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मजदूर दिवस पर निबंध-short essay on may day in hindi language
मजदूर दिवस को श्रमिक दिवस भी कहते हैं. 1 मई को पूरी दुनिया में अंतराष्ट्रीय श्रमिक दिवस के तौर पर मनाई जाती है. यह एक प्राचीन यूरोपीय त्यौहार है, जिसे आगे चलकर साम्यवादियो ने 1मई को मनाना शुरू कर दिया. इसे पूरी दुनिया के श्रमिको और मेहनतकशों को सम्मान देने क लिये मनाया जाता है.
मजदूर दिवस का इतिहास-international labour day speech in hindi
इस दिवस की शुरूआत उस समय हुई जब पूरी दुनिया ने साम्यवाद के विचार को अपनाना शुरू कर दिया. साम्यवादी क्रांति के बीज पड़ने शुरू हो गये और मजदूरों तथा श्रमिकों में अपने अधिकारों के प्रति चेतना का विस्तार होने लगा.
उस दौर में देशों के साथ ही कार्यस्थलों पर भी मजदूरों की यूनियन और संबंधित आंदोलनों ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया था. इस दौरान ऐसे कई प्रस्ताव आये कि मजदूरो को समर्पित भी एक दिन होना चाहिये.
कई मजदूर यूनियनों ने अपने—अपने हिसाब से मजदूर दिवस मनाना शुरू भी कर दिया. 1 मई को मजदूर दिवस के तौर पर 1886 में शिकागो में हुये हेमार्केट दुखांतिका के सम्बन्ध में हुई बैठक में घोषित किया गया.
क्या था हेमार्केट अफेयर?
हेमार्केट अफेयर दरअसल मजदूर संगठन से जुड़ी हुई एक घटना है जिसमें शिकागो के हेमार्केट स्थान पर सभा करते हुये मजदूरो पर जब पुलिस ने लाठीचार्ज किया तो किसी ने पुलिस पर डायनामाइट बम फेंक दिया, इसमें 7 पुलिस वालों की मृत्यु हो गई, 60 से ज्यादा पुलिसवाले घायल हो गये.
इस घटना में 8 लोगों पर आरोप साबित हुये और 7 को फांसी की सजा सुनाई गई और एक को उम्र कैद हुई. बाद में दो लोगों की फांसी को उम्रकैद में तब्दील कर दिया गया. एक आरोपी ने आत्महत्या कर ली और बाकी 4 आरोपियो को 11 नवम्बर, 1887 को फांसी दे दी गई.
मजदूर संगठनों का आरोप था कि इस मामले में सुनवाई ठीक प्रकार से नहीं हुई और इस मामले के आरोपियों को अपना पक्ष रखने का मौका ठीक प्रकार से नहीं दिया गया.
इस हेमार्केट हिंसा की पहली वर्षगांठ पर आयोजित सभा में यह तय किया गया कि 1 मार्च से मजदूर सीमित कार्य अवधि के लिये फिर से आंदोलन किया था और इसी वजह से इसे मजदूर दिवस के तौर पर नामित कर दिया गया.
भारत में कैसे हुई मजदूर दिवस की शुरूआत?-history of may day in india in hindi
मजदूर दिवस की भारत में शुरूआत आजादी की लड़ाई के दौरान ही हुई, जब भारत में वामपंथ का प्रसार तेजी से हो रहा था. पूर्वी भारत में बंगाल और दक्षिण भारत में केरल और मद्रास में यह बहुत अधिक लोकप्रिय था. labour day in india in hindi
सबसे पहले यह मद्रास में 1923 में मनाया गया. वहां इसकी शुरूआत लेबर किसान पार्टी आफ हिंदुस्तान ने की थी. इसी दिन सिंगरावेलू चेटियार ने इस पार्टी की स्थापना की. यह पहला अवसर था जब भारत में लाल झंडे का उपयोग भारत में किया गया.
क्यों महत्वपूर्ण है लेबर डे?-majdoor diwas par nibandh
मजदूर दिवस सिर्फ दुनिया के विकास में मजदूरों और श्रमिकों के योगदान को ही रेखांकित नहीं करता है बल्कि इस दिन पूरी दुनिया में सभा और जूलूसों के माध्यम से पूरी दुनिया में श्रमिकों के हितों के लिये उठाये जाने वाले कदमों पर विचार किया जाता है.
मजदूरों की परिभाषा और उनके कार्यक्षेत्र को उनके प्रति ज्यादा से ज्यादा उदार बनाने के प्रयासों पर भी इस दिन चिंतन किया जाता है. मजदूर दिवस के दिन पूरी दुनिया के मजदूर संगठन अपनी प्रतिबद्धताओं को दोहराते हैं और उन्हें हासिल करने के लिये नई ऊर्जा अर्जित करते हैं.
मजदूर दिवस पर सुंदर कथन- mazdoor diwas quotes in hindi
labour day quotes in hindi
“अगर आप अपने काम से प्यार करते हैं तभी आप इसे पूर्णता के साथ कर सकते हैं.- अरस्तू
“एक बुद्धिमान 1 प्रतिशत प्रेरणा और 99 प्रतिशत मेहनत के मिश्रण से बनता है.” – थॉमस एडिसन
“श्रम के बिना कोई समाज समृद्ध नहीं हो सकता है.” – सोफोकल्स
“आप बिना मेहनत किये कुछ भी हासिल नहीं कर सकते, दुनिया आपको यूं ही कुछ भी नहीं देती.” – बुकर टी. वाशिंगटन
“सफलता ईमानदार होने की हिम्मद और मेहनती होने की शर्त मांगती है.” – रॉबर्ट बर्न्स
“कुछ ऐसा करें जिसे आप करना पसंद करते हैं, और इसके बाद आप पायेंगे कि अपने जीवन में आपको एक दिन भी काम नहीं करना है.” – हार्वे मैके
“चमत्कार यह नहीं है कि हम यह काम करते हैं, बल्कि यह है कि इसे करके हमें खुशी मिलती है.” – मदर टेरेसा
“महान श्रम के बिना कोई महान कृति नहीं बनाई गई है.” – आंद्रे गिडे
“जब तक आप नहीं करेंगे तब तक आपका कोई काम नहीं होगा.” – माया एंजेलो
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