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Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar Quotes in Hindi

Baba Saheb Bhim Rao Ambedkar Quotes in Hindi - भीम राव अम्बेडकर

बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के कथन

बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर ने भारत के संविधान का निर्माण किया। उन्होंने जाति प्रथा का खुल कर विरोध किया और शोषित तथा दलित लोगों को अधिकार दिलवाने का सुंदर काम किया। उन्होंने अपने जीवन में कई पुस्तकों का लेखन किया और कई विषयों पर अपनी विद्वतापूर्ण राय रखी। हम यहां आपको बाबा साहब भीम राव अम्बेडकर के कोट्स हिंदी और अंग्रेजी दोनों में उपलब्ध करवा रहे हैं।

पति और पत्नी के बीच संबंध सबसे करीबी दोस्तों की तरह होना चाहिए.
The relationship between husband and wife should be one of closest friends.

– भीम राव अम्बेडकर

पानी की एक बूंद के विपरीत, जो समुद्र में शामिल होने पर अपनी पहचान खो देता है, मनुष्य उस समाज में अपना अस्तित्व नहीं खोता है जिसमें वह रहता है. मनुष्य का जीवन स्वतंत्र है वह सिर्फ समाज के विकास के लिए नहीं पैदा हुए हैं, बल्कि वह स्वयं के विकास के लिए पैदा हुआ है.
Unlike a drop of water which loses its identity when it joins the ocean, man does not lose his being in the society in which he lives. life is independent. He is born not for the development of the society alone, but for the development of his self.

– भीम राव अम्बेडकर

मुझे वह धर्म पसंद है जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाता है.
I like the religion that teaches liberty, equality and fraternity.

– भीम राव अम्बेडकर

मस्तिष्क का विकास मानव अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए.
Cultivation of mind should be the ultimate aim of human existence.

– B. R. Ambedkar

जीवन बहुत लंबा होने के बजाय महान होना चाहिए.
Life should be great rather than long.

– भीम राव अम्बेडकर

सबसे पहले और अंत में, हम भारतीय हैं.
We are Indians, firstly and lastly.

– Bhim Rao Ambedkar

एक महान व्यक्ति एक विद्वान व्यक्ति से अलग है क्योंकि वह समाज की सेवा करता है.
A great man is different from an eminent one in that he is ready to be the servant of the society.

– Bhim Rao Ambedkar

जाति ईंटों की एक दीवार या कांटेदार तार की एक रेखा जैसी भौतिक वस्तु नहीं है जो हिंदूओं को सह-संबंध से रोकता है। जाति एक धारणा है; यह मन की अवस्था है.
Caste is not a physical object like a wall of bricks or a line of barbed wire which prevents the Hindus from co-mingling and which has, therefore, to be pulled down. Caste is a notion; it is a state of the mind.

– भीम राव अम्बेडकर

पुरुष नश्वर हैं और विचार भी. किसी विचार का प्रसार उतना ही ज़रूरी है जितना कि पौधे को पानी की जरूरत होती है. अन्यथा दोनों सूख जाएंगे और मर जाएंगे.
Men are mortal. So are ideas. An idea needs propagation as much as a plant needs watering. Otherwise both will wither and die.

– भीम राव अम्बेडकर

हालांकि संविधान अच्छा हो सकता है, लेकिन जो इसे कार्यान्वित कर रहे हैं अगर वे अच्छे नहीं हुए तो अंतत: यह बुरा साबित होगा। हालाँकि संविधान बुरा भी हो सकता है, लेकिन इसे लागू करने वाले अच्छे हैं, तो यह अच्छा साबित होगा.
However good a Constitution may be, if those who are implementing it are not good, it will prove to be bad. However bad a Constitution may be, if those implementing it are good, it will prove to be good.

– भीम राव अम्बेडकर

जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता प्राप्त नहीं करते हैं, तब तक कानून द्वारा उपलब्ध कराई गई स्वतंत्रता से आपको कोई लाभ नहीं होता है.
So long as you do not achieve social liberty, whatever freedom is provided by the law is of no avail to you.

– भीम राव अम्बेडकर

लोकतंत्र केवल सरकार का एक रूप नहीं है. यह मुख्य रूप से जुड़़ने का एक तरीका है, जो कि संवाद के अनुभव पर आधारित है। यह अनिवार्य रूप से अपने साथियों के प्रति सम्मान और आदर प्रगट करने का एक तरीका है.
Democracy is not merely a form of government. It is primarily a mode of associated living, of conjoint communicated experience. It is essentially an attitude of respect and reverence towards fellow men.

– भीम राव अम्बेडकर

मैं एक समुदाय की प्रगति को उसकी महिलाओं की डिग्री से मापता हूं.
I measure the progress of a community by the degree of progress which women have achieved.

– भीम राव अम्बेडकर

हम इस स्वतंत्रता के साथ क्या कर रहे हैं? हमें यह स्वतंत्रता हमारी सामाजिक प्रणाली को सुधारने के लिए मिली है जो असमानता, भेदभाव और अन्य चीजों से भरी है, जो हमारे मौलिक अधिकारों के साथ टकराव पैदा करती है.
What are we having this liberty for? We are having this liberty in order to reform our social system, which is full of inequality, discrimination and other things, which conflict with our fundamental rights.

– भीम राव अम्बेडकर

जाति बुरी हो सकती है. जाति मनुष्य को अमानवीयता की तरफ ले जाती है. वही, यह मान लेना भी गलत होगा कि कि हिंदूओं ने जाति का पालन किया क्योंकि वे अमानवीय या गलत हैं। वे जाति का पालन करते हैं क्योंकि वे गहराई से धार्मिक हैं.
Caste may be bad. Caste may lead to conduct so gross as to be called man’s inhumanity to man. All the same, it must be recognized that the Hindus observe Caste not because they are inhuman or wrong-headed. They observe Caste because they are deeply religious.

– भीम राव अम्बेडकर

राजनीतिक अत्याचार सामाजिक अत्याचार के आगे कुछ भी नहीं है और समाज सुधारक जो समाज को खारिज करते हैं, एक राजनीतिज्ञ की तुलना में कहीं अधिक साहसी आदमी है जो सरकार को खारिज करता है.
Political tyranny is nothing compared to the social tyranny and a reformer who defies society is a more courageous man than a politician who defies Government.

– भीम राव अम्बेडकर

राजनीतिक लोकतंत्र तब तक नहीं चल सकती जब तक कि इसमें सामाजिक लोकतंत्र का आधार न हो। सामाजिक लोकतंत्र का क्या मतलब है? यह जीवन का एक तरीका है जो सिद्धांत के रूप में स्वतंत्रता, समानता और भाईचारे को पहचान देता है.
Political democracy cannot last unless there lies at the base of it social democracy. What does social democracy mean? It means a way of life which recognises liberty,equality and fraternity as the principles of life.

– भीम राव अम्बेडकर

कुछ लोग सोचते हैं कि धर्म समाज के लिए जरूरी नहीं है. मैं यह विचार नहीं रखता हूं. मैं मानता हूं कि समाज और जीवन के लिए धर्म का आधार होना जरूरी है.
Some people think that religion is not essential to society. I do not hold this view. I consider the foundation of religion to be essential to the life and practices of a society.

– भीम राव अम्बेडकर

मेरा सामाजिक दर्शन तीन शब्दों में लिखा जा सकता है: स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा. हालांकि, लोग कहते हैं कि मैंने इसे फ्रांसीसी क्रांति से दर्शन से लिया है. लेकिन यह सही नहीं है. मेरे दर्शन की जड़ें धर्म में हैं, न कि राजनीति विज्ञान में. जिन्हें मैंने अपने गुरु, बुद्ध की शिक्षाओं से प्राप्त किया है.
My social philosophy may be said to be enshrined in three words: liberty, equality and fraternity. Let no one, however, say that I have borrowed by philosophy from the French Revolution. I have not. My philosophy has roots in religion and not in political science. I have derived them from the teachings of my Master, the Buddha.

– भीम राव अम्बेडकर

धर्म और गुलामी दो असंगत पहलू हैं.
Religion and slavery are incompatible.

– भीम राव अम्बेडकर

इतिहास बताता है कि जहां नीति और अर्थशास्त्र संघर्ष में आते हैं, जीत हमेशा अर्थशास्त्र के साथ होती है। निहित हितों का त्याग कभी भी नहीं किया गया है, जब तक उन्हें मजबूर करने के लिए आपके पास पर्याप्त शक्ति नहीं थी.
History shows that where ethics and economics come in conflict, victory is always with economics. Vested interests have never been known to have willingly divested themselves unless there was sufficient force to compel them.

– भीम राव अम्बेडकर

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