Hill Station Mahabaleshwar: The Queen of Hills

महाबलेश्वर: पहाड़ों की रानी
विजय खंडेलवाल @hindihaat
भारत के प्रमुख हिल स्टेशनों में से एक है महाराष्ट्र का दिलकश हिल स्टेशन महाबलेश्वर। यहां का रूमानी मौसम, स्ट्रॉबेरी के खेत, खूबसूरत वादियां, मनमोहक झरने और नैसर्गिक सौंदर्य सुकून भरे दिन बिताने के लिए हर पर्यटक की पसंद हैं। इन्हीं खूबियों के कारण यह जगह हनीमून के लिए भी कम्पलीट पैकेज है।
महाराष्ट्र Maharashtra के सतारा Satara जिले का यह हिल स्टेशन ब्रिटिश काल से ही देश—विदेश के पर्यटकों के लिए आकर्षण रहा है। धार्मिक दृष्टि से भी यहां के प्राचीन मंदिर श्रद्धालुओं के लिए दर्शनीय हैं। भारतीय पर्यटक अक्सर यहां छुट्टियां बिताना पसंद करते हैं। यहां के टूरिस्ट पॉइंट Tourist Points of Mahabaleshwar दूसरे हिल स्टेशनों की तुलना में बिल्कुल अलग हैं। तभी तो जो कोई यहां आता है, उसका लौटने का मन ही नहीं करता।

Mahabaleshwar: Queen of Hills

महाबलेश्वर को भारत में पहाड़ों की रानी Queen of Hills भी कहा जाता है। सह्याद्रि की पहाड़ियों Sahyadri Hills में समुद्रतल से 1,438 मीटर की ऊंचाई पर स्थित इस हिल स्टेशन और इसके आस—पास करीब 30 टूरिस्ट पॉइंट 30 Tourist Points हैं। महाबलेश्वर की पहाड़ियों से तटवर्ती कोंकण Costal Konkan के मैदान का मनोरम दृश्य और कृष्णा नदी River Krishna पर बने धौम बांध Dhom Dam का अद्भुत नजारा देखने का मिलता है। महाबलेश्वर के जलप्रपात और मनोहारी पहाड़ों की आकृतियां इसे पहाड़ों की रानी बनाती हैं।

महाबलेश्वर के दर्शनीय स्थल

Tourist Points of Mahabaleshwar

पहाड़ों की रानी महाबलेश्वर में अलग—अलग प्रकार के लगभग 30 दर्शनीय स्थल हैं। इनमें एलिफेंस्टन पॉइंट Elphinstone Point, बॉम्बे पॉइंट Bombay Point, सावित्री पॉइंट Savitri Point, आर्थर पॉइंटArthur Point, विल्सन पॉइंट Wilson Point, लाकविंग पॉइंट, कर्निक पॉइंट, फॉकलेंट पॉइंट, पंचगंगा मंदिर Panchganga Temple, वेण्णा झील Venna Lake, प्रतापगढ़ का किला Pratapgarh Fort, लिंगमाला वाटरफॉल, प्राचीन महाबलेश्वर मंदिर, मेहर बाबा की गुफाएं, रॉबर्स केव, हैरिसन फॉल आदि प्रसिद्ध हैं।

पंचगंगा मंदिर

Panchganga Temple

पंचगंगा मंदिर के दर्शन पवित्र अनुभूति प्रदान करते हैं। यहां आकर स्नान और पूजा कर आपके अपने तन और मन की पूरी थकान दूर हो जाएगी। यहां पांच नदियों कोयना, वेण्णा, सावि​त्री, गायत्री और कृष्णा नदी का उद्गम स्थल माना जाता है। मान्यता है कि शिव के महाबल शाली रूप ने पांचों नदियों को अपनी जटाओं में धारण कर रखा है। इन पांचों नदियों का उद्गम महाबलेश्वर मंदिर के बगल से ही होता है और इसी उद्गम स्थल पर पंचगंगा मंदिर बना है।

विल्सन पॉइंट

Wilson Point

विल्सन पॉइंट महाबलेश्वर का सबसे अधिक उंचाई पर स्थित टूरिस्ट पॉइंट है जो छोटे पठार पर है। इसे सनराइज पॉइंट के नाम से भी जाना जाता है। हालांकि यह ऐसा पॉइंट है जहां से आप सूर्योदय और सूर्यास्त दोनों देख सकते हैं। इसी कारण इस पॉइंट पर पर्यटक सनराइज के समय भी जाते हैं और सनसेट के समय भी। यह पॉइंट महाबलेश्वर से केवल 1.5 किलोमीटर की दूरी पर है। इस पॉइंट का नाम 1923 से 1926 के बीच बॉम्बे प्रोविंस के गवर्नर र​हे सर लेजली विल्सन (Sir Leslie Wilson, The Governor of Bombay Province) के नाम पर रखा गया है।

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वेण्णा झील

Venna Lake

पहाड़ी वादियों के बीच वेण्णा झील महाबलेश्वर का एक आकर्षक पॉइंट है। यहां बोटिंग Boating और फिशिंग Fishing का लुत्फ भी लिया जा सकता है। वेण्णा झील 2.4 किलोमीटर के क्षेत्रफल में फैली है। यहां से लिंगमाला और चारना के झरने Lingmala and Charna Waterfalls देखने से मन प्रसन्न हो जाता है।

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ऑर्थर सीट

Arthur Point

जिस तरह महाबलेश्वर को पहाड़ों की रानी कहते हैं उसी तरह आर्थर सीट Arthur Seat को क्वीन आॅफ पॉइंट्स कहते हैं। महाबलेश्वर से करीब 13 किलोमीटर दूर यह पॉइंट यहां के मोस्ट पॉपुलर पॉइंट्स में से एक है। इस जगह का नाम ऑर्थर मैलेट Arthur Malet के नाम पर रखा गया है जिसने अपनी पत्नी और बेटी को सावित्री नदी Savitri River में एक नाव हादसे में खो दिया था। आर्थर मैलेट इस पॉइंट पर आकर बैठा करते थे और नदी को निहारा करते थे। इसीलिए इसे आर्थर सीट भी कहते हैं।

केट्स पॉइंट

Kate’s Point

केट्स पॉइंट महाबलेश्वर के सबसे पॉपुलर पॉइंट्स में शामिल है। यह महाबलेश्वर के पूर्व में स्थित है। फोटोग्राफी Photography at Mahabaleshwar की दृष्टि से तो केट्स पॉइंट महाबलेश्वर का सबसे सुंदर पॉइंट है। इस जगह का नाम तत्कालीन ब्रिटिश गवर्नर सर जॉन मैल्कम Sir John Malcolm की बेटी केट Kate के नाम पर रखा गया था। इसी जगह पर इको पॉइंट Echo Point है जहां पर जोर से चिल्लाने से घाटी से आवाज गूंजती हुई लौटकर आती है। बच्चों के आनंद के लिए यह अच्छा स्थान है। इसी के पास एलीफेंट हैड पॉइंट Elephant HeadPoint भी है जिसे नीडल पॉइंट Needle Point भी कहते हैं।

प्रतापगढ़ का किला

Pratapgarh Fort

प्रतापगढ़ का ऐतिहासिक किला महाबलेश्वर से लगभग 24 किलोमीटर दूर है। समुद्रतट से 1,080 मीटर की ऊंचाई पर पानघाट पर स्थित इस किले को मराठा राजा शिवाजी महाराज ने बनवाया था। इस किले को प्रतापगढ़ के युद्ध के लिए बनवाया गया था। 10 नवम्बर 1659 को शिवाजी ने यहां अफजल खान से युद्ध लड़ा था और यहीं अफजल खान का ​सिर दफनाया गया था। यहां बस और टैक्सी से पहुंचा जा सकता है। साथ ही एडवेंचर के शौकीन पर्यटकों के लिए यहां हरियाली से घिरा ट्रेकिंग रोड भी है।

महाबलेश्वर का प्राचीन मंदिर

Old Mahabaleshwar Temple

पुराने महाबलेश्वर में भगवान शंकर का प्राचीन शिव मंदिर है। मान्यता है कि यहां शिवलिंग स्थापित नहीं किया गया बल्कि यह स्वंयभू शिवलिंग है। यूं तो मंदिर काफी पुराना है लेकिन मंदिर के भवन का निर्माण 16वीं सदी में राजा चंद्रराव King Chandra Rao ने करवाया था। इस स्वयंभू शिवलिंग की आकृति एक खुरदरे रूद्राक्ष की तरह है। यहां शिव का शक्तिरूप विराजमान है।

बॉम्बे पॉइंट

Bombay Point

यह महाबलेश्वर का सनसेट पॉइंट Sunset Point है जिसे मुम्बई पॉइंट Mumbai Point भी कहते हैं। यह मुम्बई रोड पर एक विशाल जगह है जहां शाम को अच्छा वक्त बिताया जा सकता है। यहां से सूर्य को महाबलेश्वर की घाटियों में डूबता हुआ देखा जा सकता है। यहां चौपाटी पर समय बिताया जा सकता है और घुड़सवारी Horse Riding का आनंद लिया जा सकता है।

महाबलेश्वर का इतिहास

History of Mahabaleshwar

ऐतिहासिक दस्तावेजों के अनुसार महाबलेश्वर की खोज Discovery of Mahabaleshwar लगभग 1215 ईस्वी के आस—पास देवगिरी के राजा सिंघन King Singhan of Devgiri ने की थी। 17 वीं सदी में छत्रपति शिवाजी Chhatrapati Shivaji ने यहां कब्जा किया और1656 में प्रतापगढ़ का किला बनवाया तथा मराठा साम्राज्य Maratha Empire को आगे बढ़ाया। बाद में ब्रिटिश काल में यह बॉम्बे प्रेसीडेंसी की ग्रीष्मकालीन राजधानी Summer Capital Of Bombay Presidency बना और मेलकमपेट के नाम से जाना जाने लगा। यहां बॉम्बे प्रेसीडेंसी के गर्वनर सर जॉन मेलकम Sir John Malcolm के नाम पर बनी हवेली भी है। इस जगह को माउंट मेलकम Mount Malcolm कहा जाता है।

पुराना महाबलेश्वर

Old Mahabaleshwar

महाबलेश्वर से करीब 7 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है पुराना महाबलेश्वर। यहां भी कई टूरिस्ट पॉइंट और मंदिर देखने योग्य हैं जिनमें आपको प्राचीन भारतीय वास्तुकला के अद् भुत नमूने देखने को मिलेंगे। पंचगंगा मंदिर यहां के प्रमुख मंदिरों में से एक है।

स्ट्रॉबेरी से विशेष पहचान

Strawberry Farms of Mahabaleshwar

महाबलेश्वर की विशेष पहचान यहां होने वाली स्ट्रॉबेरी की खेती से है। यहां मीलों में फैले स्ट्रॉबेरी के खेत सैलानियों का ध्यान खींचते हैं। लगभग 1500 एकड़ में फैले स्ट्रॉबेरी के खेत इस हिल स्टेशन की खूबसूरती में चार चांद लगाते हैं। भारत के कुल स्ट्रॉबेरी उत्पादन का 85 प्रतिशत उत्पादन Strawberry Production in India महाबलेश्वर के पहाड़ी ढलानों पर ही होता है। आप महाबलेश्वर जाएं तो यहां स्ट्रॉबेरी शेक के अलावा स्ट्रॉबेरी से बनने वाली टॉफी Strawberry Toffee, चॉकलेट Strawberry Chocolate और शरबत का स्वाद लेना नहीं भूलें। आप दिसम्बर से अप्रैल के बीच महाबलेश्वर जाते हैं तो खेतों में फलती—फूलती स्ट्रॉबेरी देखी जा सकती है। स्ट्रॉबेरी के खेत महाबलेश्वर—पंचगनी Mahabaleshwar-Panchgani Road रोड या महाबलेश्वर—तपोला रोड पर देखे जा सकते हैं।

कैसे जाएं महाबलेश्वर

How to Reach Mahabaleshwar

वायुमार्ग से (By Air): महाबलेश्वर के सबसे नजदीक एयरपोर्ट पूना है। पूना तक मुम्बई से दिन के समय विभिन्न फ्लाइट्स उपलब्ध हैं।
सड़क मार्ग से (By Road): महाबलेश्वर के लिए मुम्बई और पूना से बड़ी संख्या में बसें आती—जाती है। मुम्बई से महाबलेश्वर की दूरी 247 किलोमीटर है। मुम्बई से महाबलेश्वर की दूरी सड़क मार्ग से लगभग छह घंटे में पूरी की जा सकती है। जबकि पुणे से केवल तीन घंटे में पहुंचा जा सकता है।
रेल मार्ग से (By Train): महाबलेश्वर के नजदीकतम रेलवे स्टेशन Wathar है लेकिन महाबलेश्वर जाने के लिए पुणे रेलवे स्टेशन ज्यादा सुविधाजनक है। पुणे से मुम्बई तथा अन्य शहरों के लिए आसानी से रेलगाड़ियां मिल सकती हैं।

कब जाएं महाबलेश्वर

Best Time to go Mahabaleshwar

महाबलेश्वर साल के किसी भी महीने में जाया जा सकता है। मानसून और प्रकृति का अधिक आनंद लेना हो तो बरसात शुरू होने के बाद अगस्त माह के अंत तक जाना चाहिए। परिवार के साथ जाएं तो तेज बारिश वाले मौसम में जाने से बचना चाहिए। तेज बारिश के कारण कई बार कई पॉइंट देखना सम्भव नहीं हो पाता। नवम्बर अंत से लेकर जनवरी अंत तक सर्दियों में भी महाबलेश्वर में अच्छा समय बिताया जा सकता है। गर्मी से राहत के लिए मार्च से जून तक भी महाबलेश्वर जाया जा सकता है।

महाबलेश्वर का तापमान

Temperature of Mahabaleshwar

महाबलेश्वर का औसत न्यूनतम तापमान न्यूनतम लगभग 4°C से अधिकतम 38°C तक हो जाता है। सबसे कम तापमान जनवरी और सबसे अधिक तापमान मई के महीने में होता है।

महाबलेश्वर का वर्षभर का तापमान

Monthwise Temperature of Mahabaleshwar

माह
औसत
अधिकतम °C
औसत
न्यूनतम °C
जनवरी
23.6
8.9
फरवरी
25.6
12.6
मार्च
28.6
17.4
अप्रैल
29.9
18.9
मई
28.8
18.2
जून
21.6
17.0
जुलाई
18.7
16.8
अगस्त
18.8
16.4
सितम्बर
19.9
15.8
अक्टूबर
24.0
16.3
नवम्बर
23.8
14.1
दिसम्बर
23.1
11.8

 

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