Table of Contents
क्या है जीका वायरस लक्षण,प्रभाव एवं बचाव के उपाय
जीका वायरस Zika virus के खतरे और डर में इस वक्त भारत सहित लगभग दुनिया में कई देश जी रहे हैं. जीका एक वायरस है जो एडीज, एजिप्टी और अन्य मच्छरों से फैलता है.जीका वायरस की पहचान पहली बार 1947 में हुई थी.
यह वायरस सबसे पहले अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ देशों में मिला था, अभी तक इसकी कोई दवाई मौजूद नहीं है.जो कि एक बड़ी चिंता का का कारण बना हुआ है.
एडिस ऐजिप्टी मच्छर के जरिए फैल रहा है जीका वायरस
धारीदार एडीज मच्छर एक मनुष्य से दूसरे में डेंगू के वायरस को फैलाता है.डेंगू और चिकनगुनिया के साथ ही कई अन्य बुखारों के वायरस भी इसी मच्छर से फैलाता है. इस वायरस पर रिसर्च कर रही संस्थाओं ने अध्ययन में पाया कि डेंगू और चिकनगुनिया फैलाने वाले एडिस ऐजिप्टी मच्छर के जरिए ही मनुष्यों में जीका वायरस फैलता है.
zika virus से सबसे ज्यादा ख़तरा गर्भवती महिलाओं को होता है. एडिस मच्छरों के काटने से गर्भवती महिलाएं यदि इस वायरस जद में आ जाती है तो इस वायरस के कारण बच्चे में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा पैदा हो जाता है जो ब्रेन के डवलपमेंट पर असर डालता है.
इन देशों में फैला जीका वायरस
अमेरिका, ब्राजील और भारत सहित अनके देश जीका की चपेट में हैं. ब्राजील के साथ ही हैती, वेनेजुएला, फ्रेंच गयाना, पैरागुए, कोलंबिया, सूरीनाम और मेक्सिको में जीका वायरस की वजह से कई जानें जा चुकी हैं. साथ ही अर्जेंटीना, पेरू, एल सैल्वडॉर, ग्वातेमाला देशों में इसका खतरा मंडरा रहा है.
zika virus के लक्षण
एडीज, एजिप्टी और अन्य मच्छरों के काटने से बुखार, शरीर पर लाल चकत्ते होना, जोड़ों का दर्द व थकान, सिर दर्द होने लगता है और आंखें लाल होने लगती हैं. जीका वायरस में ग्यूलेन-बैरे सिंड्रोम शरीर के तंत्रिका तंत्र पर हमला करता है और इसके चलते लोग लकवा का शिकार हो जाते हैं.
अगर गर्भवती महिलाओं में इस वायरस का अटैक हो जाता है तो यह बच्चे में न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर का खतरा पैदा करता है और ब्रेन के डवलपमेंट पर असर डालता है, इससे बच्चे का जन्म आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है.
जीका वायरस से बचाव के लिए कारगर उपाय
- विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार zika virus के संक्रमण को रोकने का सबसे अच्छा उपाय है मच्छरों की रोकथाम.
- बुखार, गले में खराश, जोड़ों में दर्द, आंखें लाल होने जैसे लक्षण नजर आने पर अधिक से अधिक तरल पदार्थों का सेवन और डॉक्टरी सलाह लें.
- जीका वायरस का फिलहाल कोई टीका उपलब्ध नहीं है. इसलिए इसके लक्षणों का पता चलते ही तुरन्त डॉक्टर को दिखाना चाहिए.
- डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के अनुसार मच्छरों से बचने के लिए पूरे शरीर को ढककर रखना चाहिए और हल्के रंग के कपड़े पहनें.
- मच्छरों के प्रजनन को रोकने के लिए अपने घर के आसपास गमले, बाल्टी, कूलर में पानी को भर कर ज्यादा दिन तक नहीं रखें.
यह भी पढ़ें:
प्राइमरी काॅम्पलेक्स (बच्चों की टी. बी. क्या है)
सर्वाइकल कैंसर का कारण,रोकथाम के उपाय
क्या है निपाह वायरस लक्षण व बचाव के उपाय