विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY 2019 दुनिया भर के लोगों द्वारा 14 जून, शुक्रवार को मनाया जाएगा. विश्व रक्तदाता दिवस 2019 का विषय “सभी के लिए सुरक्षित रक्त” है. यह थीम उन सभी रोगियों के लिए रक्त की पर्याप्त मांग को पूरा करने के लिए दुनिया भर में सरकारों, हेल्थकेयर संस्थानों और ब्लड बैंकों द्वारा मनाई जा रही है.
इस वर्ष विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY के लिए मेजबान देश रवांडा को बनाया गया है. इस अवसर के लिए वैश्विक कार्यक्रम 14 जून को किगाली, रवांडा में हुआ. रक्तदान के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उन सभी लोगों को धन्यवाद देने के लिए यह दिन मनाया जाता है. रक्त दान को इसके माध्यम से आंदोलन बनाया जायेगा ताकि रक्त के अभाव में किसी व्यक्ति की जान न जाये. यह पहल लोगों को रक्त दान करने के लिए भी प्रोत्साहित करेगा ताकि वे जीवन बचाने में अपना योगदान दे सकें.
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विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY का इतिहास
विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY हर साल 14 जून को दुनिया भर के कई देशों में मनाया जाता है. वर्ल्ड ब्लड डोनर डे हर साल कार्ल लैंडस्टीनर की जयंती 14 जून को मनाया जाता है. इस कार्यक्रम का जश्न पहली बार वर्ष 2004 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य सुरक्षित रक्तदान की आवश्यकता के बारे में जनता में जागरूक बनाना था.
इस दिवस को पहली बार 14 जून को “वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन, इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ़ रेड क्रॉस एंड रेड क्रीसेंट सोसाइटीज़” नाम की संस्था द्वारा सेलिब्रेट किया गया. आज विश्व रक्तदाता दिवस आधिकारिक तौर पर WHO द्वारा 192 देशों में मनाया जाता है.
कार्ल लैंडस्टीनर एक महान वैज्ञानिक थे, जिन्होंने ए,बी,ओ रक्त समूह की खोज के लिए नोबेल पुरस्कार जीता था. उनका जन्म 14 जून 1868 को हुआ था. उनकी इसी खोज के बाद एक व्यक्ति के रक्त को सफलतापूर्वक दूसरे व्यक्ति के शरीर में उपयोग में लिया जाने लगा.
विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY क्यों मनाया जाता है?
पूरी दुनिया में रक्त की कमी एक सामान्य समस्या है. अस्पतालों में जितनी मात्रा में रक्त की आवश्यकता होती है, उस मात्रा में उसकी पूर्ति नहीं हो पाती है. इसके पीछे सबसे बड़ी वजह रक्त दाताओं में जागरुकता की कमी को माना जाता है. रक्त दान को लेकर लोगों में कई भ्रांतियां है. साथ ही लोगों में रक्तदान को लेकर एक डर भी है. इस दिवस को मनाने के पीछे एक मात्र उद्देश्य रक्त दाताओं को प्रोत्साहित करना और रक्त दान को गौरव का विषय बनाना है.
विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY रक्त की जरूरत को पूरा करने के लिए भी मनाया जाता है. यह अभियान लाखों लोगों का जीवन बचाता है और रक्त प्राप्तकर्ता के चेहरे पर एक मुस्कान देता है. यह अभियान रक्त पाने वाले रोगियों को जीवन-बचाने वाली चिकित्सा विधियों में बहुत बड़ी मदद करता है. थैलीसीमिया जैसे रक्त संबंधी लोगों के लिए तो रक्त दान जीवन दान की तरह है क्योंकि इस बीमारी में मरीज रक्त की आपूर्ति के लिए पूरी तरह रक्तदाताओं पर ही निर्भर करता है. रक्त की उपलब्धता ही उन्हें लंबा और गुणवत्तापूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित करती है.
इसके अलावा रक्त का उपयोग पूरी दुनिया भर जटिल चिकित्सा और शल्य प्रक्रियाओं के दौरान होता है. यह अभियान गर्भावस्था के पूर्व और बाद के समय में महिलाओं की देखभाल के लिए एक महान जीवन रक्षक भूमिका भी निभाता है. रक्त दाताओं द्वारा दान किए गए रक्त का उपयोग गंभीर रूप से एनेमिक महिलाओं, एनीमिक बच्चों, दुर्घटना के शिकार लोगों, सर्जिकल रोगियों, कैंसर के रोगियों, थैलेसीमिया के रोगियों, हीमोफिलिया से पीड़ित लोगों, सिकल सेल एनीमिया, रक्त विकारों, रक्त के थक्के के विकारों और कई अन्य बीमारियों से बचाने के लिए किया जाता है.
विश्व रक्त दाता दिवस की थीम
हर साल विश्व रक्त दाता दिवस के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है और साथ ही एक विशेष देश को इसकी मेजबानी दी जाती है. विश्व रक्त दाता दिवस 2019 के आयोजन की मेजबानी रवांडा ने के माध्यम से की थी. विश्व रक्तदाता दिवस 2019 के लिए थीम “सभी के लिए सुरक्षित रक्त” है.
विश्व रक्त दाता के पिछले वर्षों की थीम
> विश्व रक्तदाता दिवस- WORLD BLOOD DONOR DAY 2019 के लिए थीम “सभी के लिए सुरक्षित रक्त” है.
> 2018 की थीम “रक्त हम सभी को जोड़ता है” रही.
> 2017 का विषय था “खून दो. अभी दो. अक्सर दो ”.
> 2016 का विषय था “रक्त हम सभी को जोड़ता है”.
> 2015 की थीम “मेरी जान बचाने के लिए धन्यवाद” थी.
> 2014 का विषय “माताओं को बचाने के लिए सुरक्षित रक्त” था.
> 2013 का विषय था “जीवन का उपहार दो: रक्त दान करो.”
> 2012 का विषय था “हर रक्तदाता एक नायक है”.
> 2011 का विषय “अधिक रक्त, अधिक जीवन” था.
> 2010 की थीम “विश्व के लिए खून” थी.
> 2009 की थीम “रक्त और रक्त घटकों के 100 प्रतिशत मुफ्त दान के लक्ष्य को प्राप्त करना” थी.
> 2008 का विषय “नियमित रूप से रक्त दे” था.
> 2007 का विषय “सुरक्षित मातृत्व के लिए सुरक्षित रक्त” था.
> 2006 का विषय “सुरक्षित रक्त के लिए सार्वभौमिक पहुंच सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्धता” था.
> 2005 का विषय था “अपने रक्त का उपहार दे”.
विश्व रक्तदाता दिवस समारोह के प्रमुख उद्देश्य
> विश्व स्वास्थ्य संगठन का उद्देश्य 2020 तक पूरे विश्व में स्वैच्छिक और मुफ्त रक्त दाताओं से पर्याप्त रक्त की आपूर्ति प्राप्त करना है.
> आंकड़ों के अनुसार, केवल 62 देशों को स्वैच्छिक और मुफ्त रक्त की पर्याप्त आपूर्ति हो रही है, जबकि 40 देश अभी भी रोगी के परिवार के सदस्य पर रक्तदान के लिए निर्भर हैं. यह दिवस दुनिया भर के बाकी देशों में स्वैच्छिक रक्तदाताओं को प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है.
> इस दिवस के माध्यम से रक्तदान करने के लिए लोगों को बड़े स्तर पर प्रेरित करने का लक्ष्य रखा गया है.
> WHO इस दिवस के माध्यम से प्रेरणास्पद कहानियां भी लोगों के सामने लाती है कि कैसे एक व्यक्ति के रक्त दान से दूसरे व्यक्ति की जान बची.
> यह लाखों लोगों की जान बचाने के लिए दुनिया भर में स्वैच्छिक रक्त दाताओं को धन्यवाद कहने के लिए भी मनाया जाता है.
> विश्व रक्त दाता दिवस दुनिया भर में 100% स्वैच्छिक रक्त दान की आवश्यकता को पूरा करने के लिए मनाया जाता है.
> माताओं और शिशुओं के जीवन को बचाने के लिए रक्तदाताओं को सुरक्षित रक्तदान के लिए प्रेरित करने के लिए भी विश्व रक्तदान दिवस मनाया जाता है.
> यह अपर्याप्त रक्त आपूर्ति के कारण मृत्यु दर को कम करने के लिए भी मनाया जाता है.
क्यों जरूरत है विश्व रक्त दाता दिवस मनाने की?
दुनिया भर में लगभग 92 मिलियन लोगों द्वारा रक्तदान के बावजूद सुरक्षित रक्त की मांग दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है. अभी पूरी दुनिया में हो रहे युद्धो, आतंकवादी घटनाओं और सड़क दुर्घटनाओं की वजह से रक्त की मांग में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है. इस मांग के अनुरूप अभी आपूर्ति नहीं हो पा रही है. इस आपूर्ति को पूरा करने के लिए डोनर्स की संख्या को लगातार बढ़ाये जाने की जरूरत है. इस वजह से बड़े स्केल पर इस दिवस के आयोजन से जागरूकता बढ़ाने की जरूरत है.
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