क्या कुत्तों के पास होती है छठी इंद्रिय

Do dogs have a sixth sense in Hindi  

क्या कुत्तों के पास होती है छठी इंद्रिय

कुत्ते को इंसान का सबसे अच्छा और वफादार दोस्त माना जाता है. कुत्ते और इंसान की दोस्ती सदियों पुरानी है. हजारों साल पहले जब इंसान शिकार कर के पेट भरता था, तब भी कुत्ता हमारी मदद करता था. आज जब हम पूरे दिन के काम से थक कर घर पहुंचते हैं तो हमारा pet dog पेट डॉग पैरों से लिपट कर, अठखेलियां कर हमेें चीयर अप  करने की कोशिश करता है. कुत्तों की वफादारी की कहानियां हमें हमारे दोस्त-रिश्तेदारों से सुनने को अक्सर मिलती हैं, इंटरनेट पर भी ऐसी कहानियों की कोई कमी नहीं है. कई लोग तो यहां तक कहते हैं कि कुत्ते मृत्यु से पहले के लक्षणों को पहचानने में सक्षम होते हैं.  कुत्तों की सूंघने की शक्ति इंसानों से लाखों गुना अधिक होती है. वह कई किलोमीटर तक की गंध सूंघ सकता है. Do dogs sense death?  कहा जाता है कि अपनी इस तीव्र सूंघने की शक्ति के कारण कुत्ते मृत्यु गंध को सूंघ लेते हैं और कई तरह की आवाजें निकालते हैं.  भले ही मृत्यु के पूर्वाभास की कुत्तों की शक्ति भले ही वैज्ञानिक कसौटी पर अभी साबित नहीं हो सकी हो, लेकिन कुत्तों की सूंघने की क्षमता को लेकर कई नए-नए वैज्ञानिक शोध सामने आ रहे हैं, आइए डालते हैं इन पर एक नजर.

Can dog smell cancer?

कुत्ते सूंघ कर पता लगा सकते हैं कैंसर

विज्ञान में हुए नए शोधों से सामने आया है कि कैंसर की बीमारी का भी पता कुत्ते सूंघ कर लगा सकते हैं. शोध से सामने आया कि अगर कुत्तों को प्रशिक्षण दिया जाए तो वे कैंसर की बीमारी के लक्षणों की जानकारी इसके खतरनाक स्तर तक बढ़ने से पहले ही दे सकते हैं. इसके पीछे कारण यह बताया गया है कि कैंसर से खराब हुई कोशिकाओं की गंध स्वस्थ कोशिकाओं की तुलना में अलग होती है. चूंकि कुत्तों की सूंघने की बहुत अधिक तेज होती है, तो वे इस गंध को सूंघ लेते हैं. त्वचा कैंसर, लंग्स कैंसर, थायरॉइड कैंसर, पेट के कैंसर से पीड़ित मरीजों में ऐसे शोध हो चुके हैं, जहां कुत्ते ने सूंघकर उनकी बीमारी की पहचान की.
अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन की वर्ष 2014 की बैठक में एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई, जिसमें कहा गया कि प्रशिक्षित कुत्ते प्रोस्टेट कैंसर का पता लगाने में 98 प्रतिशत तक सही साबित होते हैं.

 Can dogs help with epilepsy?

कुत्ता दे सकता है मिर्गी की पूर्व चेतावनी

कुछ कुत्ते मिर्गी के दौरों की पहले से ही चेतावनी देने में सक्षम होते हैं, यूरोपियन जर्नल ऑफ  एपेलिप्सी में ऐसा एक अध्ययन प्रकाशित हुआ है. इंग्लैण्ड में कुछ संस्थाएं ऐसे प्रशिक्षित कुत्ते उपलब्ध कराती हैं, जो बच्चों को मिर्गी का दौरा पड़ने से 10-20 मिनट पहले ही मां-बाप को सचेत कर देते हैं. दौरे के वक्त पीड़ित व्यक्ति की मदद भी करते हैं, जैसे सांस लेने में रुकावट होने पर पीड़ित व्यक्ति का हिला-डुला कर आरामदायक स्थिति में लाना. आस-पास से ऐसी चीजों को हटाना, जिनसे चोट लग सकती है.

वैज्ञानिक इस बारे में पक्के तौर पर नहीं जानते कि कुत्ते ऐसा कैसे कर पाते हैं. लेकिन, माना जाता है कि कुत्ते मिर्गी के दौरे से पहले खून में होने वाले बदलावों से पैदा हुई गंध अपनी तेज नाक से सूंघ लेते हैं. यह भी कहा जाता है कि कुत्ता इंसान के व्यवहार और हलचल में मिर्गी के दौरे से पहले होने वाले बदलावों को पहले ही भांप लेता है.

Can Dogs Sense Human Pregnancy?

गर्भवती महिलाओं  के लिए भी मददगार

कुत्ते गर्भवती महिलाओं में आ रहे बदलावों को भी भांप लेते हैं. कई लोगों ने पाया कि गर्भवती महिलाओं में पानी की थैली फटने पर एमनियोटिक फ्ल्यूड की गंध को आपका पालतू सूंघ लेता है. कई मामलों में सामने आया कि गर्भवती महिलाओं में प्रसव पीड़ा शुरू होने से पहले उनका पालतू कुत्ता उनके आस-पास घूमने लगा और उन्हें दुलार करने लगा.  

Can dogs smell diabetes?

ब्लड शुगर लेवल घटने को पहचान लेते हैं कुत्ते

डायबिटीज से पीड़ित और इंसुलिन लेने वाले लोगों के रक्त में ग्लूकोज की मात्रा अचानक कम-ज्यादा होती रहती है. रोगी को खुद भी इसका आभास नहीं हो पाता और इससे कमजोरी आने या बेहोशी जैसी स्थिति बन जाती है. कुछ मामलों में तो ब्लड शुगर की मात्रा अचानक बहुत कम हो जाने से मृत्यु तक हो जाती है. डायबिटीज से पीड़ित ऐसे कुछ लोग जो कुत्ता भी पालते हैं, उनके पास इससे जुड़े कुछ अलग अनुभव हैं. कुत्ते अपनी तेज नाक से अपने ओनर के ब्लड शुगर के लेवल में आ रहे बदलाव को पहचान लेते हैं और विचित्र किस्म की प्रतिक्रिया देने लगते हैं. कनाडा में डॉग्स फॉर डायबिटीज जैसी संस्थाएं काम कर रही हैं, जो डायबिटीज पीड़ित लोगों की मदद के लिए प्रशिक्षित कुत्ते उपलब्ध कराती हैं.

Dog predicts earthquake

कुत्तों को हो जाता है भूकम्प का पूर्वाभास

प्राचीन काल में लोगों का मानना था कि कुत्ते भूकम्प आने से पहले उसका पूर्वाभास कर सकते हैं. ग्रीस का एक प्राचीन नगर था हेलिक Helike,  373 ईसा पूर्व में यह नगर भूकम्प और सुनामी की चपेट में आया. पुरा अभिलेखों से पता चलता है कि भूकम्प आने से पांच  दिन पहले से ही कुत्ते, बिल्ली और अन्य पशु-पक्षी हेलिक नगर छोड़कर बड़ी संख्या में जाने लगे. स्थानीय लोग यह देखकर हैरत में पड़ गए लेकिन असली कारण नहीं समझ सके. फिर भूकम्प आया और उसके बाद सुनामी आई, जिससे पूरा शहर तबाह हो गया.   
भूकम्प विज्ञानियों का मानना है कि भूकम्प से पहले जमीन के अंदर चट्टानों के हिलने से जो सूक्ष्म तरंगें और ध्वनि तरंगें पैदा होती हैं, उन्हें कुत्ते एवं अन्य जानवर पहचान लेते हैं. जापान में वर्ष 2011 में जब 9 तीव्रता का भयानक भूकम्प आया तो हाथी और बंदर ऊंचे स्थानों की ओर चले गए, जबकि कुत्ते और बिल्लियां विचित्र किस्म का व्यवहार करने लगे. चीन और जापान में आज भी लोग पालतू कुत्तों के व्यवहार में आ रहे परिवर्तन को भूकम्प से जोड़ कर देखते हैं.

 

How do dogs sense weather?

मौसम भविष्यवाणी और कुत्ते

घरों में पालतू कुत्ते रखने वाले कई लोग इस तरह के किस्से बताते हैं कि उनका कुत्ता रात को बार-बार कभी बेड के नीचे तो कभी कोने में घुसने की कोशिश कर रहा था  और थोड़ी ही देर बात जोरदार आंधी के साथ बरसात शुरू हो गई. आपको बता दें कि कुत्तों की सुनने की क्षमता इंसानों से 20 गुना अधिक तेज होती है, इसलिए वे आंधी-तूफान आने से बहुत पहले ही इसकी आवाज सुन लेते हैं.

Do dogs sense fear in humans?

डर को भांप लेता है कुत्ता

बच्चों को हम सभी कहते हैं कि कुत्ते को पता मत चलने दो कि तुम उससे डर गए हो. अगर कुत्ते को इसका पता चल गया तो वह और हावी होने का प्रयास करेगा. भले ही कुत्ते में कोई सुपर नेचुरल पावर नहीं होती लेकिन फिर भी इस बात में काफी हद तक सच्चाई भी है. कुत्ता आपके दिमाग को तो नहीं पढ़ सकता लेकिन आपका डर पता करने में उसके सूंघने की शक्ति ही काम आती है. डरने पर हमारे शरीरे से पसीना छूटने लगता है और एड्रिनलिन का स्राव होने लगता है. रक्त का दबाव बढ़ जाने से शरीर से फेरोमोन्स निकलते हैं, जिनकी गंध वायु के द्वारा कुत्ते की नाक तक पहुंचती है. और कुत्ते की सूंघने की शक्ति को तो हम अंदाजा भी नहीं लगा सकते.
दूसरी बात यह है कि कुत्ते दुनिया को समझने के लिए सिर्फ आंखों पर ही निर्भर नहीं होते. आंखों का इस्तेमाल तो वे बारीक जानकारियां जमा करने के लिए करते हैं, जैसे चेहरे के हाव-भाव, चाल-ढाल आदि.नतीजा यह होता है कि  कुत्ता सूंघ कर और इस बारीक जानकारी से सामने वाले के डर को भांप लेता है, जिससे डरे हुए व्यक्ति को और डराता है.   

Do dogs know when you are sad? उदासी को भी पहचान लेता है कुत्ता

जो लोग पालतू कुत्ता रखते हैं, वे यह बात जानते हैं कि कुत्ते किस तरह हमारी भावनाओं को पहचान लेते हैं. जब आप उदास होते हैं, तो आपका पालतू आपके घुटनों पर सिर रखकर, आपसे लिपट कर या चाट कर आपको बहलाने की कोशिश करता है.
पालतू कुत्तों के मस्तिष्क पर हुए हंगरी में हुए एक अध्ययन में सामने आया है कि कुत्तों के दिमाग का एक छोटा हिस्सा आवाजों से भावनाओं को भांपने में सक्षम होता है.  
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में वैज्ञानिकों ने शोध के माध्यम से पाया कि सदियों तक इंसानों के साथ रहने के कारण कुत्तों में आनुवंशिकीय बदलाव आए हैं और वे मानवीय भावनाओं और इरादों का पता लगा सकते हैं.

Story of Yudhisthira in Hindi

युधिष्ठिर और कुत्ते की कहानी

कहा जाता है कि जब महाराज युधिष्ठिर हस्तिनापुर का राजपाट त्याग कर मेरू पर्वत की ओर निकले तो मार्ग में पाण्डव भाइयों में  से एक-एक कर सभी और द्रोपदी बेहोश होकर गिरते गए. लेकिन उनका वफादार कुत्ते ने उनका साथ नहीं छोड़ा और चलता ही रहा. जब इंद्र प्रकट हुए तो उन्होंने युधिष्ठिर को उनके साथ रथ पर सवार होकर स्वर्ग चलने के लिए कहा. इस पर युधिष्ठिर ने जवाब दिया कि जिसने मेरे जीवन में अंतिम समय तक मेरा साथ दिया है, ऐसे स्वामी भक्त कुत्ते को छोड़कर मैं अकेला स्वर्ग नहीं जा सकता. अंत में धर्मराज प्रकट हुए, जो अब तक कुत्ते का रूप धारण कर उनके साथ चल रहे थे और उन्होंने प्रसन्न होकर कहा कि वफादार कुत्ते के लिए आप स्वर्ग के सुख को भी छोड़ने को तैयार हो गए. स्वर्ग लोक में जाने का अधिकारी अापसे अधिक कोई और नहीं हो सकता.  

Dogs in religion in Hindi

कुत्तों के बारे में धार्मिक मान्यताएं

हिंदू, मुस्लिम, यहूदी धर्मों में कुत्ता पालना अच्छा नहीं माना जाता. इस्लाम में माना जाता है कि जिस घर में कुत्ते पाले जाते हैं, फरिश्ते वहां प्रवेश नहीं करते.  पुराणों की मान्यता के अनुसार कुत्ता यम का दूत  होता है. हिन्दू जीवन पद्धति में महिलाएं घर में भोजन बनाते समय पहली रोटी गाय के लिए और सबसे बाद की रोटी गाय के लिए निकालती हैं. यह भी कहा जाता है कि कुत्ता भैरव बाबा का सेवक होता है. कुत्ते को भोजन कराने से भैरव बाबा आने वाले संकटों से रक्षा करते हैं. यह भी माना जाता है कि कुत्ता आत्माओं को देख सकता है. कुत्ते को हिन्दू धर्म में एक रहस्यमय प्राणी माना गया है.
वनों, दूर-दराज के क्षेत्रों या एकांत में रहने वाले लोग सुरक्षा की दृष्टि से कुत्ता साथ रखते हैं. खेतों में देर रात को सिंचाई का काम करने वाले किसान भी अधिकतर कुत्ता पालते हैं.

What happens when a dog cries?

कुत्तों का रोना शुभ या अशुभ

रात में कुत्तों का रोना को अपशुकन से जोड़ा जाता है. हालांकि, वैज्ञानिक दृष्टि से देखा जाए तो कुत्ते रोते नहीं बल्कि चीखते howl करते हैं. ऐसा कुत्ते इसलिए करते हैं क्योंकि वे अपना संदेश अपने साथियों तक पहुंचाना चाहते हैं. परेशानी में होने पर भी कुत्ते howl करते हैं. बहरहाल, यही कहा जा सकता है कि कुत्ते के नाम को लोग भले ही अपशब्द के रूप में इस्तेमाल कर बदनाम कर रहे हैं, पर कुत्ते जैसा भरोसेमंद कोई दूसरा जानवर नहीं हो सकता.

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