टोक्यो ओलम्पिक में जैवलिन थ्रो में स्वर्ण पदक जीतने वाले नीरज चोपड़ा ने भारत का नाम रोशन किया है। आज की पोस्ट में हम नीरज चोपड़ा के जीवन से जुड़े कुछ अहम् पहलुओं से आपको अवगत करवाएंगे।
Table of Contents
नीरज चोपड़ा की संक्षिप्त जीवनी –
नीरज चोपड़ा का जन्म हरियाणा के खांद्रा नामक गांव में हुआ था। इनके पिता सतीश कुमार एक किसान हैं एवं माता सरोज देवी हाउसवाइफ हैं। पांच भाई बहनों में सबसे बड़े नीरज चोपड़ा ने 11 साल की उम्र से ही इस खेल में रूचि दिखानी शुरू कर दी थी। कड़ी मेहनत से ट्रैनिंग करते हुए इन्होने अपनी प्रतिभा को निखारा और टोक्यो ओप्लम्पिक में 87.58 मीटर की दूरी तक भाला फेंक कर भारत को गोल्ड मैडल दिला कर इतिहास रच दिया। इनका नाम विश्व वरीयता सूची में चौथा है।
नीरज ने जैवलिन थ्रो को कैरियर के रूप में क्यों चुना ?
11 वर्ष की उम्र में नीरज का वजन अचानक बढ़ने लगा। इससे चिंतित होकर घरवालों ने उन्हें जिम ज्वाइन करने को कहा, लेकिन कुछ ही दिनों बाद वो जिम बंद हो गया। इस पर नीरज ने स्टेडियम जाकर किसी खेल से जुड़ने के विषय में सोचना शुरू किया। उन्होंने अपने गांव से 15 -16 किमी दूर पानीपत स्थित शिवाजी स्टेडियम मे जाकर क्रिकेट खेलना शुरू किया। एक दिन उन्होंने कुछ खिलाड़ियों को भाला फेंकते हुए देखा और सोचा की वो तो उनसे भी ज्यादा दूर तक भाला फेंक सकते हैं। यहीं से उनकी रूचि जैवलिन थ्रो में बढ़ने लगी और उन्होंने कड़ा अभ्यास शुरू कर दिया।
कैसे रहा नीरज चोपड़ा का कैरियर ?
2012 में एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीत कर नीरज चोपड़ा ने अपने स्वर्णिम सफर की शुरुआत की। 2016 में उन्हें भारतीय सेना में जूनियर कमीशंड ऑफिसर के पद पर नौकरी मिल गई। नीरज के अनुसार इससे उनके परिवार की आर्थिक हालत सुधारने में बहुत मदद मिली। 2018 में जकार्ता में आयोजित एशियाई गेम्स में उन्होंने 88.06 मीटर तक भाला फेंक कर स्वर्ण पदक अपने नाम किया। लेकिन इसके बाद कंधे में लगी चोट के कारण उन्हें कुछ समय तक खेल से दूर होना पड़ा। 2021 के टोक्यो ओलम्पिक में उन्होंने शानदार वापसी करते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया और भारत का नाम रोशन किया।
टोक्यो ओलम्पिक्स में नीरज और उनके प्रतिद्धंदियो की परफॉर्मेंस –
उन्होंने पहले थ्रो में 87.03 मीटर, दूसरे थ्रो में 87.58 मीटर और तीसरे थ्रो में 76.79 मीटर दूर भाला फेंका।
प्रथम स्थान – नीरज चोपड़ा – 87.58 मीटर
द्वितीय स्थान – जैकब वेडलेच – 86.67 मीटर
तृतीय स्थान – विटस्लेव् वैस्ले – 85.44 मीटर
नीरज चोपड़ा की उपलब्धियाँ –
2016 एशियाई जूनियर चैंपियनशिप – सिल्वर मैडल
2016 वर्ल्ड जूनियर कॉम्पिटीशन – गोल्ड मैडल
2016 दक्षिण एशियाई गेम्स – गोल्ड मैडल
2017 एशियाई कॉम्पिटीशन – गोल्ड मैडल
2018 राष्ट्रमण्डल खेल – गोल्ड मैडल
2018 एशियाई खेल – गोल्ड मैडल
2020 टोक्यो ओलंपिक्स – गोल्ड मैडल
- मितेश नागर
(लेखक स्वतंत्र पत्रकार एवं तकनीकी विशेषज्ञ हैं। इनसे nagarmitesh7@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है।)
यह भी पढ़ें:
टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा की जीवनी
वेटलिफ्टर पूनम यादव का जीवन परिचय
वेटलिफ्टर मीराबाई चानू के बारे में जानकारी
गोल्ड मेडलिस्ट मनु भाकर बनना चाहती है डॉक्टर