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सब्जियों के पोषक तत्व व फायदे
सब्जियां मनुष्य को चुस्त, तंदुरुस्त और स्वस्थ रखने में सहयोगी होती हैं. साथ ही सब्जियां Vegetables विटामिन, प्रोटीन Protein सहित अन्य पोषक तत्वों Nutrients का प्राइमरी स्रोत होती हैं, सब्जियों में पोटेशियम और फाइबर की मात्रा भी भरपूर होती है. जड़ वाली सब्जी, बीज वाली सब्जी, फूल वाली सब्जी, हरी सब्जी और पत्तेदार सब्जी इन सभी के खाने से अलग – अलग लाभ होते हैं. हिंदी हाट का ये लेख पढ़कर जानिए सब्जियों के पोषक तत्व व फायदे और सब्जियों को खाने का सही तरीका. फलों में समाए पोषण और इनको खाने के सही तरीके के बारे में भी जानें
खीरा Cucumber
खीरे में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – टारटरेड एसिड, कार्बोहाइड्रेटस, 96 प्रतिषत पानी, विटामिन बी, बी 2, बी 3, बी5, बी6, विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैग्नीशियम, फास्फोरस, जिंक व एंटीआक्सीडेंट, साइकोइलोक.
खीरे खाने के फायदे
हैल्थ एक्सपर्ट खीरा को सर्वोत्तम आहार मानते हैं. खीरा में पाये जाने वाला टारटरेड एसिड शरीर में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को ऊर्जा में परिवर्तित करने में सहायता करता है. जिससे कार्बोहाइड्रेट कोशिकाओं में फैट के रूप में जमा नहीं हो पाता है. इससे यह अनेक रोगों से बचाव करता है. खीरे में मौजूद पानी प्राकृतिक रूप से शुद्ध होता है. यह रोग प्रतिरोधी तंत्र को दुरस्त रखने में मदद करता है. खीर का नियमित सेवन शरीर के विषैले तत्वों को बाहर निकालता है.
खीरे में कैलोरी काफी कम होने के कारण यह खाना पचाने में फायदेमंद है. इसके सेवन से वजन नहीं बढ़ता है. इसमें मौजूद सीलीशिया बालों व नाखूनों को मजबूत व चमकदार बनाता है. बाल तेजी से बढ़ते हैं. खीरा में विटामिन बी, शुगर और इलेक्ट्रोलाइट होते हैं जो सिर में दर्द से उबरने में मदद करते हैं. फाइटो कैमिकल तत्व से मुंह की दुर्गंध कम होती है. खीरा खाने से एसिडिटी से भी राहत मिलती है. खीरे का रस पाचन क्रिया में सहायक होता है और शरीर में ब्लड शुगर लेवल कम करने में मदद करता है.आज कल खीरे का उपयोग सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में भी किया जा रहा है.
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पालक Spinach
पालक में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व -आयरन, विटामिन ए, के, सी, सल्फर, फोलिक एसिड, प्रोटीन और बीटा कैरोटिन, क्लोरोफिल.
पालक खाने के फायदे
यूं तो पालक का नाम लेते ही सबसे पहले पालक पनीर याद आता है. लेकिन इसके साथ ही पालक सेवन के अनके फायदे हैं. इसके नियमित सेवन से खून में हीमोग्लोबिन बढ़ता है. पालक में मौजूद बीटा कैरोटिन व विटामिन ए आखों के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है.
यह त्वचा को रूखा होने से बचाता है. इसके नियमित सेवन से कब्ज नहीं होती है और पेट साफ रहता है. यह डायबिटीज के मरीजों के लिए ग्लूकोज की मात्रा कम करने में सहायक होता है.पालक का सेवन करने से वात, कफ व पित्त से जुड़े रोगों से फायदा होता है. रोज पालक का रस पीने से याद्दाश्त बढ़ती है. साथ ही पालक दिमाग की थकान को दूर करता है. इसका सेवन पाचन तंत्र को दुरस्त रखता हैऔर शरीर में प्रोटीन की मात्रा बढ़ाता है. जिन लोगों को किडनी में पथरी की शिकायत है, उन्हें पालक सेवन नहीं करना चाहिए.
लौकी Bottle Gourd
लौकी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – आयरन, विटामिन बी, कार्बोहाइड्रेट और मिनरल.
लौकी खाने के फायदे
लौकी पाचन क्रिया को ठीक रखता है. भूख न लगने व लिवर में होने वाली समस्या लौकी खाने से दूर होती है. इसके नियमित सेवन से खून में आयरन बढ़ता है और रक्त साफ होता है. इसका सेवन हृदय रोग में फायदेमंद होता है.
पत्ता गोभी Cabbage
पत्ता गोभी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, आयरन, विटामिन यू, सी और मैगनीशियम.
पत्ता गोभी खाने के फायदे
पत्ता गोभी का उपयोग सब्जी और सलाद के लिए किया जाता है.पत्ता गोभी के नियमित सेवन से शरीर में पाचन तंत्र ठीक होता है तथा खून में आयरन की कमी दूर होती है. शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. पत्ता गोभी सर्दी में सूर्य की किरणों से त्वचा की रक्षा करती है. इसके रस में दुर्लभ विटामिन यू होता है जो काफी असरदार और अलसर प्रतिरोधी है.
तोरई Ridge Gourd
तोरई में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – बीटा फैरोटीन, एंटीआक्सीडेंट, पानी, विटामिन और मिनरल.
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तोरई खाने के लाभ
तोरई पचने में आसान होती है. पेट साफ रहता है और कब्ज दूर होती है. तोरई का सेवन पित्त, सांस, खांसी व बुखार में बहुत लाभदायक होता है. यह रक्त और मूत्र में शर्करा के स्तर को कम करने में मदद करती है. डायबिटीज वालों को काफी फायदेमंद रहती है. कैलोरी बहुत कम होने से वजन नहीं बढ़ता है और आँखों की रोशनी बढ़ती है. इसका नियमित सेवन एक्जिमा सोरायसिस तथा त्वचा संबंधी रोगों के उपचार में लाभदायक रहता है. अस्वस्थ व्यक्ति को चिकित्सक अक्सर तोरई सेवन की सलाह देते हैं.
करेला Bitter Gourd
करेले में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – विटामिन ए, बी और सी, लुटीन, आयरन, जिंक, मैगनीशियम, कैरोटीन और एंटीआक्सीडेंट.
करेला के गुण
करेले की तासीर ठंडी होती है. जिससे ये गर्मी के रोग दूर करता है. करेले को कड़वेपन के कारण ज्यादा लोग नापसंद करते है. लेकिन इसके तत्वों व एंटीआक्सीडेंट, विटामिन के कारण हमें निरोगी बनाए रखने में करेला सबसे ज्यादा मददगार साबित होता है. इसके सेवन से पेट साफ रहता है.
इससे चहरे के दाग धब्बे, मुंहासे व त्वचा के रोगों में लाभ मिलता है. करेले में विटामिन बी काॅम्पलेक्स की भरपूर मात्रा होने से ये खून को साफ करता है. कोलेस्ट्रॉल को कम करता है. करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर 6 माह तक खाली पेट पीने से त्वचा सुंदर दिखने लगती है. उल्टी, दस्त, हैजा होने पर करेले के रस में थोड़ा पानी और काला नमक मिलाकर पीने से राहत मिलती है .लकवे के मरीज को कच्चा करेला काटकर खिलाना लाभदायक होता है.
लहसुन Garlic
लहसुन में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- एंटी इंफ्लेमेटरी, प्रोटीन और एंटीआक्सीडेंट.
लहसुन खाने के फायदे
वैसे तो बारह महीने ही लहसुन का सेवन अच्छा माना गया है. लेकिन सर्दियों में इसकी एक कली रोजाना खाने से कई लाभ होते हैं. इसमें मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी तत्वों के कारण एलर्जी दूर होती है. लहसुन में एक विशेष प्रकार का प्रोटीन होता है जो हमारी रक्त वाहिकाओं को नियंत्रित करता है. इसमें उपस्थित हाइड्रोजन सल्फाइड रकतधमनियों को फैला देती है. इससे ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है. कफ और जुकाम की परेशानी में लहसुन का काढ़ा पीने से तुरन्त आराम मिलता है. इसका सेवन हृदय को सुरक्षित रखने में मदद करता है. लहसुन के नियमित सेवन से मोटापा कम किया जा सकता है. महिलाओं को गर्भावस्था में अगर उच्च रक्त चाप की शिकायत हो तो लहसुन का सेवन फ़ायदेमंद होता है.
सरसों Mustard
सरसों में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, शुगर, पोटेशियम, विटामिन ए, सी , डी, बी 12, मैगनीशियम, आयरन और कैल्शियम.
सरसों खाने के लाभ
सरसों का सेवन अत्यधिक लाभकारी माना जाता है. सरसों में एंटीऑक्सीडेंट तत्व भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं जो शरीर के विषैले पदार्थ को बाहर निकालते हैं और रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं. इसके सेवन से ब्लेडर, पेट, फेंफडे़, प्रोस्टेट और ओवरी के कैंसर व रोगों का खतरा कम हो जाता हे. इसका सेवन कोलेस्ट्राल लेवल को कम करता है. सरसों में पर्याप्त मात्रा में फाइबर होने के कारण शरीर की मेटाबाॅलिक क्रियाओं को नियंत्रित रखने में मददगार होता है. इसमें मौजुद कैल्शियम और पोटैशियम हड्डियों को मजबूती प्रदान करता है. विटामिन ए आँखों की मासंपेशियों को सुरक्षित रखता है और आंखों की रोशनी बढ़ाता है.
चुकंदर Beet Root
चुकंदर में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- आयरन, पोटेशियम, कैल्शियम, मैगनीशियम, फास्फोरेस, क्लोरीन, आयोडीन, कार्बोहाइड्रेट, एंटी आक्सीडेंट, विटामिन बी 1 और बी 2.
चुकंदर के गुण
चुकंदर के नियमित सेवन से खून साफ होता है, इसके सेवन से खून में हीमोग्लोबिन की मात्रा बढ़ती है.ये एनीमिया दूर करता है. इसमें मौजूद एंटीआक्सीडेंट रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है. चुकंदर के सेवन से ब्लड प्रेशर पर नियंत्रण रहता है. गाल ब्लेडर और किडनी का संचालन अच्छे ढंग से करने में मदद करता है और पाचन क्रिया को दुरस्त करता है. इसका सेवन सलाद में नियमित रूप से किया जाता है.
शकरकंदी Sweet potato
शकरकंदी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- आयरन, काॅपर, मैगनीशियम, विटामिन बी काम्पलेक्स, आयरन, फास्फोरेस, विटामिन सी, बीटा केरोटीन और जिंक.
शकरकंदी खाने के फायदे
शकरकंदी में आलू के मुकाबले 300 परसेंट कैलोरी कम होती है. यह हमारे इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाता है. इसे खाने से त्वचा में चमक आती है और चेहरे पर झूर्रियां नहीं पड़ती हैं. यह रेाग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करती है. यह शरीर को गर्म रखती है. इसमें मौजूद विटामिन सी से ब्रोन्क्राइटिस व फेफड़ों की समस्या में आराम मिलात है. शकरकंदी गठिया और आर्थराइटिस में फायदेमंद होती है. इसके सेवन से खून में शर्करा का स्तर नियंत्रित रहता है. इसलिए इसे डायबिटीज में भी खा सकते है. इसे सब्जी के अलावा भूनकर और उबालकर भी खा सकते है.
चौलाई Amaranth
चौलाई में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – विटामिन ए, बी, सी और आयरन.
चौलाई खाने के लाभ
चौलाई खाने से भूख बढ़ती है तथा कब्ज व पेट की समस्या दूर होती है. इसका नियमित सेवन खून में आयरन की बढ़ोतरी करता है. हाथ, पैर व तलवों में जलन होने पर इसके रस में थोड़ी शक्कर मिलाकर पीने से लाभ मिलता है और आंखों के लिए फायदेमंद है.
फूल गोभी Cauliflower
फूल गोभी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- ओमेगा-3, फैडी, एसिड, विटामिन, कैल्शियम और आयरन.
फूल गोभी खाने के फायदे
फूल गोभी का सेवन शरीर में कालेस्ट्राल का स्तर घटाता है और शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक है.
बीन्स Beans
बीन्स खाने के फायदे – बीन्स शरीर के ग्लूकोज लेवल को नियंत्रित रखती है. इसका सेवन ब्रेन को स्वस्थ व एक्टिव रखने के लिए बढ़िया रहता है. इसलिए इसे सब्जियों में डालकर खा सकते हैं.
ककड़ी kakdi
ककड़ी में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – ककड़ी में टारटरेड एसिड, पानी, विटामिन बी, बी 2, 3, 5, 6, कैल्शियम, सिलिकाॅन, फॉलिक एसिड, फास्फोरेस और मिनरल्स भरपूर मात्रा में पाये जाते हैं.
ककड़ी खाने के फायदे
ककड़ी की तासीर ठंडी होती है. इसे सलाद में रोजाना खा सकते हैं. ककड़ी खाने से गर्मी में पानी की मात्रा शरीर में पर्याप्त बनी रहती है और डिहाइड्रेशन की समस्या नहीं रहती है. इसका सेवन शरीर से विषैले पदार्थों को दूर करने में उपयोगी रहता है. इसे रोजाना खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है. इससे वात-पित्त व कफ दोषों में भी लाभ होता है. इसे नियमित रूप से खाने से पेट के रोग कब्ज, जलन, एसिडिटी दूर होते हैं और कैलोरी कम होने के कारण वजन घटाने में फायदेमंद होती है.
मूली Turnip
मूली में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- विटामिन ए, बी, सी, कैल्शियम, फोलिक एसिड, आयरन और पोटेशियम.
मूली खाने के फायदे
मूली तासीर में गर्म होती है. यह भूख बढ़ाने वाली गैस, फोड़ोंं, शरीर में सूजन, चर्म रोग, हृदय रोग में लाभकारी रहती है. मूली व इसकी सब्जी के सेवन से पेट साफ रहता है तथा कब्ज दूर होती है. मूली के रस में काला नमक और काली मिर्च मिलाकर पीने से पेट का दर्द दूर होता है. मूत्र त्याग कष्ट या जलन हो तो मूली का पत्तों सहित रस पीने से लाभ प्राप्त होता है. सब्जी के आलावा कच्ची मूली को सलाद के साथ में सेवन कर सकते हैं.
गाजर Carrot
गाजर में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – फाइबर, विटामिन ए,बी काॅम्पलेक्स, कैल्शियम और केरोटीन.
गाजर खाने के फायदे
गाजर में मौजूद बीटा कैरोटीन त्वचा को अल्ट्रावायलेट किरणों से बचाता है. गाजर आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए सर्वोत्तम होती है. गाजर को कच्चा चबाकर खाने से दांत और मसूडे़ मजबूत होते हैं. गाजर कैल्शियम और केरोटीन की प्रचुर मात्रा के कारण छोटे बच्चों के लिए फायदेमंद होती है. गाजर, चुकंदर और ककड़ी तीनों का रस समान मात्रा में मिलाकर एक-एक कप सुबह शाम पीने से पेशाब की रुकावट, जोड़ों का दर्द आदि में बहुत फायदा होता है.
गाजर व पालक का रस प्रतिदिन 2-3 माह तक पीने से डायबिटीज, रक्तचाप, दमा, बवासीर जैसी बिमारियों से राहत प्रदान करता है. इसका नियमित सेवन एनीमिया को दूर करता हैऔर कफ की शिकायत दूर होती है. गाजर के रस के सेवन से पेट के वायु रोग भी दूर होते हैं. गाजर खाना त्वचा के दाग धब्बों में फ़ायदेमंद रहता है.
ब्रोकली Broccoli (हरी गोभी Hari Gobhi)
ब्रोकली में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- सल्फोराफेन, मिनरल, विटामिन ए, कैल्शियम ब्रोकली में प्रचुर मात्रा में पाये जाते हैं.
ब्रोकली खाने के फायदे
हरी गोभी में सल्फोराफेन नामक तत्व गठिया के रोग से बचाने में लाभदायक होता है. इससे कैंसर का भी खतरा कम होता है. विटामिन व मिनरल की प्रचुरता के कारण फायदेमंद होती है. इसे सलाद के रूप में खा सकते हैं. ये हड्डियों को भी मजबूती देती है.
मक्का Maize
मक्का में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- विटामिन ए, सी, फाइबर, कैराटेनाॅइड, एंटीआॅक्सीडेंट, आयरन, फोलिक एसिड और कार्बोहाइड्रेट.
मक्का खाने के फायदे
मक्का के दानों में विटामिन सी, केरोटेनाॅइड, फाइबर के कारण मक्का कोलेस्ट्रॉल को कम करता है और धमनियों में रूकावट को समाप्त कर हृदय को स्वस्थ रखता है. इसका सेवन त्वचा की झुर्रियों को रोकता है. इसके दानों में बीटा कैरोटीन होता है, जो आँखों की समस्या को दूर करता है. उबली मक्का खाना एनीमिया में फायदेमंद रहता है।
प्याज Onion
प्याज में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- कैल्शियम, फास्फोरस, प्रोटीन, विटामिन, सल्फर, आयरन.
प्याज खाने के फायदे
प्याज का सेवन उच्च रक्तचाप और काॅलेस्ट्राॅल को कम करने में मदद करता है. यह एनीमिया के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद है. प्याज का सेवन पाचन तंत्र को दुरुस्त करता है. कच्चे प्याज पर काला नमक, काली मिर्च और नींबू डालकर खाने से भूख खुलती है. इसे खाने से आँतें क्रियाशील होती है. प्याज खाना गर्मी में लू से बचाता है.
नींबू Lemon
नींबू में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – विटामिन-सी, बी-6, ए, ई, फालेट राइबोफ्लेविन, एंटीआक्सीडेंट, आयरन, फ्लेवेनाएड्स और फाइबर.
नींबू खाने के फायदे
नींबू शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है. खाली पेट इसे गुनगुने पानी में पीने से पेट साफ रहता है. नींबू वजन घटाता है और शरीर से विषैले तत्व निकालता है. नींबू में विटामिन सी की प्रचुर मात्रा होने के कारण ये त्वचा, बाल और दांत की सुंदरता बढ़ाता है.
नींब का सेवन ब्लड प्रेशर और तनाव में राहत पहुंचाता है. पाचन क्रिया को दुरस्त करता है. खाना खाने के तुरंत बाद पानी में नींबू डालकर पीना हानिकारक रहता है. इसमें एसिडिटी का खतरा रहता है. जोड़ों में दर्द होने अथावा एसिडिटी होने पर ज्यादा ठंडा पानी पीना ठीक नहीं होता है . लेकिन गर्म पानी मिलाने से यह अल्कलाइन हो जाता है तथा नुकसान नहीं करता है. काम करने के दौरान डिहाइड्रेशन से होने वाले सिरदर्द, थकान व सुस्ती की परेशानी में नींबू पानी फायदेमंद रहता है.
अदरक Ginger
अदरक में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – एंटीआक्सीडेंट तत्व, कफनाशक, पाचन शक्ति, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाली, वायरल इन्फेक्शन से बचाव.
अदरक खाने के फायदे
अदरक का भोजन, चाय, चटनी आदि में उपयोग करते हैं. भोजन में अदरक, दालचीनी के उपयोग से खून में शर्करा की मात्रा में कमी आती है. यह रोग प्रतिरोधक क्षमता तथा पाचन शक्ति को बढ़ाती है.
टमाटर Tomato
टमाटर में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- कैल्शियम, फास्फोरस, बीटाकैरोटीन, आयरन, विटामिन ए, सी और अमीनो एसिड.
टमाटर खाने के लाभ
टमाटर लीवर को साफ रखता है, खून को साफ रखने के साथ ही पाचन शक्ति को ठीक करता है, रोग प्रतिरोधक शक्ति को बढ़ता है. विटामिन ए के कारण टमाटर आँखों के लिए बेहद फायदेमंद होता है. डायबिटीज के रोगियों के लिए अत्यन्त लाभदायक होता है. इसमें मौजूद आयरन के कारण अनीमिया दूर करता है. अमीनो ऐसिड मोटापे को कम करने में सहायक है.
हरी पत्ती वाला प्याज hare Pyaaz ke patte
हरी पत्ती वाला प्याज में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- एंटी बैक्टीरियल गुण, विटामिन सी, सल्फर, मैग्नीज, पोटेशियम, फास्फोरेस और काॅपर.
हरी पत्ती वाला प्याज खाने के फायदे
हरी पत्ती वाला प्याज कोलेस्ट्रॉल लेवल को बनाए रखता है. ये पाचन क्रिया में सुधार करता है. सल्फर की मौजूदगी के कारण ब्लडप्रेशर को कंट्रोल करता है. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है तथा चेहरे पर झुर्रियों से बचाता है. इसे सलाद के रूप में भी खा सकते हैं.
शिमला मिर्च Peppers
शिमला मिर्च में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – विटामिन, एंटी ऑक्सीडेंट.
शिमला मिर्च खाने के फायदे
शिमला मिर्च में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है. इसमें मौजूद तत्व शरीर में वसा को घटाने की क्षमता रखते हैं. इससे पाचन क्रिया दुरस्त रहती है. इसके सेवन से वजन को नियंत्रित रखने में सहायक मिलती है. यह शरीर में विषैले पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करती है. इसे सब्जी, सूप व सलाद के रूप में आसानी से खा सकते हैं.
ग्वार की फली Cluster Beans
ग्वार की फली में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – कैल्शियम, फास्फोरेस, फाइबर और प्रोटीन.
ग्वार की फली खाने के फायदे
इसे खाने से जल्दी पेट भर जाता है जिससे वजन नियंत्रित रहता हैं. ग्वार की फली में ग्लाइसीमिक इंडेक्स कम होता है इसलिए यह डायबिटीज में भी फायदा करती है. फायबर के कारण कब्ज की समस्या दूर करती है. इसमें कैल्शियम और फास्फोरेस पर्याप्त मात्रा में होने से हड्डियों को मजबूत करती है और आर्थराइटिस, ओस्टियोपोरोसिस व अन्य रोगों को दूर करने में सहायक होती है. इसलिए यह अत्यंत सेहतमंद सब्जी होती है.
मटर Pea
मटर में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- प्रोटीन, फाइबर, एंजीआक्सीडेंट और एंटीएजिंग, विटामिन बी-1, सी और आयरन.
मटर खाने के फायदे
मटर खान कब्ज, ओस्टियोपोरोसिस और ब्रोन्क्राइटिस में फ़ायदेमंद रहता है. मटर खाने से ब्लड शुगर व हार्टडिजीज से बचाव होता है. यह ब्लड सैल्स को बढ़ाने में मदद करता है. शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है.
हरी मिर्च Green Chilli
हरी मिर्च में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – विटामिन सी, ए, कैपसेसिन, एंटीआक्सीडेंटस.
हरी मिर्च खाने के फायदे
हरी मिर्च शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाती है. कैपसेसिन तत्व फैट को बर्न करता है. इसमें मौजूद विटामिन A नेत्र रोगों से बचाता है.यह एंडोर्फिन हार्मोन्स रिलीज करके मूड अच्छा रखती है. साथ ही कैंसर के खतरे को कम करती है.
बैंगन Brinjal, Eggplant
बैंगन में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व – फाFबर, कार्बोहाइड्रेट, आयरन और मिनरल्स.
बैंगन खाने के फायदे
बैंगन में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है तथा कार्बोहाइड्रेट अल्पमात्रा में घुलनशील प्रकृति के होते हैं. इसलिए इसका सेवन डायबिटीज के लिए अत्यन्त लाभकारी माना जाता है. हींग और लहसुन से तैयार किया गया बैंगन का सूप पीने से पेट फूलना, गैस बदहजमी व अपच जैसी समस्याओं में राहत मिलती है. बैंगन को भूनकर इसमें स्वादानुसार नमक मिलाकर खाने से खांसी दूर होती है व कफ निकल जाता है. भुने हुए बैंगन में शक्कर डालकर खाली पेट खाने से रक्त की कमी यानी एनिमिया दूर होती है. इसका सेवन रक्तचाप व हृदय रोग के लिए भी फायदेमंद रहता है.
परवल Parwal
परवल में पाये जाने वाले पौष्टिक तत्व- विटामिन ए, बी1, बी2, सी, कैल्शियम.
परवल खाने के फायदे
परवल मोटापा दूर करने में बेहद फायदेमंद सब्जी है. इसका जूस सौंफ और पिसी हुई थोड़ी सी हींग मिलाकर पीने से मोटापा दूर होता है तथा शरीर को ऊर्जा मिलती है. परवल खाने से खून साफ होता है और कफ नियंत्रित रहता है. कैल्शियम व कम कैलोरी के कारण शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखता है. इसके सेवन से पेट के कीड़े मरते हैं. यह पीलिया रोग में काफी लाभदायक रहता है. परवल को बीजों के साथ खाने से कब्ज दूर होती है. इसमें विटामिन, एंटी ऑक्सीडेन्ट प्रचुर मात्रा में होने के कारण इसका सेवन चेहरे की झुर्रियों को रोकने में असरदार होता है. इसकी सब्जी को अधिक मसालों में व ज्यादा देर तक नहीं पकाना चाहिए अनयथा इसके पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं.
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