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Padman पैडमैन Film Preview in Hindi

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पैडमैन: फिल्म ट्रेलर रिव्यू

अमेरिका के पास सुपरमैन है, बैटमैन है, स्पाइडरमैन है लेकिन इंडिया के पास पैडमैन Padman है. अक्षय कुमार की आने वाली फिल्म ‘पैडमैन’ का ट्रेलर अमिताभ बच्चन की आवाज में इसी डायलॉग के साथ शुरू होता है. 

सामाजिक सरोकार आधारित फिल्म पैडमैन इंडिया के रियल सुपरहीरो Real Super Hero of India अरुणाचलम मुरुगानंतम Arunachalam Muruganantham के संघर्ष और जीवनी पर बनी है जिन्होंने भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाओं के लिए सस्ते सैनेटरी नैपकिन Low Cost Sanitary Napkin बनाने का महत्त्वपूर्ण काम किया है.

फिल्म मध्यप्रदेश की पृष्ठभूमि पर लिखी गयी है. खुले में शौचमुक्ति पर बनी फिल्म ‘टॉयलेट: एक प्रेमकथा’ Toilet: Ek Prem Katha में दमदार भूमिका निभाने वाले अक्षय कुमार ही पैडमैन में अरुणाचलम मुरुगानंतम Arunachalam Muruganantham का चरित्र दर्शाने वाले लक्ष्मीकांत चौहन की भूमिका अदा कर रहे हैं. वहीं राधिका आप्टे Radhika Apte उनकी पत्नी गायत्री चौबे का किरदार निभा रही हैं. गौरतलब है कि बिल गेट्स Bill Gates ने भी हाल ही अक्षय की फिल्म टॉयलेट की तारीफ की है.

मेंस्ट्रुअल हाइजीन पर आधारित फिल्म Film Based on Menstrual Hygiene

फिल्म का ट्रेलर और गाने देखकर यह तो स्पष्ट है कि फिल्म ग्रामीण और गरीब महिलाओं की माहवारी सम्बंधी स्वच्छता Menstrual Hygiene की समस्या को खुले रूप से समाज के सामने रखती है. साथ ही मेंस्ट्रुअल हाइजीन के प्रति जागरूकता और इस समस्या का सरल सा समाधान भी दर्शकों को प्रस्तुत करती है.

फिल्म के डायलॉग Dialogues of Padman हल्की—फुल्की कॉमेडी के साथ लिखे गए हैं लेकिन इन हंसाने वाले संवादों में गहरा संदेश दर्शकों तक पहुंचने वाला है. पैडमैन फिल्म 9 फरवरी 2018 (Release Date of Padman) को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है. पहले यह फिल्म 26 जनवरी 2018 को रिलीज होने वाली थी.

अक्षय कुमार की पत्नी (Wife of Akshay Kumar) ट्विंकल खन्ना (Twinkle Khanna) इस फिल्म की निर्माता हैं जिसका निर्देशन आर. बालकी जैसे मंझे हुए फिल्मकार ने किया है. फिल्म को लिखा भी आर. बालकी ने ही है जिसमें स्वानंद किरकिरे ने सहयोग किया है. लीड रोल
में अक्षय कुमार और राधिका आप्टे के साथ सोनम कपूर (Sonam Kapoor) भी हैं जो एक सामाजिक कार्यकर्ता की भूमिका में हैं और अक्षय कुमार के संघर्ष में उनका पूरा सहयोग करती हैं.

पैडमैन का कर्णप्रिय संगीत Melodious Music of Padman

फिल्म का संगीत अत्यंत ही कर्णप्रिय है. वहीं गानें बार—बार सुनने लायक हैं. फिल्म के गीत कौसर मुनीर Kausar Munir ने अनूठे शब्दों का प्रयोग करते हुए लिखे हैं जिन्हें संगीतकार अमित त्रिवेदी Amit Trivedi ने बड़ी ही खूबसूरती से धुन दी हैं. 

लक्ष्मीकांत के कैरेक्टर को एक सुपरमैन के रूप में दिखाने के लिए सिंगर मीका की आवाज में ‘ठांय—ठांय ना गोली मारे…’ गाना बड़ा ही सटीक प्रतीत होता है. अरिजित सिंह की आवाज में ‘आज से तेरी, सारी गलियां मेरी हो गयी… (aaj se teri, saari galiyan meri ho gayi…)’ गाना पहले ही संगीतप्रेमियों की जुबान पर चढ़ चुका है.

इस गाने में कौसर मुनीर ने कांधे के तिल और सीने में दिल की तुकबंदी बिजली के बिल से करके तथा ख्वाबों के अम्बर और खुशियों के समंदर की तुकबंदी पिनकोड के नम्बर से करके एक मध्यमवर्गीय व्यक्ति की भावनाओं को उसकी जिंदगी के साथ उकेरने का सफल और सराहनीय प्रयोग किया है.

मोहित चौहान की आवाज में ‘उड़े—उड़े बादल का इक टुकड़ा कैसे मैं तोड़ूं… (Ude ude baadal ka ek tukda kaise main todun…)’ गीत भी फिल्म में अक्षय कुमार के संघर्ष को सटीकता से बयां करता है.

सार्थक और सारगर्भित डायलॉग Meaningful Dialogues of Padman

फिल्म में सार्थक संदेश देने के लिए टूटी—फूटी इंग्लिश में हल्के—फुल्के डायलॉग्स का सफल प्रयोग किया गया है. एक जगह अपनी सक्सेस स्टोरी साझा करते हुए अक्षय कुमार कहते हैं— ‘यू थिंकिंग, आई मैड, बट मैड आन्ली बिकमिंग फेमस’ You thinking, I mad, but mad only becoming famous.

ऐसा ही एक और डायलॉग अक्षय कुमार अपनी स्पीच में कहते हैं— ‘बिग मैन, स्ट्रॉन्ग मैन, नॉट मेकिंग कंट्री स्ट्रॉन्ग. वुमन स्ट्रॉन्ग, मदर स्ट्रॉन्ग, सिस्टर स्ट्रॉन्ग, देन कंट्री स्ट्रॉन्ग’ Big man strong man, not making country strong. Woman strong, mother strong, sister strong, then country strong. फिल्म में दकियानूसी और संकुचित सोच पर भी प्रहार किया गया है.

अक्षय कुमार जब अपनी बहन को सैनेटरी नैपकिन देते हैं तो उनसे सवाल किया जाता है कि ‘बहन को कोई ऐसी चीज देता है क्या?’ इस पर अक्षय कुमार डायलॉग बोलते हैं कि ‘नहीं देता, पर देना चाहिए. राखी बांधी थी ना, तो रक्षा का वचन निभा रहा था.

बाजार में प्रचलित ब्रांडेड सैनेटरी नैपकिन Branded Sanitary Napkin पर कटाक्ष करता हुआ अक्षय कुमार का एक डायलॉग सैनेटरी नैपकिन बनाने वाली मल्टिनेशनल कम्पनियों MNCs को अखर सकता है जिसमें अक्षय कुमार कहते हैं— ‘चार आने की रुई और दो आने की पोटली के लिए दुनिया को 55 रुपए का चूना लगा रखा है.’

समाज में जागरूकता लाएगी पैडमैन Padman will start a Thought Process

फिल्म समीक्षक उम्मीद जता रहे हैं कि पैडमैन फिल्म समाज में एक थॉट प्रोसेस Thought Process शुरू करने का काम करेगी. आज भी जिस तरह ग्रामीण क्षेत्रों में और आम परिवारों में माहवारी स्वच्छता पर बात नहीं की जाती, उस चुप्पी को तोड़ने में यह फिल्म अहम भूमिका अदा करने वाली है.

फिल्म निर्माताओं ने फिल्म के रिलीज होने से पहले ही कई राज्य सरकारों State Governments से इस फिल्म को गांव—गांव तक उस तबके तक पहुंचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं ​जहां माहवारी स्वच्छता के प्रति जागरूकता की जरूरत है.

कौन हैं अरुणाचलम मुरुगानंतम Who is Arunachalam
Muruganantham

अरुणाचलम मुरुगानंतम तमिलनाडु के कोयम्बटूर में जन्में एक सोशल एंटरप्रेन्यॉर हैं. अरुणाचलम मुरुगानंतम ने कम लागत के सैनेटरी नैपकिन और इसे बनाने वाली मशीन Machine of Low Cost Sanitary Napkin का आविष्कार किया है.

इसके बाद देश के कई हिस्सों में ऐसे मशीनें लगाई गई जिनसे ग्रामीण क्षेत्रों की गरीब महिलाओं को सैनेटरी नैपकिन उपलब्ध होने की राह आसान हुई है. सस्ते और सुरक्षित नैपकिन बनाने वाली यह मशीन महिलाओं को माहवारी जनित बीमारियों से निजात दिलाने में वरदान साबित हो रही है.

इस मशीन से बनने वाले नैपकिन की कीमत बाजार में मिलने वाले दूसरे नैपकिन से लगभग एक—​तिहाई कम है. अरुणाचलम मुरुगानंतम ने शादी के बाद देखा कि उनकी पत्नी माहवारी के दौरान कपड़े और अखबार का उपयोग करती थी क्योंकि सैनेटरी नैपकिन बहुत महंगे आते थे.

इस बात ने अरुणाचलम को विचलित किया और वे सस्ते तथा सुरक्षित पैड बनाने के अपने मिशन में जुट गए. उन्होंने ग्रामीण इलाकों में माहवारी स्वच्छता Menstrual Hygiene के प्रति जागरूकता फैलाने का काम भी किया है.

अरुणाचलम मुरुगानंतम के इस अनोखे आविष्कार के बाद उत्तर प्रदेश के महोबा जिले Mahoba District of Uttar Pradesh से लेकर राजस्थान के नागौर जिले Nagaur District of Rajasthan तक देश के कई इलाकों में महिला स्वयंसहायता समूहों Self Help Groups ने कम लागत सैनेटरी नैपकिन की निर्माण इकाइयां Manufacturing Units स्थापित की हैं.

अरुणाचलम ने कभी आईआईटी जैसे उत्कृष्ट संस्थानों में नहीं पढ़े लेकिन उनके इस काम के लिए आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों ने केस—स्टडी तैयार की हैं. फिल्म में एक डायलॉग भी है जिसमें अक्षय कुमार अपनी एक स्पीच मे टूटी—फूटी इंग्लिश में कहते हैं— ‘आई नॉट स्टडी आईआईटी, बट आईआईटी स्टडी मी’ I not study IIT, But IIT study me.

यहां पढ़ें:

अरुणाचलम मुरुगानंतम की विस्तृत जीवनी 

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