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शिशु टीकाकरण और उससे संबंधित सम्पूर्ण जानकारी
शिशु टीकाकरण के अभाव में भारत में आज भी शिशु मृत्युदर काफी उच्च स्तर पर है. इसका मुख्य कारण देश के अंदरूनी और ग्रामीण इलाकों में बीमारियों के प्रति जागरूकता का अभाव और टीकाकरण के प्रति गंभीर लापरवाही है.
निर्धनता और जागरूकता की कमी से अक्सर बच्चों के माता—पिता उनका टीकाकरण पूरा नहीं करवाते या करवाते ही नहीं है. ऐसे में बच्चे को बीमारियों से लड़ने के लिए उचित रोग प्रतिरोधक शक्ति नहीं मिलती है और शिशु केअसमय मृत्यु का कारण बनता है.
भारत सरकार ने देश में शिशु मृत्यु दर घटाने के लिए विभिन्न निशुल्क टीकाकरण और अभियान चलाए हैं. इन टीकाकरण अभियानों में शिशु को लगने वाले टीको से माता—पिता पर कोई आर्थिक भार नहीं आता है और शिशु स्वस्थ बना रहता है.
भारत में शिशु को कौनसे वैक्सीन लगाना अनिवार्य किया गया है?What are the mandatory vaccines for babies in India?
भारत में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया में उन रोगों को प्रमुखता से शामिल किया गया है, जो देश में बच्चों की मृत्यु का सबसे बड़ा कारण बन रही है.
बीमारियों की इस सूची में टीबी tuberculosis, डिप्थीरिया diphtheria, pertussis, पोलियो polio, मिजल्स measles, टिटनेस tetanus, हेपीटाइटिस बी hepatitis B, हेपीटाइटिस ए hepatitis A, टाइफाइड typhoid, मम्पस mumps, रूबेला rubella और रोटा वायरस rotavirus ऐसी बीमारियां है जिनका टीकाकरण करवाना अनिवार्य है.
नवजात को कौन—कौन सी वैक्सीन लगाई जाती है?Which vaccines are given to infants?
नवजात बच्चे को लगाए जाने वाले उन टीकों का जिक्र किया जा रहा है जो पहले 12 महीने के दौरान लगवाया जाता है. यह जानकारी सिर्फ आपको जागरूक बनाने के लिए है, टीके लगवाने के लिए अपने डॉक्टर से ही परामर्श लें.
चिकनपॉक्स – इसका पहला टीका 12 माह पर लगाया जाता है.
डिप्थीरिया – इसके 5 डोज लगते हैं जिनमें पहला टीका 2 माह पर, दूसरा टीका 4 माह का, तीसरा टीका 6 माह पर और चौथा टीका 15 माह पर दिया जाता है.
इंफ्लूएन्जा एच – इसका पहला टीका 2 माह पर, दूसरा 4 माह पर, तीसरा 6 माह पर और आखिरी टीका 12 से 15 माह पर लगाया जाता है.
हेपीटाइटिस ए – इसका पहला टीका 12 माह पर लगाया जाता है.
हेपीटाइटिस बी – पहला टीका जन्म के समय पर ही लगाया जाता है, दूसरा टीका 2 माह पर, तीसरा टीका 4 माह पर और चौथा टीका 6 माह पर लगाया जाता है.
मिजल्स और मम्पस – इसका पहला टीका 12 माह पर लगाया जाता है.
मिनिंगोकोकेल – इसका पहला टीका 2 माह पर, दूसरा टीका 4 माह पर, तीसरा टीका 6 माह पर और चौथा टीका 12 माह पर लगाया जाता है.
पोलियो – इसका पहला टीका 2 माह पर, दूसरा टीका 4 माह पर और तीसरा टीका 6 माह पर लगाया जाता है.
रोटावायरस – इसका पहला टीका 2 माह पर, दूसरा टीका 4 माह पर और तीसरा टीका 6 माह पर लगाया जाता है.
क्यों कराना चाहिए अपने बच्चे का टीकाकरण?Why should you vaccinate your baby?
वैक्सीनेशन के माध्यम से बच्चे को कई जानलेवा और भयानक बीमारियों का सामना करने के लिए तैयार किया जाता है. एक बार वैक्सीनेशन हो जाने के बाद बच्चे का शरीर उन लोगों से लड़ने के लिए तैयार हो जाता है.
उन रोगों के एंटीबॉडिज शरीर तैयार कर लेता है. अगर एक बच्चे का टीकाकरण नहीं हुआ है तो उसके बीमारियों से ग्रसित होने की संभावना, टीकाकरण किए गए बच्चे की तुलना में कहीं अधिक होती है. टीकाकरण के अभाव में बच्चे के जीवित रहने की संभावनाओं में भी भारी कमी आती है.
Government vaccination schedule 2019 in india – Vaccination Chart -vaccination chart for babies
टीकाकरण चार्ट
राष्ट्रीय टीकाकरण सूची National Vaccination Chart
टीका | कब देना है | खुराक | तरीका | स्थान |
---|---|---|---|---|
बीसीजी | जन्म के समय या एक वर्ष तक की उम्र तक | 0.1 मिलीलीटर (1 महीने की उम्र तक 0.05 मिलीलीटर) | इंट्रा -डर्मल | बायीं ऊपरी बांह |
हेपेटाइटिस बी जन्म खुराक | जन्म या 24 घंटों के भीतर जितनी जल्दी हो सके | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | मध्य जांघ |
ओपीवी खुराक | पहले 15 दिनों के भीतर जन्म या जितनी जल्दी हो सके | 2 बूँदें | मौखिक | |
ओपीवी 1,2 एंड 3 | 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह | 2 बूँदें | मौखिक | |
आईपीवी (निष्क्रिय पोलिओ वैक्सीन) | 14 सप्ताह | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | मध्य जांघ |
पेंटेन्टेंट 1,2 और 3 | 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | मध्य जांघ |
रोटा वायरस वैक्सीन | 6 सप्ताह, 10 सप्ताह और 14 सप्ताह | 5 बूँदें | मौखिक | |
खसरा 1 ली खुराक | 9 पूर्ण महीने -12 महीने (9-12 महीने की आयु में | 0.5 मिलीलीटर | चमड़े के नीचे | दाई ऊपरी बांह |
विटामिन ए, 1 ली खुराक | खसरा के साथ 9 महीनों में | 1 मिलीलीटर (1 लाख आईयू) | मौखिक | |
डीपीटी 1 सेंट बूस्टर | 16-24 महीने | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | इंट्रामस्क्युलर |
ओपीवी बूस्टर | 16-24 महीने | 2 बूँदें | मौखिक | |
खसरा 2 एन डी खुराक | 16-24 महीने | 0.5 मिलीलीटर | चमड़े के नीचे | दाई ऊपरी बांह |
विटामिन ए (2 nd से 9 वींखुराक) | डीपीटी / ओपीवी बूस्टर के साथ 16 महीने, फिर, प्रत्येक खुराक प्रत्येक 6 महीने 5 साल की उम्र तक) | 2 मिलीलीटर (2 लाख आईयू) | मौखिक | |
डीपीटी 2 एन डी बूस्टर | 5-6 साल | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | बायीं ऊपरी बांह |
टीटी | 10 साल और 16 साल | 0.5 मिलीलीटर | इंट्रामस्क्युलर | उपरी बांह |