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प्रेग्नेंट होने के बारे में सही जानकारी
प्रेग्नेंट कैसे होते हैं? इसको लेकर अक्सर यह सवाल पूछा जाता है कि लड़कियां प्रेग्नेंट कैसे होती है? यह सवाल उन दंपतियों द्वारा पूछा जाता है जो विवाह के लंबे समय के बाद भी संतान के सुख से वंचित हैं. इसके अलावा ऐसे दंपति जो अपनी उम्र के आधे दौर में आ चुके हैं और दूसरी या तीसरी संतान चाहते हैं वे पूछते हैं कि महिला प्रेग्नेंट कैसे होती है? या औरत प्रेग्नेंट कैसे होती है?
प्रेग्नेंट होने का तरीका जानने के लिए बहुत से लोग नीम हकीम और झाड़-फूंक के चक्कर में पड़कर अपना धन और समय दोनो बर्बाद करते हैं. जबकि प्रेग्नेंट होना एक बाॅयोलाॅजिकल इफेक्ट है जो स्त्री और पुरूष दोनों के स्वास्थ्य और खान-पान पर निर्भर है.
प्रेग्नेंसी का गहरा संबंध पीरियड या मासिक धर्म से है. मासिक धर्म के साइकिल को ध्यान में रखते हुए अगर सम्बन्ध बनाए जाए तो महिला के प्रेग्नेंट की संभावना बढ़ जाती है. अक्सर नवदंपति शादी के कुछ माह बाद ही परेशान होने लगते हैं कि प्रेग्नेंट कैसे होते हैं? जबकि प्रेग्नेंट होने की कोशिश करते हुए एक वर्ष तक का समय लगना बहुत सामान्य बात है. इससे पहले या महिला की उम्र 30 वर्ष होने तक परेशान होने की जरूरत नहीं है
पीरियड के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट होती है?
प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ाने के लिए यह जानना जरूरी है कि महिला के पीरियड का साईकिल क्या है. आम तौर पर एक मासिक धर्म का समय 28 दिन होता है. मासिक धर्म मे रक्त स्राव रूकने से 7वें दिन तक प्रेग्नेंट होने की संभावना सबसे कम होती है क्योंकि अंडा पूरी तरह शुक्राणु से मेल के लिए तैयार नहीं होता है.
8वें से 12वें दिन तक प्रेग्नेंट होने का सही समय होता है. इस दौरान स्त्री और पुरूष को नियमित संबंध बनाना चाहिए. ध्यान रखें पीरियड के कितने दिन बाद प्रेग्नेंट नहीं होती है? तो इसका जवाब है पहले से 7वें दिन और 14वें से 28वे दिन इसलिए इस दौरान आपको सम्बन्ध बनाने से ज्यादा लाभ नहीं मिलने वाला है.
जो दंपति प्रेग्नेंसी से बचना चाहते हैं वे इन दिनों में सम्बन्ध तो इसकी संभावना कम हो जाती है लेकिन पूरी तरह से खत्म नहीं होती है.
प्रेग्नेंट होने का लक्षण
प्रेग्नेंट होने का पहला लक्षण मासिक धर्म का रूक जाना.
इसके अलावा भी प्रेग्नेंट होने के कई और लक्षण होते हैं जा अलग महिलाओं में अलग तरीके से सामने आते हैं. आजकल प्रेग्नेंसी का टेस्ट बहुत आसान हो गया है और इसे आसानी से घर पर ही किया जा सकता है. इसके लिए आपको बाजार से प्रेग्नेंसी टेस्ट किट लाना होगा और उसमें यूरिन की कुछ बूंदे डालनी होगी. अगर कुछ समय के बाद स्ट्रिप दो लाइने दिखाई देने लगती है तो इसका मतलब महिला प्रेग्नेंट है. अगर एक लाइन दिखाई देती है तो प्रेग्नेंसी नही है और कहीं तीन लाईन दिखाई देती है तो आपने टेस्ट गलत तरीके से किया है और आपको एक बार फिर से दूसरी स्ट्रिप की मदद से यह टेस्ट करना चाहिए. स्ट्रिप की लाइनों को समझाने के लिए हम यहां प्रेग्नेंसी टेस्ट स्ट्रिप इमेज दे रहे हैं.
Not Pregnant |
Pregnant |
इसके अलावा प्रेग्नेंसी के कुछ अन्य लक्षण भी है जैसे कि प्रेग्नेंट महिला को सांस लेने में भारीपन महसूस होने लगता है क्योंकि गर्भ में भ्रूण के कारण महिला को अधिक आॅक्सीजन की जरूरत महसूस होती है. स्तनों में भारीपन महसूस होने लगता है. उल्टी या मतली का मन करता है. सूंघने की शक्ति तेज होती है. स्वाद ग्रंथियां भी ज्यादा काम करने लगती हैं.
यूरिन बार-बार जाने का मन करता है और कई बार यूरिन में रक्त भी दिखाई देता है. सिरदर्द, पीठदर्द, ऐंठन और कब्ज प्रेग्नेंसी या गर्भावस्था के दौरान दिखाई देने वाले सामान्य लक्षण हैं. यदि इनमें से कुछ लक्षण आपको भी महसूस हो तो देर मत करिए, तुरंत डाॅक्टर के पास जाए और उनसे उचित सलाह लें.
प्रेग्नेंट होने का उपाय- प्रेग्नेंट होने के आयुर्वेदिक नुस्खे
आइए अब बात करते हैं उन पुरूषों के बारे में जिन्हें किसी कारण से बच्चा पैदा करने में परेशानी आ रही है. अगर ऐसे पुरूष हर रात सोने से पहले दो चम्मच दालचीनी का पाउडर ले तो उसके वीर्य में वृद्धि होगी और प्रेग्नेंट होने की संभावना बढ़ जाएगी.
इसी तरह महिला को गर्भधारण के लिए पीरियड्स के समय में तुलसी के बीज का चूर्ण पानी में मिलाकर लेने अथवा काढ़ा बनाकर पीने से गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है. जिससे यूट्रस गर्भधारण के लिए सक्षम बनता है.
तेजपत्ते का पाउडर भी यूट्रस की समस्याओं को दूर करने में सहायक होता है.
पीपल के पेड़ की जड़ों को सुखाकर और पीस कर चूर्ण बना ले और पत्नी के पीरियड्स शुरू होने के साथ ही तीन-चार चम्मच प्रतिदिन देना प्रांरभ करें. ऐसा करीब 10 दिन तक करें. इसके बाद गर्भधारण के लिए प्रयास करें.
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