज दुआ दे आपको,
खिलता हुआ फूल खुशबु दे आपको,
हम तो कुछ देने के काबिल नहीं हैं,
देने वाला हजार खुशियां दे आपको
हैप्पी मकर संक्रांति ।।
बाजरे की रोटी,
नींबू मिर्च का अचार,
खाने के साथ मिले जब अपनों का प्यार,
मुबारक हो आपको मकर संक्रांति का त्योहार।
खुले आसमां में जमीं से बात न करो,
जी लो ज़िंदगी खुशी की आस न करो,
हर त्यौहार में कम से कम हमें न भूला करो,
फोन से ना सही मैसेज से ही संक्रांति विश किया करो।
पतंगों का नशा,
मांझे की धार,
सर्दी की मार,
फिर भी दिल है बेक़रार।
मुबारक हो आपको पतंगों का त्यौहार।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
नजर सदा हों ऊँची, सिखाती है पतंग
इस संक्रांति में हमें,
काम, क्रोध, लोभ, मोह एवं अहंकार जैसी,
पतंगों को भी काटना चाहिए।
आप सभी को मकर संक्रांति की शुभकामनायें।
यादें अक्सर होती है सताने के लिए,
कोई रूठ जाता है फिर मान जाने के लिए,
रिश्ते निभाना कोई मुश्किल तो नही,
बस दिलो में प्यार चाहिए उसे निभाने के लिए,
आप को मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं !!
संक्रांति शुभ हो तुम्हारे लिए,
रिश्ते में गुड़ बना रहे तिल भर गम ना छू सके,
पतंगों-सा मन मेरा उड़ता रहे तुम्हारे लिए,
मेरे मन के आकाश पर तम्हारे प्रेम का आदित्य उत्तरायन हो,
तुम्हारे मन के मैदान में मेरी खुशियों की गिल्ली उछलती रहे,
सतरंगी संक्रांति साकार हो हमारे लिए !!
हैप्पी मकर संक्रांति !!
सोचा किसी अपने से बात करे,
अपने किसी ख़ास को याद करे,
किया जो फैसला मकर संक्रांति की शुभकामनायें देने का,
दिल ने कहा क्यों न आप से शुरुआत करें !
मीठी बोली, मीठी जुबान,
मकर संक्रांति का यही पैगाम,
मकर संक्रांति की शुभकामनायें।
तिल पकवानों की मिठास जिंदगी में भरिये,
पतंगों की तरह आकाश में बुलंदी पाइये,
और अपनी मेहनत की डोर से बुलंदी को संभाल के रखिये,
आपको मकर संक्रांति की शुभकामनायें !!
सुंदर कर्म, शुभ पर्व,
हर पल सुख और हर दिन शान्ति,
आप सब के लिए लाये मकर संक्रांति,
हैप्पी मकर संक्रांति !!
इस वर्ष की मकर संक्रांति,
आपके लिए हो तिल लड्डू जैसी मीठी,
मिले कामयाबी पतंग जैसी उँची,
इसी कामना वाली मकर संक्रांति !!
हैं प्यारा यह पर्व हमारा,
नया दिन और नया उजियारा,
मिट जाये सब क्लेश दिलों के,
मकर संक्रांति पर हैं संदेश हमारा।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
कागज अपनी किस्मत से उड़ता,
और पतंग अपनी काबिलियत से,
किस्मत साथ दे या ना दे,
मगर काबिलियत जरुर साथ दे जाती है।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।
नया सवेरा होता है नई किरण के साथ,
नई शुरुआत होती है प्यारी मुस्कान के साथ,
मुबारक हो आपको मकर संक्रांति हमारी ढेर सारी शुभकामनाओ के साथ।
हैप्पी मकर संक्रांति !!
इस वर्ष की मकर संक्रांति आपके लिए हो तिल के लड्डू जैसी मीठी मीठी,
मिले आपको कामयाबी पतंग जैसी उँची उँची।
मकर संक्रांति की शुभकामनाएं।
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