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तनाव दूर करने के उपाय How to make life tension-free
तनाव दूर करने के तरीके हम सब जानना चाहते हैं. भागदौड़ भरे आजकल के इस जीवन में जिन्दगी का दूसरा नाम ही तनाव हो गया है। हम रात को बिस्तर पर लेटते हैं तो दिन भर की बातें दिमाग को घूमने लगती हैं और सोने नहीं देतीं।
यदि आप सुबह टाइम से नहीं उठ पाए तो बस वही फिर से भागदौड़ शुरू। कल के अधूरे कामों को पूरा करने की फिक्र घर से निकलने से पहले ही दिल और दिमाग पर हावी हो जाती है। सुबह से शाम तक बस Stress ही Stress और फिर रोज-रोज का यह दबाव धीरे-धीरे चलकर Tension में बदल जाता है।
इस Tension का अगर हमने समझदारी से मुकाबला नहीं किया तो इसके Depression में बदलते देर नहीं लगती। निराशा और गुस्सा हमारे जीवन का स्थायी भाव बन जाएं, उससे पहले इसे पढ़ें और तनाव को दूर करें!
क्या है तनाव
बढ़ती प्रतिस्पर्धा , काम की अधिकता, घर की समस्या और काम के बदले कम सैलेरी मिलना जैसे कई ऐसे कारण हो सकते हैं, जिनसे इंसान मानसिक दबाब में आ जाता है और इस दबाव में वो अजीब व्यवहार करने लगता है।
इंसान हर छोटी से छोटी बात पर गुस्सा करने लगे, तुनकमिजाज हो जाये, चिड़चिड़ाहट, झल्लाना उसकी आदतों में शामिल हो जाए या अकेला रहने लगे तो ये तनाव के कारण हो सकते हैं।
तनाव बढ़ने के मुख्य कारण
- देर रात सोना व सुबह जल्दी नहीं उठने से बढ़ता है तनाव
- आर्थिक तंगी के कारण भी बढ़ता है तनाव
- ऑफिस में काम के लिए अनुकूल माहौल नहीं मिलने से भी तनाव बढ़ता है
- वैवाहिक जीवन में पति-पत्नी का अनावश्यक एक दूसरे पर शक करने से बढ़ता है तनाव
- सोशल मीडिया के ज्यादा उपयोग करने के कारण भी बढ़ रहा है तनाव
- बच्चों के स्कूल में कम नम्बर आना भी तनाव का एक कारण है
- अधिक खर्चीली महिला मित्र बनाने से भी तनाव बढ़ सकता है
- मंहगाई के इस दौर में यदि अपना घर ना हो तो मकान खरीदने का तनाव बना रहता है
- शारीरिक अस्वस्थता व रोज रोज बीमार होने से भी तनाव बढ़ता है
- हवा से बातें करने वाले इस युग में काम के मुकाबले कम सैलेरी मिलने से भी तनाव बढ़ता है
- आज कल तो यदि बैंक क्रेडिट कार्ड न दे तो भी इंसान तनाव में आ जाता है
- सयुंक्त परिवार के आपसी झगड़ों से भी बढ़ता है तनाव
हर व्यक्ति पैसे कमाने में इतना उलझ गया है कि इंसान के पास परिवार के लिए समय ही नहीं बचता है। समय के अभाव में घर में रोज की झिक-झिक से तनाव बढ़ने लगता हैं।
छोटी-छोटी बातों का बहुत ज्यादा दबाव लेने से व किसी के कुछ कह देने पर बातों को दिल से लगा लेना और फिर उन्हीं बातों को रात-दिन सोचते रहने से व्यक्ति का वो Tension अक्सर Depression में बदल जाता है और Depression से इंसान अपना रास्ता भटक जाता है।
ऑफिस में अपने बॉस की कही हुई बात को दिल से लगाकर रखने से तनाव बढ़ जाता है और उस कारण सही फैसले लेने में दिक्कत आती है। इस तरह बनते हुए काम भी बिगड़ जाते हैं।
जीवन में अशांति बढ़ जाती है और वैसा ही माहौल घर जाकर भी हो जाता है। व्यक्ति घर वालों के साथ ठीक से व्यवहार नहीं कर पाता है क्योंकि उसके दिमाग में वही बातें घूमती रहती हैं।
तनाव दूर करने के तरीके
- सकारात्मक सोच और रोज योग करने से दूर होता है तनाव.
- ऑफिस की समस्या घर पर और घर की समस्या ऑफिस में लेकर न जायें। इससे आपका ऑफिस में भी कार्य प्रभावित नहीं होगा और घर पर भी अच्छा माहौल बना रहेगा।
- यदि आप विवाहित हैं तो भी और यदि आप अविवाहित हैं तो भी महीने में कम से कम दो बार परिवार सहित घूमने जाएं व महीने में एक दिन परिवार के साथ बाहर खाना खायें जिससे माहौल अच्छा बना रहेगा।
- रोज सुबह सूर्योदय से पहले उठने का प्रयास करें व Morning Walk पर जायें यदि नहीं जा पाये तो Gym भी ज्वाइन कर सकते हैं, उससे तन और मन स्वस्थ एवं तरोताजा रहेंगे।
- Meditation(ध्यान) करें, जिससे कि एकाग्रता बढ़े ताकि आपको शोरगुल के बीच भी कार्य करना पड़े तो भी आपके कार्य पर कोई फर्क नहीं पड़े।
- ऑफिस से घर जाने के बाद बच्चों के साथ भी समय बितायें, उनके साथ खेलने से भी व्यक्ति तनावमुक्त होता है।
- जब भी किसी से मिलें तो चेहरे पर मुस्कुराहट बराबर बनी रहनी चाहिए। छोटी-छोटी बातों पर तनाव न लें व ऐसी बातों का निस्तारण उसी समय कर दें।
- गलतियां हर इंसान से होती है, जो गलती हो गई है, उस पर अफसोस न करें और ना ही तनाव में आएं, क्योंकि जो हो चुका है, उसे कम्प्यूटर की तरह वास्तविक जीवन में हम undo नहीं कर सकते, उसकी सिर्फ भरपाई ही की जा सकती है (जैसे कि यदि आपके 100 रुपये गिर गये हैं और आपको पता है कि अब मिलना मुश्किल है तो उस बात को लेकर न बैठे रहें बल्कि ये ध्यान रखें कि आगे से ऐसा ना हो)।
- अपने पसंद के गाने सुनें और गुनगुनाने से भी माहौल बदल जाता है और इंसान तनाव मुक्त महसूस करता है।
- अपने लिए समय निकालें और अपने शौक पूरे करने का प्रयास करें। हर हाल में खुश रहने की कोशिश करें।
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