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कृषि विज्ञान में करिअर
कृषि विज्ञान में करिअर Career in Agriculture Science बनाने का सपना देखने वालों की दुनिया पूरी तरह बदल चुकी है। । कृषि वैज्ञानिकों की मांग दुनिया भर में तेजी से बढ़ रही है। भारत में कृषि आज भी ज्यादातर लोगों की आय का प्रमुख हिस्सा है।
कृषि आधारित अर्थव्यवस्था होने की वजह से इससे संबंधित क्षेत्रों को लगातार बेहतर बनाने की कवायद चलती रहती है। ऐसे में ढेरों विशेषज्ञों की मांग इस बाजार के लिए हमेशा बनी रहती है।
कुछ नया कर दिखाने और किसानों के लाभ के उत्पाद बनाने की होड़ ने इस इंडस्ट्री को और ज्यादा लाभकारी और आकर्षक पैकेजेज का क्षेत्र बना दिया है। भारत का कृषि क्षेत्र परम्परा से आधुनिकता की ओर बढ़ रहा है और इसमें विकास की ढेरों संभावनाए ने पूरी दुनिया के बाजार को अपनी ओर आकर्षित किया है।
ऐसे में ढेरों अंतरराष्ट्रीय कंपनियां भारत में न सिर्फ निवेश कर रही है बल्कि भारतीय कृषि विशेषज्ञों को बेहतर सेवाएं देने के बदले में बेहतरीन वेतन भी आफर कर रही है।
Course in Agriculture Science कौन-कौन से हैं कोर्स?
कृषि विज्ञान में स्नातक B.Sc. Agriculture Science, स्नातकोत्तर M.Sc. agriculture Science और पीएचडी Phd in agriculture science के अलावा भी ढेरों नये कोर्स अब भारत के विभिन्न विश्वविद्यालयों में पढ़ाए जाने लगे हैं जो कृषि के विशेष क्षेत्र से संबंधित जानकारी पर ध्यान केन्द्रित करवाते हैं।
नये कोर्सेज में कृषि विज्ञान में बीबीए BBA agriculture Science, एग्रीकल्चर बायोटेक्नोलाॅजी में स्नातक B.Sc. agriculture biotechnology, कृषि अर्थशास्त्र और फार्म मैनेजमेंड में डिग्री कोर्स, कृषि आधारित मौसम विज्ञान, कृषि और फूड टेक्नोलाॅजी, एग्रो कैमिकल और पेस्ट कंट्रोल, एग्रोफाॅरेस्ट्री, एग्रोनाॅमी, एग्रीकल्चर कैमिस्ट्री, क्राॅप साइकोलाॅजी, एनटाॅमोलाॅजी और एपीकल्चर, निमेटोलाॅजी, प्लांट ब्रीडिंग एंड जेनेटिक्स, पोस्ट हार्वेस्ट टेक्नोलाॅजी, सेरीकल्चर, मृदा विज्ञान और जल प्रबंधन, वेजीटेबल साइंस, एग्रीकल्चर माइक्रोबायोलाॅजी, एग्रीकल्चर फिजिक्स, ग्रीकल्चर स्टेटेटिक्स, एग्रीकल्चर बाॅटनी, एग्रीकल्चर मार्केटिंग और प्लांट डिजाइन में डिग्री, पोस्ट ग्रेजुएट डिग्री से बेहतर करिअर के द्वार खुल सकते हैं। इसी विधा में इंजीनियरिंग के लिए भी ढेरों संभावनाएं हैं और इस विज्ञान की कई शाखाओं में बीटेक की डिग्री भी इच्छुक अभ्यर्थी प्राप्त कर सकते हैं।
कहां से कर सकते हैं कोर्स?
वैसे तो भारत के लगभग हरेक राज्य में कृषि से संबंधित विश्वविद्यालय कार्यरत हैं जो विभिन्न तरह के कोर्सेज के लिए समय-समय पर आवेदन आमंत्रित करते रहते हैं लेकिन नीचे दिए गए संस्थान इस क्षेत्र में अपनी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए जाने जाते हैं-
1.इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली
2.तमिलनाडू एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, कोयम्बटूर
3.पंजाब एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, लुधियाना
4.नेशनल डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, करनाल
5.चौधरी चरण सिंह हरियाणा एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, हिसार
6.इंडियन वेटरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट, आइजेटनगर
7.गोविंद वल्लभ पंत यूनिवर्सिटी आॅफ एग्रीकल्चर एंड टेक्नोलाॅजी, पंतनगर
8.यूनिवर्सिटी आफ एग्रीकल्चर साइंसेज, बैंगलोर
9.सेंट्रल इंस्टीट्यूट आफ फीशरीज साइंसेज, मुंबई
10.इलाहाबाद एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट, इलाहाबाद
11.सेन्ट्रल एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी, इम्फाल
12.जवाहर लाल नहेर कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर
कहां मिल सकते हैं अवसर?
इन कोर्सेज को करने के बाद उम्मीदवारों को एग्रीकल्चर साइंटिस्ट, एग्रीकल्चर इंजीनियर, एग्रीकल्चर लेक्चरर, कृषि से संबंधित फम्र्स में प्रबंधक, पशुपालन विज्ञान में रूचि रखने वाले संबंधित फार्म के नीरीक्षक, एग्रीकल्चर कंसल्टेंट, फूड टेक्नोलाॅजिस्ट, पेस्ट कंट्रोल मैनेजर, प्लांट जेनेसिस्ट और एग्रीकल्चर जर्नलिस्ट जैसे पदों पर काम करने का मौका मिल सकता है।
उन्हें अपने बेहतरीन करिअर के दौरान सार्वजनिक क्षेत्र की संस्थाओं के अलावा विभिन्न राज्यों के कृषि विभाग, संबंधित सेवाओं जैसे पशुपालन, फिशरीज, रिसर्च आर्गेनाइजेशन्स, फर्टिलाइजर कंपनीज, काॅमर्शियल फार्मिंग कंपनीज, स्टोरोज, डेयरी क्षेत्र में सेवा देने का अवसर प्राप्त हो सकता है।
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