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ज से मुहावरे – हिंदी मुहावरे डिक्शनरी-Hindi Muhavare with Meanings

ज से मुहावरे - हिंदी मुहावरे डिक्शनरी-Hindi Muhavare with Meanings

Table of Contents

ज से मुहावरे Hindi Muhavare with Meanings and Sentences- हिंदी मुहावरा कोष

ज से मुहावरे – मुहावरे की परिभाषा

ज से मुहावरे- मुहावरे भाषा को सुंदर और लावण्यमय बनाने का काम करते हैं. मुहावरों की मदद से एक लंबी और नीरस बात को रोचक बनाया जा सकता है.

बहुधा अभिधा, लक्षणा और व्यंजना शब्दशक्तियों के उपयोग से मुहावरों का निर्माण किया जाता है. मुहावरे और लोकोक्तियां लोक मानस द्वारा निर्मित छोटी कविताएं हैं जो कम शब्दों में बड़ी बात कहने में सहायता करती है.

Muhavare in Hindi – ज से मुहावरे

मुहावरा: जबान गज भर की होना

अर्थ: हर दम याद होना।

वाक्य में प्रयोग: मुझे परीक्षा से क्या डर, ये सब किताबें तो मेरी जबान पर धरी हैं।

मुहावरा: जबान में लगाम न होना

अर्थ: उचित अनुचित सब-कुछ कह डालना, वे समझे-बूझे बोलना।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हारी जबान पर लगाम नहीं है, जो कुछ दिल में आता है वह कह देते हों।

मुहावरा: जबान बदलना

अर्थ: कही हुई बात से फिर जाना।

वाक्य में प्रयोग: उसे जबान बदलते क्या देर लगती है?

मुहावरा: जबान पर आना

अर्थ: मुंह से निकलना।

वाक्य में प्रयोग: ऐसी बात तो मेरी जबान पर भी नहीं आती।

मुहावरा: जबानी जमा खर्च करना

अर्थ: बातें बहुत करना पर काम कुछ न करना।

वाक्य में प्रयोग: जबानी खर्च न तो सभी कर लेते हैं, कुछ करो तब जानें।

मुहावरा: जमीन चूमने लगना

अर्थ: इस प्रकार गिर पड़ना कि जमीन के साथ मुंह लगा जाय।

वाक्य में प्रयोग: जरा-से धक्के से वह जमीन चूमने लगा।

मुहावरा: जमीन पर पैर न पड़ना

अर्थ- बहुत अभिमान होना।

वाक्य में प्रयोग: उनके लड़के हाकिम हो गये हैं, अब उनके पैर जमीन पर क्यों पड़ने लगे!

मुहावरा: जलती आग में तेल डालना

अर्थ- लड़ाई बढ़ाना।

वाक्य में प्रयोग: और पाए हैं जलती आग में तेल डालने, झगड़ा निपट ही चुका था पर इनकी बातों ने फिर से खड़ा हो गया।

मुहावरा: जल-भुन कर कोयला (पंतंग या खाक) होना

अर्थ- क्रोध के मोर पागल होना।

वाक्य में प्रयोग: तुम तो छोटी-छोटी बात पर जल-भुन कर कोयला हो जाते हो।

मुहावरा: जहर उगलना

अर्थ- ईर्ष्या पूर्ण वचन कहना।

वाक्य में प्रयोग: आज तो उन्होंने पंडित जी को लक्ष्य करके खूब जहर उगला।

मुहावरा: जहर का घूंट पीना

अर्थ- किसी अनुचित बात को देखकर भी क्रोध को मन ही मन दब रखना, भीतर-ही-भीतर क्रोध दबा लेना।

वाक्य में प्रयोग: उन्होंने भरी सभा में मेरा अपमान किया, पर मैं जहर का घूंट पीकर रह गया।

मुहावरा: जहर मालूम होना

अर्थ- अप्रिय या बुरा मालूम होना, नागवार गुजरना।

वाक्य में प्रयोग: हम यहां कैसे रह सकती हैं, जब भावज को हमारा यहां रहना जहर मालूम होता है।

मुहावरा: जान (जिन्दगी) के लाले पड़ना

अर्थ- संकट में पड़ना।

वाक्य में प्रयोग: उसे अपनी ही जान के लाले पडे़ हुए हैं, जुम्हारी सहायता क्या करेगा?

मुहावरा: जान को रोना

अर्थ- किसी से कष्ट पाकर उसे कोसते हुए दुखी होना।

वाक्य में प्रयोग: तुमने उसकी जीविका ले ली, वह अब तुम्हारी जान को रेता है।

मुहावरा: जान खाना

अर्थ- तंग करना, किसी बात के लिए बार-बार कहना।

वाक्य में प्रयोग: चलते हैं, क्यों जान खाते हो?

मुहावरा: जान छुड़ाना

अर्थ- प्राण बचाना, किसी झंझट से छुटकारा पाना।

वाक्य में प्रयोग: जब काम करने का समय आता है तब लोग जान छुड़ा कर भागते हैं। इसे कुछ देकर अपनी जान छुड़ाओं।

मुहावरा: जान छूटना

अर्थ- निस्तार होना, झंझट या आपत्ति से छुटकारा मिलना।

वाक्य में प्रयोग: बिना कुछ दिये-लिये जान नहीं छूटेगी। यहां से जान छूटे तो लाहौर चलें।

मुहावरा: जान देना

अर्थ- किसी को बहुत अधिक चाहना, किसी वस्तु की प्राप्ति या रक्षा के लिए बेचैन होना।

वाक्य में प्रयोग: वह तो तुम पर जान देता है पर तुम्हें उसकी कुछ भी परवाह नहीं। तुम तो पैसे-पैसे पर जान देते हो।

मुहावरा: जान पर खेलना

अर्थ- खुशी से प्राण देना, प्राणों को भय में डालना, बहुत अधिक काम करना।

वाक्य में प्रयोग: हल्दीघाटी के मैदान में हजारों राजपूत अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिए जान पर खेल गये।

मुहावरा: जान भारी होना

अर्थ- जीना कठिन मालूम पड़ना।

वाक्य में प्रयोग: इस बुढ़ापे में यह जान भारी हो गई है।

मुहावरा: जान में जान आना

अर्थ- जी ठिकाने होना, मन को चैन होना।

वाक्य में प्रयोग: हम तो सब घबरा गये थे, तुम्हें देख कर जान में जान आई।

मुहावरा: ‘जान में जान आना‘ के स्थान पर ‘जी में जान आना‘ भी कहा जाता है।

अर्थ: संतोष प्राप्त होना, राहत मिलना।

वाक्य में प्रयोग: उसने जैसे ही सुना दुर्घटनाग्रस्त होने वाली गाड़ी में उसका कोई सम्बन्धी नहीं था, उसकी जान में जान आ गई।

मुहावरा: जान लड़ाना

अर्थ- कठोर परिश्रम करना।

वाक्य में प्रयोग: भाई, मैंने तो अपनी जान लड़ा दी, पर तुम्हारा काम न बना।

मुहावरा: जान सूखना

अर्थ- भय के मारे स्तब्ध हो जाना, बहुत बुरा लगना, खलना।

वाक्य में प्रयोग: शेर को देखते ही उसकी जान सूख गई। किसी का कुछ देते दुेख तुम्हारी जान क्यों सूख जाती हैं?

मुहावरा: जान होठों पर आना

अर्थ- बहुत अधिक कष्ट होना।

वाक्य में प्रयोग: पीड़ा के मारे उसकी जान होठों पर हैं।

मुहावरा: जामे में फूला न समाना

अर्थ- अधिक आनन्दित होना।

वाक्य में प्रयोग: पति की इस सफलता पर आनन्द से वह जामे में फूली नहीं समाती।,

मुहावरा: जामे से बाहर होना

अर्थ- आपे से बाहर होना, अत्यन्त क्रोध करना।

वाक्य में प्रयोग: मैं उन्हें क्या कहूं, वे तो एकदम आपे से बाहर हो जाते हैं।

मुहावरा: जिंदगी के दिन पूरे करना

अ​र्थ- दिन काटना, मरने को होना।

वाक्य में प्रयोग: वे किसी तरह जिंदगी के दिन पूरे कर रहे है।

मुहावरा: जिन चढ़ना

अर्थ- गुस्सा चढ़ना।

वाक्य में प्रयोग: जब उस पर जिन चढ़ता है तब वह किसी की नहीं सुनता।

मुहावरा: जी अच्छा होना

अर्थ- चित्त स्वस्थ होना, नीरोग होना।

वाक्य में प्रयोग: दो-तीन दिन तक तो बुखार रहा, आज जी अच्छा है।

मुहावरा: जी उचटना

अर्थ- चित्त न लगना।

वाक्य में प्रयोग: अब तो इस काम से मेरा जी उचट गया है।

मुहावरा: जी कांपना

अर्थ- भय से कलेजा धकधक करना, डर लगना।

वाक्य में प्रयोग: वहां जाने का नाम सुनते ही मेरा जी कांपता है।

मुहावरा: जी का बुखार निकालना

अर्थ- क्रोध, शोक दुःख आदि के वेग को रो-कलप कर या बक-झक कर शान्त करना।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हें कोस-कोस कर वहां आने जी का बुखार निकल रहा है।

मुहावरा: जी का बोझ हलका होना

अर्थ- खटका मिटना, चिंता दूर होना।

वाक्य में प्रयोग: परीक्षा परिणाम देख कर मेरे जी का बोझ हल्का हुआ, यदि कहीं इस बार भी फल हो जाता तो घर में रहने के जगह ही न रहती।

मुहावरा: जी को मारना

अर्थ- न की इच्छाओं को रोकना।

वाक्य में प्रयोग: पहाड़ जाने को दिल तो बड़ा करता है, परन्तु परिस्थितियों से विवश होकर जी को मारे बैठा हूं।

मुहावरा: जी खट्टा होना

अर्थ: प्रेम न रहना।

वाक्य में प्रयोग: मैं उसे प्यार बहुत करता था, पर उसकी जिद्द के कारण मेरा जी उससे खट्टा हो गया है।

मुहावरा: जी खेल कर

अर्थ- किसी संकोच के बिना, बिना हिचके।

वाक्य में प्रयोग: जो कुछ कहना हो जी खोल कर कहो।

मुहावरा: जी चुराना

अर्थ- किसी काम से बचने के लिए बहाना करना।

वाक्य में प्रयोग: यह नौकर काम से बहुत जी चुराता है।

मुहावरा: जी छोटा करना

अर्थ- निरूत्साहित होना, मन उदास करना।

वाक्य में प्रयोग: बच्चा बीमार अवश्य है पर इतनी जल्दी जी छोटा करने से कैसे काम चलेगा।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हीं इतनी जल्दी जी छोटा करेागे तो और घर वालों का क्या हाल होगा?

मुहावरा: जी जलना

अर्थ- चित्त में कुढ़ना, दुःख या क्रोध होना।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हारी इन हरकतों से मेरा जली जला जाता है।

मुहावरा: जी जानता है

अर्थ- हृदय ही अनुभव करता है, कहा नहीं जा सकता।

वाक्य में प्रयोग: मार्ग में जो कष्ट उसे मेरा जी ही जानता है।

वाक्य में प्रयोग: सौतेली मां के कारण जितने कष्ट से मैंने घर में दिन गुजारे हैं वह मेरा ही जी जानता है।

मुहावरा: जी जान से

अर्थ- सारा ध्यान लगा कर।

वाक्य में प्रयोग: वह जी-जान से परीक्षा की तैयारी में लगा है।

मुहावरा: जी टंगा रहना

अर्थ- जी में खटका बने रहना।

वाक्य में प्रयोग: जब तक तुम लौट नहीं आओे तब तक मेरी जी टंगा रहेगा।

मुहावरा: जी टूट जाना

अर्थ- उत्साह भंग हो जाना, नैराश्य छाना।

वाक्य में प्रयोग: न की बातों से हमारा जी टूट गया है, अब कुछ न कर सकेंगे।

मुहावरा: जीती मक्खी निगलना

अर्थ- सरासर बेइमानी करना, जान-बूझ कर कोई बुरा काम करना।

वाक्य में प्रयोग: जब उससे रूपया लिया है तब देने से इनकार कैसे करूं? इस तरह जीती मक्खी तो नहीं निगली जाती।

मुहावरा: जी निकालन

अर्थ- प्राण सूखना, कष्ट बोध होना।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हारा तो रूपया नहीं जाता, तुम्हारा जी क्यों निकलता है।

मुहावरा: जी में बैठना

अर्थ- सत्य प्रतीत होना, दिल में निश्चय हो जाना।

वाक्य में प्रयोग: उनकी बातें मेरे जी में बैठ गईं।

मुहावरा: जूत (जूता) पड़ना

अर्थ- घाटा पड़ना, नुकसान होना।

वाक्य में प्रयोग: बैठे-बिठाये 100 रूपये का जूत (जूता) पड़ गया।

मुहावरा: जूता चाटना

अर्थ- चापलूसी करना।

वाक्य में प्रयोग: जाओ अफसरों के जूते चाटो, यहां तुम्हारा क्या काम?

मुहावरा: जूतियां चटखाते फिरना

अर्थ- व्यर्थ इधर उधर घूमना।

वाक्य में प्रयोग: क्यों दिन भर जूतियां चटखाते फिरते हो?

मुहावरा: जूतों से खबर लेना

अर्थ- जूतों से पीटना।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हारी जब तक जूतों से खबर न ली जाय तक तक तुम मानोगे नहीं।

मुहावरा: जोड़-तोड़ करना

अर्थ- तदबीर करना, उपाय करना।

वाक्य में प्रयोग: क्या जोड़ तोड़ करें कुछ समझ नहीं आता। जगदीश जोड़-तोड़ तो बहुत लगा रहा है, पर बेचारे का व्याह नहीं होता।

मुहावरा: जोर पकड़ना

अर्थ- बढ़ना।

वाक्य में प्रयोग: तुरंत इलाज न करने से बीमारी जोर पकड़ जाती है।

मुहावरा: जग में देखत का ही नाता

अर्थ- प्राण रहने तक ही संसार में नाता रहता है।

वाक्य में प्रयोग: ऐसे तो वह अपनी पत्नी से प्रेम की बड़ी बातें किया करता था लेकिन उसकी मृत्यु के 6 माह बाद ही दूसरी शादी कर ली। सही है भाई जग में देखत का ही नाता।

मुहावरा: जड़ काटते जायं पानी देते जायें

अर्थ- ऊपर से तो हितैषी बनें पर भीतर से हानि करते जायें।

वाक्य में प्रयोग: गाड़ी, तार, हस्पताल ये सब न बनायें तो तुम लोगों को लूटें कैसे! तुम समझते हो हमारा बड़ा भला हो रहा है पर उन्होंने तुम्हें खोखला कर दिया है। तुम उनकी नीति को नहीं समझते। वे तो जड़ काटते जायं पानी देते जायं।

मुहावरा: जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी

अर्थ- मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर है।

वाक्य में प्रयोग: उसने पूरा जीवन अमेरिका में गुजारा लेकिन बुढ़ापे में उसे अपने गांव की ही याद आई आखिर में जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी।

मुहावरा: जने-जने की लकड़ी एक जने का बोझ

अर्थ- थोड़ा-थोड़ा सब कोई दे तो गरीब की पूरा सहायता हो सकती है।

वाक्य में प्रयोग: अजी! परदेशी हूं, सामाना सब चोरी हो गया है, पैसा पास नहीं, घर दूर है, आप लोग कृपा कर एक एक आना भी दें तो मेरे किराये के पैसे हो सकते हैं, जने-जने की लकड़ी एक जने का बोझ।

मुहावरा: जब चने थे तब दांत न थे जब दांत भये तो चने नहीं

अर्थ- जब संपत्ति न रही तब जरूरत थी और जब जरूरत खत्म हो गई तो संपति का आ जाना।

वाक्य में प्रयोग: इसमें सन्देह नहीं कि हमारे दादा बडे़ अमीर थे पर हमारी किस्मत में मजदूरी लिखी थी। हमारी दादी आठ-आठ आंसू रोती थी और कहा करती थी जब चने थे तब दांत न थे जब दांत भये तो चने नहीं।

मुहावरा: जब दांत न थे तब दूध दियो जब दांत दिये तब अन्न न दे हैं

अर्थ- जब संपत्ति न रही तब जरूरत थी और जब जरूरत खत्म हो गई तो संपति का आ जाना।

वाक्य में प्रयोग: इसमें सन्देह नहीं कि हमारे दादा बडे़ अमीर थे पर हमारी किस्मत में मजदूरी लिखी थी। हमारी दादी आठ-आठ आंसू रोती थी और कहा करती थी जब जब दांत न थे तब दूध दियो जब दांत दिये तब अन्न न दे हैं।

मुहावरा: जब अपनी उतार ली तो दूसरे को उतारने में क्या लगता है

अर्थ- बेशर्म आदमी दूसरों को शीघ्र बेइज्जत कर सकता है।

वाक्य में प्रयोग: वह तो स्वभाव की ही खराब है, अपनी सगी मां तक से झगड़ती है तो तुमसे कुछ कह दिया तो दुख क्यों करते हो। जब अपनी उतार ली तो दूसरे को उतारने में क्या लगता है।

मुहावरा: जब तक जीना तब तक सीना

अर्थ- जब तक आदमी जीता है, तब तक कुछ न कुछ सांसारिक काम लगे ही रहते हैं।

वाक्य में प्रयोग: एक-अब लाला रामगोपाल बूढ़े हो गए, अब वे ध्यान भजन करें, अब उन्हें दुकान आदि से क्या मतलब। दूसरा- भाई जब तक जीना है तब तक सीना है।

मुहावरा: जब तक सांस तब तक आस

अर्थ- मरने तक आशा लगी रहती है।

वाक्य में प्रयोग: उसे अभी तक उम्मीद है कि उसका बेटा लौट कर आएगा, हां भाई जब तक सांस तब तक आस।

मुहावरा: जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है

अर्थ- जब ईश्वर देता है तो कई रास्ते निकल आते हैं।

वाक्य में प्रयोग: मोहन को देखो कल तक इसके पास खाने को रोटी नहीं थी और आज यह दुनिया भर का दान कर रहा है। ऊपर वाला जब देता है तो छप्पर फाड़ कर देता है।

मुहावरा: जबरदस्त मारे और रोने न दे

अर्थ- बलवान निर्बल को प्रत्येक रीति से दबा लेता है।

वाक्य में प्रयोग: सोहन ने मोहन का खेत भी हड़प लिया और उसे जेल भी भिजवा दिया। आखिर में वही बात हुई कि जबरदस्त मारे और रोने न दे।

मुहावरा: जबरदस्त सबका जमाई

अर्थ- बलवान से सब दबते हैं।

वाक्य में प्रयोग: हमने तो हाथ जोड़ कर प्रार्थना की थी, तो भी तुम हमें गाड़ी में घुसने न देते थे, उल्टे घुड़कियां देते थे और इस पहलवान के सामने तो तुमने चूं भी नहीं की, वह बैठा भी आकर तुम्हारी दरी पर है। सच कहते है, जबरदस्त सबका जमाई।

मुहावरा: जबां शीरी मुल्क गोरी

अर्थ- मीठा बोल कर पुरूष सबको वश में कर लेता है।

वाक्य में प्रयोग: स्वामी रामतीर्थ जब जहाज से उतरे तो अफसर ने पूछा, आपका यहां अमेरिका में कोई मित्र है? उन्होंने मुसकरा कर कहा- हां। पूछा- कौन? राम ने बड़ी कोमलता से उस अफसर के कंधे पर हाथ रख कर कहा- तुम। अफसर मारे प्रेम के गद्गद हो उठा। कहते हैं उसी अफसर ने बाद मं उनके रहने की व्यवस्था की, सच है जबां शीरी मुल्क गोरी।

मुहावरा: जबान ही हाथों चढावे जबान ही सिर कटावे

अर्थ- मीठा बोलने से लोग आदर करते हैं और कडुवा बोलने से वैरी हो जाते हैं।

वाक्य में प्रयोग: कृष्ण ने बहुत समझाया। किन्तु शिशुपाल गालियां देता ही गया। कृष्ण कहां तक सहन करते, अन्त में सुदर्शन चक्र उठाया और शिशुपाल का सिर धड़ से जुदा कर दिया। इसीलिए कहते हैं कि जबान ही हाथों चढ़ावे जबान ही सिर कटावे।

मुहावरा: जमात करामात

अर्थ- संगठन ही में शक्ति है।

वाक्य में प्रयोग: यदि आज हम सब भारतवासी, हिन्दू और मुसलमान, एक हो जायें, तो देखें दुनियां में हमें कौन गुलाम रख सकता है। आप जानते हैं कि जमात करामात है।

मुहावरा: जर है तो नर है नहीं तो पंछी बेपर है या जर है तो नर है नहीं तो पूरा खर है

अर्थ- बिना पैसे के दुनिया में कोई नहीं पूछना।

वाक्य में प्रयोग: मैं गरीब था, मेरे कपडे़ मैले थे, पर था तो मैं डाक्टर साहिब का सला भांजा ही पर जब उनके मित्र ने उनसे मेरे विषय में पूछा, तो उन्होंने यह कह कर कि ‘हमारे गांव के एक बनिये का लड़का है‘ मेरा परिचय दिया। मैं लज्जा पानी-पानी हो गया, और मैंने अनुभव किया कि इस संसार में जर है तो नर है नहीं तो पंछी बेपर है।

मुहावरा: जल में रहना मगर से बैर

अर्थ- जिसके अधीन होकर रहें उसी से यदि वैर करें तो गुजारा नहीं चलता।

वाक्य में प्रयोग: देश-सेवा को दिल क्यों नहीं चाहता, जहां तक हो सकता है करते ही हैं, पर तुम्हारी तरह तो नहीं कर सकते। करें तो अफसर नाराज होकर न जानें क्याआफत ढाएं। भला यह कैसे हो सकता कि जल में रहना मगर से बैर।

मुहावरा: जल की मछली जल में ही भली

अर्थ- जहां की वस्तु हो वहीं अच्छी लगती है।

वाक्य: उसके हाथ में हुनर था लेकिन बैंक की नौकरी करने लगा आखिर में उसने दुखी होकर वापस कलाकारी का काम ही शुरू किया। लोग अक्सर भूल जाते हैं कि जल की मछली जल में ही भली।

मुहावरा: जस दूल्हा तस बनों बराता

अर्थ- जैसे का वैसा साथी।

वाक्य में प्रयोग: खिलाड़ी होने की वजह से उसको खिलाड़ियों का ही साथ पसंद है और उसके आस—पास हमेशा खेल में ​रूचि रखने वालों का ही जमावड़ा लगा रहता है। जस दूल्हा तस बनों बराता।

मुहावरा: जहं जहं चरण पडे़ सन्तन के बंटाधार करै

अर्थ- मनहूस आदमी के लिए कहा जाता है।

वाक्य में प्रयोग: जैसे ही स्वरूपचंद को काम में साझेदार बनाया, काम चलना ही बंद हो गया। आखिर जहं जहं चरण पड़े सन्तन के बंटाधार करै।

मुहावरा: जहां की मिट्टी वहीं ले जाती है

अर्थ- जहां मरना बदा है, वहां काल ले जाता है।

वाक्य में प्रयोग: पूरा जीवन इसने यूरोप में गुजारा लेकिन अंत समय में यह गांव आ गया। आखिर जहां की मिट्टी वहीं ले जाती है।

मुहावरा: जहां गुड़ होगा वहीं मक्खियां होंगी

अर्थ- गुण जहां भी हो उस के चाहने वाले वहीं पहुंच जाते हैं।

वाक्य में प्रयोग: एक-जब जाओ हिन्दी भवन प्रेस में भीड़ लगी ही रहती है। दूसरा- भाई! उनके पास गुण है! उनकी छपाई सुन्दर है। हमारे तुम्हारे जैसे प्रेस वाले तो बैठे-बैठे मक्खियां ही मारते हैं। ग्राहक हमारे पास क्यों आवें, जहां गुड़ होगा वहीं मक्खियां होंगी।

मुहावरा: जहां गुल है वहां कांटा भी है

अर्थ- जहां बहुत से गुण होते हैं वहां कोई न कोई अवगुण भी होता ही है।

वाक्य में प्रयोग: वाक्य हैं कि कालिदास इतना प्रतिभशाली कवि होकर भी वेश्यासक्त था, पर राजा भोज ने यह समझ कर कि जहां जहां गुल है वहां कांटा भी है, उसका कभी निरादर नहीं किया।

मुहावरा: जहां देखे तवा परात वहां गुजारे सारी रात

अर्थ- लोभी आदमी को जहां सेकुछ मिलने की आशा हो वहीं पसर बैठता है, चाहे अपमान ही क्यों न हो।

वाक्य में प्रयोग: रमेश है ही पेटू, जहां उसे अच्छी भोजन की आस लग जाती है, वहीं पहुंच जाता है। उसका वही हाल है कि जहां देखे तवा परात वहां गुजारे सारी रात।

मुहावरा: जहां चार बासन होंगे वहां खटकेंगे भी

अर्थ- जिस घर में अधिक व्यक्ति होंगे वहां झगड़ा जरूर होगा।

वाक्य में प्रयोग: बड़े भाई ने कुछ कह दिया तो दिल छोटा करने की जरूरत नहीं है आखिर जहां चार बासन होंगे वहां खटकेंगे ही।

मुहावरा: जहां न पहुंचे रवि तहां पहुंचे कवि

अर्थ- जहां सूर्य की किरणें भी नहीं पहुंच पातीं वहां कवि की कल्पना पहुंच जाती है।

वाक्य में प्रयोग: रामधारी सिंह दिनकर की कविताओं का कल्पनालोक इतना सुंदर होता है कि उसे पढ़ने में आनंद आता है। सही है कि जहां न पहुंचे रवि तहां पहुंचे कवि।

मुहावरा: जहां मुर्गा नहीं होता वहां क्या सवेरा नहीं होता

अर्थ- व्यक्ति विशेष या वस्तु-विशेष के बिना किसी का काम रूक नहीं सकता।

वाक्य में प्रयोग: तुम्हें जितनी नम्रता से कहते हैं उतना ही तुम ऐंठते जाते हो। जाते हो तो जाओ, हमें तुम्हारे जैसे और कई मिल जावेंगे, जहां मुर्गा नहीं होता वहां क्या सवेरा नहीं होता।

मुहावरा: जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी

अर्थ- जिस व्यक्ति का जैसा भाव होता है उसे दूसरे व्यक्ति भी वैसे ही जान पड़ते हैं।

वाक्य में प्रयोग: आस्तिक होना या नास्तिक होना यह सब विचार की बात है। वैसे भी जाकी रही भावना जैसी प्रभु मूरत देखी तिन तैसी।

मुहावरा: जको राखे साइयां मार न सकिहै कोय

अर्थ- जिसको परमात्मा बचाता है, उसको कोई नहीं मार सकता।

वाक्य में प्रयोग:इतनी बड़ी दुर्घटना में वह बचकर निकल गया। जाको राखे साइयां मार सके न कोए।

मुहावरा: जादू वह जो सिर पर चढ़कर बोले

अर्थ- सच्चा शक्तिमान वह है जो छलछिद्र न करके विजय पावे।

वाक्य में प्रयोग: एक तुम हो, जिन्होंने मेंबरी के वोटों के लिए लोगों की मिन्नतें की, रूपये भी खर्चे और फिर भी मेंबर न बन सके और एम हम हैं जिन्हें लोगों ने अपने आप वोट दिये और मेंबर बना दिया। अब देख लिया है न, जादू वह जो सिर पर चढ़कर बोले।

मुहावरा: जान बची लाखों पाये

अर्थ- नुकसान हुआ तो बला से, जान तो बच गई।

वाक्य में प्रयोग: वाह मिट्ठू! तमने बड़ी बुजदिली दिखाई, इस तरह घड़ी छिनवा दी जैसे तुम में दम ही नहीं। मिट्ठू-यार! वे दो आदमी थे, मैंने कहा कहीं गला न घोट दें, शुक्र है घड़ी पर खलासी हुई, जान बची लाखों पाये।

मुहावरा: जान मारे बनिया पहचान मारे चोर

अर्थ- परिचित व्यक्ति ज्यादा ठगता है।

वाक्य में प्रयोग: अजी तुम्हारे साले ने ही तुम्हें दोगुनी रकम पर जमीन दी है,​ किसी और से लेते तो आधे दाम ही पड़ती। बड़े—बूढ़े सही कह गए हैं कि जान मारे बनिया पहचान मारे चोर।

मुहावरा: जाय लाख रहे साख

अर्थ- धन भले ही नष्ट हो जाय पर साख बनी रहनी चाहिए।

वाक्य में प्रयोग: मणिलाल ने घाटा होने पर भी सबका कर्ज चुकाया इससे लोगों का विश्वास बना रहो और व्यापार फिर चल पड़ा। भाई धंधे का सिद्धान्त ही यही है कि जाय लाख रहे साख।

मुहावरा: जितना गुड़ डालोगे उतना ही मीठा होगा

अर्थ- जितना अधिक खर्च करोगे उतनी ही अच्छी वस्तु मिलेगी।

वाक्य में प्रयोग: यह मलमल है तो सस्ती, पर इसमें मांड बहुुत है। तो साहब यह तो बनी बनाई बात है जितना गुड़ डालोगे उतना ही मीठा होगा।

मुहावरा: जितनी चादर देखो उतने ही पैर पसारो

अर्थ- सामर्थ्य से बाहर कोई काम न करो।

वाक्य में प्रयोग: अपनी हैसियत का ख्याल न करके लड़की की शादी पर तो लाला साहब रूपया उधार ले-लेकर पानी तरह बहाते गये, अब दर-दर भटक रहे हैं, इसीलिए कहते हैं कि जितनी चादर देखो उतने ही पैर पसारो।

मुहावरा: जितने मुंह उतनी बातें

अर्थ- ऐसी अफवाह जिसमें एक का कथन दूसरे के कथन से भिन्न हो।

वाक्य में प्रयोग: चूनीलाल गाड़ी के नीचे आकर मर गया है, कोई कहता है ठोकर लगने से वह लाइन पर जा पड़ा था, कोई कहता है फेल होने के शोक से उसने जान-बूझ कर गाड़ी के नीचे सिर दे दिया और कोई कहता है कि घर में उसकी किसी से अनबन हो गई थी। कुछ ठीक पता नहीं लगता, अभी त तो जितने मूंह उतनी बातें हैं।

मुहावरा: जिसके पांव न फटी बिबाई सो क्या जाने पीर पराई

अर्थ- जिसने कभी कष्ट नहीं सहा वह दूसरों के कष्ट का क्या अनुमान कर सकता है?

वाक्य में प्रयोग: पड़ोस में गरीब के बच्चे मारे भूख के आधी रात को बिलबिला रहे थे। रायसाहब ने नौकर को हुक्म दिया- जाओ, इन हरामजादों को चुप कराओ, आधी रात को भी सोने नहीं देते। रायसाहब बेचारे क्या जानें गरीबों पर क्या गुजरती है? जिसके पांव न फटी बिबाई सो क्या जाने पीर पराई।

मुहावरा: जिसका ब्याह उसी के गीत

अर्थ- समयानुकूल बातें करना।

वाक्य में प्रयोग: जिसके पास नहीं पैसा वह भलामानस कैसा- निर्धन की सब जगह अवज्ञा होती है, उसका कोई विश्वास नहीं करता। उस दिन वहां बहुत से आदमी आये थे, किसी ने 50 रूपये उठा लिये होंगे, पर पकड़ा गया बुद्ध। उस बेचारे ने बहुतेरी कसमें खाई, पर उसकी कौन सुनता है, भला जिसका ब्याह उसी के गीत।

मुहावरा: जिसकी लाठी उसकी भैंस

​अर्थ- शक्तिमान की विजय होती है।

वाक्य में प्रयोग: बलराज ने अपनी काटकर अपने खेत में लगा लिया। सिकी बारी थी वह एक-दो लठबन्दों के साथ लिये बलराज के पास आया। बलराज ने उन्हें आते देखा तो कुल्हाड़ी उइा ली। फिर क्या था सब दुम दबा कर भाग गये, इसे कहते हैं जिसकी लाठी उसकी भैंस।

मुहावरा: जिसके हाथ डोई उसका सब कोई

अर्थ- सब धनवान की खुशामद करते हैं।

वाक्य में प्रयोग: सुशील के यहां से निमन्त्रण आया था, हम वहां पहुंचे ही थे, इतने में लाला कल्लूमल भी आ गये। हमें वहीं रास्ते ही में छोड़कर सब उनकी मोटर की ओर दौडे़, हमें तो बहुत बुरा मालूम हुआ। दूसरा-तुम जातनते ही हो जिसके हाथ डोई उसका सब कोई।

मुहावरा: जिस बरतन में खाना में उसी में छेद करना

अर्थ- जिसके आश्रय में रहना उसी का बुरा चाहना अर्थात् कृत्घनता करना।

वाक्य में प्रयोग: चल हट बेशरम कहीं का, उन्हीं के यहां रहता है और उन्ही की चुगली खाता है। भला यह भी कहां की भलमनसाहत है कि जिस बरतन में खाना में उसी में छेद करना।

मुहावरा: जीभ भी जली और स्वाद भी नहीं आया

अर्थ- थोड़े से लालच में बड़ा नुकसान करवा लेना।

वाक्य में प्रयोग: सिर्फ 30 रूपये बचाने के लिये भाई पैदल जा रहा था तभी किसी मोटरसाइकिल वाले ने टक्कर मार दी। अब अस्पताल में हजारो लग रहे है। जीभ भी जली और स्वाद भी नहीं आया।

मुहावरा: जूं के डर से गुदड़ी नहीं फेकी जाती

अर्थ- साधारण कष्ट के लिए अपना काम नहीं छोड़ा जाता।

वाक्य में प्रयोग: हां मालूम है कि इस व्यापार में घाटा लगने की संभावना है लेकिन कोई जूं के डर से गुदड़ी नहीं फेकी जाती है।

मुहावरा: जूठा खाय मीठे के लालच

अर्थ- स्वार्थ के लिए नीच काम भी किया जाता है।

वाक्य में प्रयोग: उसे कुछ मिलने की आशा है तभी तो वह रात दिन झिड़कियां खाकर भी वहां ही पड़ा रहता है। यह तो बनी बनाई बात है कि जूठा खाय मीठे के लालच।

मुहावरा: जैसा देश वैसा भेस

अर्थ- जिस देश मं रहा जाय वहीं के रीति-रिवाज के अनुसार चलना चाहिए।

वाक्य में प्रयोग: कहते तो हैं जैसा देश वैसा भेस, पर अंग्रेज तो भारत में आकर अंग्रेज ही रहे, भारतीय तो न हुए।

मुहावरा: जैसी बहै बयार पीठ तब तैसे दीजै

अर्थ- देश काल के अनुसार काम करना चाहिए।

वाक्य में प्रयोग: अब अंग्रेजी की जानकारी के बिना काम नहीं चल सकता, थोड़ी बहुत यह भाषा आपको आनी ही चाहिये आखिर जैसी बहै बयार पीठ तब तैसे दीजै।

मुहावरा: जैसी तेरी तिलचाावरी तैसे मेरे गीत

अर्थ- जैसी मजदूरी होगी काम भी वैसा ही होगा।

वाक्य में प्रयोग: उस्ताद यह क्या किया? हमारे कोट पर तुमने बेगार ही काटी है, उनका यह कोट तुमने कैसा उम्दा बनाया है। जनाब आपने दिये भी तो दो ही रूपये हैं, उनसे लेंगे हम पांच, फिर काम भी तो वैसा ही होगा न, जैसी तेरी तिलचाावरी तैसे मेरे गीत।

मुहावरा: जैसे मियां काइ वैसे सन की दाढ़ी

अर्थ- दो वस्तुओं का ठीक जोड़ मिलने पर।

वाक्य में प्रयोग: मुझको ऐसे किराएदार मिले जैसे घर के ही सदस्य हो जैसे मियां काइ वैसे सन की दाढ़ी।

मुहावरा: जैसे सांपनाथ वैसे नागनाथ

अर्थ- जा दो आदमी एक से हों तक कहा जाता है।

वाक्य में प्रयोग: मेरे लिये तो मेरे सगे सम्बन्धी और दोस्त दोनों ने ही धोखा देने का काम किया है। मैं किसका पक्ष लूं जैसे सांपनाथ वैसे नागनाथ।

मुहावरा: जो गरजते हैं वे बरसते नहीं

अर्थ- डींग मारने वालों से काम नहीं होता।

वाक्य में प्रयोग: अरे तुम तो कहते थे यह काम है ही क्या, एक हफ्ते की मार है। आज महीना हो गया है। तुमने आधा भी समाप्त नहीं किया। सच है, जो गरजते हैं वे बरसते नहीं।

मुहावरा: जो ज्यादा करीब सो ज्यादा रकीब

अर्थ- घर के (संबंधी) ही प्रायः अधिक दुश्मन होते हैं।

वाक्य में प्रयोग: मेरा नुकसान तो मेरे छोटे भाई ने ही ज्यादा किया है। जो ज्यादा करीब सो ज्यादा रकीब।

मुहावरा: जो बोले सो कुंडी खोले

अर्थ- जो किसी को काम करने का उपाय बताये, यदि उसे ही वह काम सौंपा जाय तब।

वाक्य में प्रयोग: मेहरा साहब की चिट्टी ले जाओ तो सब काम बन जायगा। तो जरा आप ही तकलीफ कीजिये, हम तो बख्शी साहब को जानते नहीं। यह अच्छी रही, जो बोले सो कुंडी खोले।

मुहावरा: जो तोको कांटा बुवै ताहि बोव तू फूल

अर्थ- बुराई करने वाले के साथ भी भलाई करो।

वाक्य में प्रयोग: हमने तो अपने पूर्वजों से यही संस्कार पाया है कि बुरा करने वाले का भी अच्छा करो। बड़े—बूढ़े कह गए हैं कि जो तोको कांटा बुवै ताहि बोव तू फूल।

मुहावरा: जो बोले सो कुंडी खोले

अर्थ- दोषी को दोषी दिखाने से वह बुरा मानता है।

वाक्य में प्रयोग: मैंने उसकी गलती बता दी तो वह मुझसे ही लड़ने लगा आखिर जो बोले सो कुंडी खोले।

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